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Jharkhand News: ED के लिए लिखी गई कैदियों की चिट्ठियों को जेल प्रशासन ने दबाया, छापेमारी में मिले अहम सबूत

रांची के बिरसा मुंडा जेल में शुक्रवार शाम हुई छापेमारी में ईडी को कई सबूत मिले हैं जिससे जेल प्रशासन कठघरे में है। ईडी के मुताबिक जेल प्रशासन ने खुलेआम नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई। जेल में रह रहे कई कैदियों ने ईडी राज्य सरकार व केंद्र सरकार के नाम अलग-अलग शिकायतों को लेकर चिट्ठी लिखे थे जिन्हें बिना भेजे ही जेल प्रशासन ने अपने रजिस्टर में डिस्पैच दिखा दिया।

By Dilip KumarEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sat, 04 Nov 2023 10:16 PM (IST)
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ED के लिए लिखी गई कैदियों की चिट्ठियों को जेल प्रशासन ने दबाया, छापेमारी में मिले अहम सबूत

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में शुक्रवार शाम की गई छापेमारी में ईडी को कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे जेल प्रशासन कठघरे में है।

ईडी के अनुसार, जेल प्रशासन ने खुलेआम नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। जेल में रह रहे कई कैदियों ने ईडी, राज्य सरकार व केंद्र सरकार के नाम अलग-अलग शिकायतों को लेकर पत्र लिखे थे, जिन्हें बिना भेजे ही जेल प्रशासन ने अपने रजिस्टर में डिस्पैच दिखा दिया।

'प्रेम प्रकाश कुछ लोगों के साथ मिलकर रच रहा साजिश' 

ईडी को छापेमारी में कुछ ऐसे पत्र भी मिले हैं, जिन्हें कैदियों ने ईडी के नाम लिखा था और आगाह किया था कि ईडी के अधिकारियों के विरुद्ध जेल में प्रेम प्रकाश कुछ लोगों के साथ मिलकर साजिश रच रहा है।

एक चिट्ठी में ईडी के अधिकारी को जान का खतरा होने की बात भी लिखी हुई है। छापेमारी के क्रम में ईडी को सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ किए जाने तथा जेल मैनुअल का उल्लंघन कर प्रेम प्रकाश से उसके करीबियों की मुलाकात करवाने व जेल में बंद ईडी के गवाहों को धमका कर केस प्रभावित करने से संबंधित कुछ साक्ष्य मिले हैं।

अब बहुत जल्द ईडी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक हामिद अख्तर व जेलर मोहम्मद नसीम खान को समन कर पूछताछ के लिए बुलाएगी। इन दोनों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई भी संभव है। ईडी को छापेमारी में संदिग्ध दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं, जिसमें प्रेम प्रकाश की संदिग्ध गतिविधियों की पुष्टि हुई है।

'पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने की प्रेम प्रकाश से मुलाकात'

सेंट्रल जेल में बंद पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश का प्रभाव जेल के भीतर भी बरकरार है। जेल के भीतर चल रहे खेल की खबर मिलने पर ईडी ने जेल के पास के काल डंप निकाले। इसके साथ ही पूरे जेल को सर्विलांस पर रखा था। ह्यूमन इनपुट भी ईडी के काम आया। इन सभी माध्यमों से ईडी को यह जानकारी मिली कि पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का प्रेम प्रकाश से मिलना-जुलना था।

ये इंटरनेट काल से भी एक-दूसरे के संपर्क में थे। ये ईडी को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़ी साजिश रचने में शामिल थे, जिसका ईडी ने पर्दाफाश कर लिया है। यह भी पता चला कि जेल प्रशासन ने मिलने-जुलने वाले फुटेज को मिटा दिया। अब एक-एक कर संबंधित अधिकारियों से भी ईडी पूछताछ करेगी।

ईडी अधिकारियों के घरों के पास किराये पर मकान लेकर रेकी करने वाले थे संदिग्ध

ईडी के अनुसार, जांच अधिकारियों को नुकसान पहुंचने के लिए संदिग्धों ने साजिश रची थी। इसमें बड़े नक्सलियों तथा पुलिस-प्रशासन के बड़े अधिकारियों तक को शामिल किया गया था। योजना बनी थी कि ईडी के अधिकारियों के घरों के पास किराये का मकान लेना है। उनकी पत्नी, बच्चे क्या करते हैं, कहां-कहां जाते हैं, इस पर नजर रखनी है।

अधिकारी कब और कैसे निकलते हैं, किस रास्ते से जाते हैं, आदि की रेकी की जानी थी और मौका पाकर उन्हें नुकसान पहुंचाना था। ईडी को सूचना मिली तो इस षड्यंत्र को विफल किया गया। ईडी को यह भी सूचना है कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपित ईडी के अधिकारियों को फंसाने के लिए नक्सलियों व महिलाओं का भी इस्तेमाल करने वाले थे।

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