न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने खेला 'आदिवासी कार्ड', झारखंड में कर दी बड़ी घोषणा; यहां पढ़ें क्या होगा फायदा
न्याय यात्रा के दौरान रांची पहुंचे राहुल गांधी ने धुर्वा के शहीद मैदान में अपने तीस मिनट के भाषण में करीब 20 मिनट अदाणी को दिए जाने वाले सरकारी फायदे पर केंद्रित रखा। भाषण की शुरुआत में उन्होंने विधानसभा में चंपई सरकार के विश्वास मत जीतने पर बधाई देने से की तो खत्म करते हुए उन्होंने आदिवासियों को लेकर बड़ी घोषणा कर दी।
राज्य ब्यूरो, रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनका पार्टी देश से पचास प्रतिशत आरक्षण सीमा को उखाड़ कर फेंक देगी। नरेंद्र मोदी की सरकार देश में ओबीसी, आदिवासी और दलित जातियों के साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने कहा कि इनसे पैसा लेकर पूंजीपति को दे रही है। पिछड़ी जातियों को उनकी आबादी के हिसाब से भागीदीरी नहीं मिलती है। इसलिए, जातिगत जनगणना कराया जाएगा। इसके बाद आरक्षण की सीमा बढ़ा कर सबको अधिकार दिलाया जाएगा।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में रांची पहुंचे राहुल गांधी ने धुर्वा के शहीद मैदान में अपने तीस मिनट के भाषण में करीब 20 मिनट अदाणी को दिए जाने वाले सरकारी फायदे पर केंद्रित रखा। भाषण के प्रारंभ में उन्होंने विधानसभा में चंपई सरकार के विश्वास मत जीतने पर बधाई देने से की तो खत्म करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासियों के सरना धर्म कोड की मांग कांग्रेस सरकार बनते ही पूरी की जाएगी।
HEC भी अदाणी को देना चाहती है केंद्र- राहुल गांधी
सभा स्थल पर एचईसी कर्मी हाथ में बैनर पोस्टर लेकर खड़े थे। उन्हें संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार सभी पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज को अदाणी को देना चाहती है। इसलिए, एचईसी के सामने समस्या खड़ी की जा रही है। एचईसी में काम करने वाले पिछड़े, दलित और आदिवासियों को सरकार नौकरी में नहीं रखना चाहती। अदाणी को एचईसी मिल जाएगा तो इन लोगों को यहां से निकाल दिया जाएगा। अदाणी के प्रबंधन में ऊपर से लेकर नीचे तक कोई पिछड़ा वर्ग का व्यक्ति नहीं है। उन्होंने एचईसी को बचाने का भरोसा दिया।
कांग्रेस-झामुमो मजबूती से खड़े रहे- राहुल गांधी
विधानसभा में विश्वास मत पर मिली जीत पर चंपई सोरेन को बधाई देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी, ईडी, सीबीआइ और इनकम टैक्स को लगाकर हमारी सरकार को गिराने का प्रयास किया गया। प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि कोई आदिवासी झारखंड का मुख्यमंत्री रहे, लेकिन कांग्रेस और झामुमो गठबंधन ने मजबूती से सरकार के पक्ष में अपनी संख्या दिखाई।छोटे व्यापारियों को हुआ नुकसान- राहुल गांधी
नोटबंदी और जीएसटी की वजह से छोटे व्यापारी खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि देश में कोई अस्पताल पिछड़े वर्ग का नहीं है, कोई कारखाना, कोई बड़ा संस्थान आदिवासी का नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब कहना शुरू किया है कि देश में अमीर और गरीब दो ही जातियां हैं। यह पिछड़ों के हक को खत्म करने के लिए कहा जा रहा है, जब तक दिल्ली में सरकार नहीं बदलेगी तब तक यही होता रहेगा।
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रामगढ़ से रांची के रास्ते में साइकिल से कोयला ढोते मजदूर के साध हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इन मजदूरों को भी उतना ही जीएसटी देना होता है, जितना अदाणी को देना होता है। यह अन्याय है। इन मजदूरों, गरीबों का पैसा भी जीएसटी के रूप में अदाणी को ही जा रहा है।भारत जोड़े न्याय यात्रा के मंच पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, जयराम रमेश, झामुमो नेता और पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, सीपीआइ नेता भुवनेश्वर मेहता, सुबोध कांत सहाय आदि मौजूद थे। ये भी पढ़ें: झारखंड में अब इन अफसरों पर ED की नजर! जल्द भेज सकती है समन; कल हेमंत-पूर्व अधिकारी की आमने-सामने होगी पूछताछये भी पढ़ें: Jharkhand Floor Test: झारखंड में सियासी संकट के बीच इन विधायकों के छिटकने का था डर, इस रणनीति से मिली सफलता