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राज्यसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में डील डन! इस दिग्गज नेता के नाम को लेकर अटकलबाजी तेज

Rajya Sabha Elections झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार के नाम लगभग पक्की हो गई है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रत्याशी के नाम पर लगभग सस्पेंस खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में दोनों दलों के बीच सहमति बन जाएगी। राज्यसभा चुनाव में मात्र एक उम्मीदवार मैदान में होगा।

By Ashish Jha Edited By: Shashank Shekhar Updated: Tue, 05 Mar 2024 11:00 PM (IST)
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राज्यसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में डील डन! इस दिग्गज नेता के नाम को लेकर अटकलबाजी तेज (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, रांची। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि महागठबंधन की ओर से राज्यसभा चुनाव में मात्र एक उम्मीदवार मैदान में होगा। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में दोनों दलों के बीच सहमति बन जाएगी। पूर्व में दो-दो उम्मीदवार भी उतारे गए हैं, लेकिन इस बार ऐसा कोई काम नहीं होगा।

मीर लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बनी समन्वय समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों की चर्चा भी की और कहा कि पहले सहयोगी दलों के बीच सहमति बन जाए फिर उम्मीदवारों पर चर्चा होगी। कांग्रेस और झामुमो के संभावित उम्मीदवार मैदान में ही हैं। लगातार काम कर रहे हैं।

सीट शेयरिंग पर फैसला होने के बाद ही उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी। वे इस बात का जवाब दे रहे थे कि कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने में देरी कर रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि पहले नामों की घोषणा करने वाली भाजपा की टीम में कितने झारखंडी हैं और कितने बाहरी यह भी पता लगा लीजिए। भाजपा झारखंड में बाहरी ताकतों को मजबूत कर रही है। कांग्रेस और झामुमो के उम्मीदवार स्थानीय होंगे। दो से तीन दिनों में कई बातें सार्वजनिक हो जाएंगीं।

सरफराज अहमद के नाम की चर्चा

राज्यसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं के बीच उम्मीदवार के तौर पर पूर्व विधायक सरफराज अहमद का नाम आगे आ रहा है। माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने उनके नाम पर हामी भर दी है। कांग्रेस में वर्षों रह चुके सरफराज अहमद एक समझौते के तहत झामुमो में शामिल हुए थे और गांडेय विधानसभा से जीत दर्ज करने में सफलता पाई थी। अभी तेजी से बढ़े राजनीतिक घटनाक्रम के बीच उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और माना जा रहा था कि इस सीट से हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मैदान में उतारा जाएगा।

हंगामा भी हुआ, पूरी टीम को हटाने की मांग

लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर मंगलवार को आयोजित समन्वय समिति की बैठक में कई बार गमागर्म माहौल बना। बागी कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के समक्ष हंगामा किया और प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मंत्रियों तक हटाने की मांग कर दी।

कांग्रेस नेता सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि कमजोर हाथों में पार्टी का नेतृत्व सौंप दिया गया है तो प्रेम प्रकाश शाहदेव ने कहा कि कुछ लोगों ने कांग्रेस को अपनी जागीर बनाकर पाकेट में रख लिया है। इसी प्रकार चंचल चटर्जी ने पार्टी नेतृत्व के सामने बंगाली समुदाय की अनेदखी का मामला उठाया और कहा कि ऐसे में पार्टी का चुनाव जीतना मुश्किल है। इसी दौरान कई नेताओं ने मंत्रियों को हटाने की जोरदार मांग की।

रांची लोकसभा समन्वय समिति की एकदिवसीय बैठक झारखंड प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में हुई। डोरंडा के बड़ा घाघरा स्थित बैंक्वेट हाल में बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर जी ने की और इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि बूथ का प्रबंधन हर हाल में मजबूत होना चाहिए। प्रदेश प्रभारी को अवगत कराया कि कार्यकर्ता को उचित मान सम्मान मिले ताकि उनका मनोबल बढ़ा रहे।

सभा का संचालन रांची जिला अध्यक्ष डा. राकेश किरण महतो ने किया और विषय प्रवेश प्रदेश अमुल्य नीरज खलखो ने कराया। बैठक में रांची लोकसभा अंतर्गत आने वाले सभी प्रखंड एवं मंडल अध्यक्ष तथा काफी संख्या में कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे।

भाजपा को 38, आइएनडीआइए को 62 प्रतिशत वोट मिले- मीर

सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने वोट प्रतिशत पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि भाजपा को सिर्फ 38 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं, इंडी गठबंधन को 62 प्रतिशत वोट मिले हैं। प्रभारी ने आश्वस्त किया है कि लोकसभा से प्रत्याशियों के चयन में मूलवासी युवा चेहरा, महिला एवं अनुभवी वरीष्ठ कांग्रेसजनों को भी ध्यान में रखा जाएगा।

मीर साहब ने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि अगर आप ठान लें तो भाजपा को उखाड़ फेंकेगें क्योंकि आप उनसे कहीं ज्यादा मजबूत हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि पार्टी जिस किसी को उम्मीदवार बनाएगी उसकी जीत के लिए मैं अपनी भूमिका निभाउंगा।

प्रदेश कर्याकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी होने के साथ-साथ जल-जंगल और जमीन को अडाणी के हाथों में सौपने की तैयारी में है। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि रांची लोकसभा पूरे झारखण्ड की दिशा और दशा तैय करती है।

मौके पर उपस्थित खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में सुई से लेकर जहाज बनाने तक का काम किया और अब इसे भाजपा सरकार बेचने का काम कर रही है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता अनादि ब्रह्म, रमा खलखो, रांची नगर अध्यक्ष कुमार राजा, सुंदरी तिर्की, सतीश पॉल मुंजनी, मानस सिन्हा, आदि मौजूद थे।

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