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Ram Navmi 2022: देशभर में मशहूर है हजारीबाग का प्रसिद्ध 100 साल पुरानी राम नवमी जुलूस, दूर-दूर से झांकी में शामिल होने आते हैं लोग

Ram Navmi 2022 जुलूस में शहर के हीं नहीं शहर से 25 किलोमीटर दूर से झांकियां शामिल होने आती है। झांकियों से पूर्व यहां झंडा शामिल होने आता था। आज शहर में आने वाले झांकियों की संख्या 120 से अधिक हो गयी है।

By Madhukar KumarEdited By: Updated: Fri, 01 Apr 2022 04:10 PM (IST)
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Ram Navmi 2022: विभिन्न क्लब और राम भक्त तय परंपरा के अनुसार जुलूस में शामिल होंगे।
हजारीबाग, जासं। देश भर में हजारीबाग की रामनवमी प्रसिद्ध है। देश भर में जुलूस नवमी को निकलती है और सब जगह जब संपन्न हो जाता है तो हजारीबाग में दशमी को जुलूस निकलता है और ग्यारहवीं को संपन्न होता है। जुलूस में शहर के हीं नहीं शहर से 25 किलोमीटर दूर से झांकियां शामिल होने आती है। झांकियों से पूर्व यहां झंडा शामिल होने आता था। आज शहर में आने वाले झांकियों की संख्या 120 से अधिक हो गयी है। रामनवमी की जुलूस लिए मार्ग और समय निर्धारित है। विभिन्न चौक चौराहों का नामांकरण भी पुरानों में दर्ज उल्लेख विभिन्न एतिहासिक गढ़ के नाम से किया गया है। इसलिए हजारीबाग की रामनवमी इंटरनेशनल भी कहा जाता है और यहां एक लाख से भी अधिक लोगों की भीड़ जुटती है, जबकि सरकार ने एक हजार लोगों को एक साथ एकत्रित होने पर रोक लगाया है। ऐसे में सरकार का यह आदेश हजारीबाग में कितना सार्थक होगा यह देखने का विषय होगा। बरहाल लोगों पर रामनवमी का भाव खुमार मार रहा है, और हर हाल में विभिन्न क्लब और राम भक्त तय परंपरा के अनुसार जुलूस में शामिल होंगे।

यह समय मनुहार नहीं अपनी शक्ति और संघर्ष याद कराने का है

बलिदान की हमारी परंपरा रही है और सरकार हमारा बलिदान चाहती है तो होगा। परंतु आस्था और धर्म के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। राष्ट्रीय आपदा कोविड में किसी भी हिंदू ने विरोध नहीं किया और न सरकारी मानकों का उल्ल्घन किया। अब अगर एक बार फिर सरकार जबरदस्ती इसे थोपना चाहती है तो विरोध का सामना करना होगा।

चंद्रशेखर, चौपारण

100 साल से भी हमारी परंपरा आगे की है

सरकार उतरी छोटनागपुर के ह्दयस्थल हजारीबाग हीं नहीं चतरा, कोडरमा और रामगढ़ के रामभक्तों को कम आंक रही है। हम सरकार से आग्रह कर चुके है, और छलावा भी देख चुके है। सरकार समय में बदलाव कर आदेश की रक्षा खुद करे। रामभक्तों का झांकी निकलेगी, इसके लिए जेल जाना भी पसंद है।

अमरदीप यादव, पूर्व महासमिति अध्यक्ष, सह प्रदेश अध्यक्ष,पिछड़ा मोर्चा भाजपा

25 किलोमीटर दूर से झांकियां आती है, इस बार आएंगी

हम सरकार से अनुमति की भीख नहीं मांगेगे। सरकार को हिंदू आस्था की तनिक भी चिंता नहीं है। हिंदू विरोधी सरकार सरहूल के कारण यह भी अनुमति दे दी, नहीं तो यह भी नहीं करती। बावजूद इसके कोई फर्क नहीं पड़ता, सरकार को जवाब और हमारा जुलूस दोनों होगा।

शीला सिंह, आर्या नगर

हजारीबाग की रामनवमी है इंटरनेशनल है। यह जानते हुए कि झामुमो की हेमंत सरकार हिंदू विरोधी है, लोगों ने वोट दिया था। परंतु आज देखने को मिल रहा है कि यह सरकार हिंदूओं की कभी नहीं हो सकती। राम भक्त को कब तक और कौन रोक सकता है। यह रामनवमी इसे भी याद करा देगी।

संत बालकपूरी, जुना अखाड़ा, हजारीबाग

अंग्रेज भी रामनवमी की जुलूस को छेड़छाड़ करने की हिम्मत नहीं कर सके थे। परंतु हेमंत सरकार इससे आगे निकलना चाह रही है। इसका जवाब दिया जाएंगा। हमारी आस्था और धर्म के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएंगा। सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन होगा।

गुरुदेव गुप्ता, बरही

सरकार की सोच निम्न स्तर के है और सरकारी अधिकारी सही राह दिखाने की जगह सरकार को हीं फंसाने में लगे है। जुलूस तो निकलेगा पर सरकार की फजीहत होनी तय है। श्री राम का जुलूस होकर रहेगा।

सुबोध शर्मा, पदमा

सरकार को इस दिशा में चिंतन और मनन करना चाहिए। एक आंख में सुरमा और एक आंख में काजल वाली काम सरकार कर रही है। यह सरकार के लिए अच्छा नहीं है दो साल बाद हेमंत चुनाव में भी आएंगे और साथ देने वाली पार्टी भी आएंगी, हम सवाल उस वक्त भी हिसाब मांगेगें।

संजय श्रीवास्तव , हजारीबाग

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