Ranchi: रांची में 613 सीसीटीवी कैमरा फिर भी पुलिस फेल, तीन साल तक हत्यारे का चेहरा तक नहीं पता
Jharkhand Crime News रांची शहर में पुलिस दावा करती है कि सिटी कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है। लेकिन रांची के पॉश इलाके में हत्या हुई तीन साल हो गए और अब तक हत्यारे का चेहरा तक नहीं पता चल पाया है।
By Sanjay KumarEdited By: Updated: Mon, 14 Feb 2022 09:31 AM (IST)
रांची, (प्रिंस श्रीवास्तव)। Jharkhand Crime News झारखंड की राजधानी रांची शहर में पॉश इलाकों में पुलिस दावा करती है कि सिटी कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है। हर इलाके में लोग सुरक्षित हैं। अपराधी इन इलाकों में प्रवेश नहीं कर पाते हैं। लेकिन इन्हीं पॉश इलाकों में हत्याएं होने के बाद भी रांची पुलिस सुस्त पड़ी हुई है। पुलिस कांड का खुलासा करना तो दूर पिछले तीन साल में कई मामलों में हत्यारों का चेहरा तक नहीं खोज पाई।
पूर्व एसपीओ हत्याकांड में तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ गया। पुलिस ने पूर्व एसपीओ हत्याकांड में आरोपी बबलु कुम्हार को आनन फानन में गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया, लेकिन आरोपी कोर्ट से बरी हो गया। पुलिस के पास कोई साक्ष्य नहीं था। मुख्यमंत्री आवास और लालपुर सब्जी बाजार में शाम के वक्त हत्यारे हत्या कर निकल गए और पुलिस को हत्यारों का एक फोटो तक नहीं मिल पाया। हत्यारों की पहचान तक पुलिस नहीं कर पाई।
शहर में लगा है 613 सीसीटीवी कैमरा फिर भी पुलिस हो जाती है फेल
पूरे शहर में रांची पुलिस के अनुसार 613 सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं। सभी कैमरों से निगरानी की जाती है। इसके बाद हत्यारे फरार हो जाते हैं। 51 करोड़ रुपये का सिटी सर्विलांस लगा हुआ है। लेकिन फिर भी पुलिस को इससे मदद नहीं मिल पाती है। थानों में लगे मॉनिटर का यह हाल है कि दीवर पर पड़े पड़े खराब हो चुका है। थानों में लगे कम्प्यूटर से पुलिस सीसीटीवी फुटेज का काम चला रही है।
केस 1: अपराधियों ने शिक्षक शिव प्रसाद की गोली मारकर कर दी थी हत्या
लालपुर इलाके में स्थित सब्जी बाजार में सात जुलाई 2018 अपराधियों ने शिक्षक शिव प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपराधियों को कई लोगों ने देखा लेकिन वह पकड़ में नहीं आए। पुलिस इस मामले में सौ से अधिक लोगों से पूछताछ की लेकिन हत्याकांड का खुलासा करना तो दूर हत्यारों का फोटो भी नहीं खोज पाई। लालपुर में जिस इलाके में हत्या हुई थी वहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है। वहां सीसीटीवी होता तो पुलिस को घटना के वक्त का फुटेज मिल जाता। हत्यारे शिक्षक को गोली मारने के बाद लालपुर की ओर भाग लेकिन आज तक पुलिस वह रास्ता खोज रही है कि हत्यारे किस रास्ते से फरार हुए।
केस 2: पूर्व एसपीओ बुधु दास की गोली मारकर कर दी गई थी हत्यामुख्यमंत्री आवास के समीप पूर्व एसपीओ बुधु दास की सात दिसंबर 2018 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या बिल्कुल पुलिस लाइन की गेट पर हुई थी। घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा नहीं था। कैमरा होता तो पुलिस को कम से कम इस बात की जानकारी मिल जाती की गोली किसने मारी है। लेकिन हत्यारे बुधुदास को गोली मारने के बाद राजभवन की ओर भाग निकले और पुलिस को अभी तक हत्यारों का फोटो तक नहीं मिल पाया।इनाम की घोषणा के बाद भी पुलिस को नहीं मिली जानकारीलालपुर पुलिस ने शिक्षक हत्याकांड में अपराधियों के बारे में सूचना देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की। लेकिन फिर भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया। अब पुलिस इस मामले में फिर से ईनाम बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
बिना आधार के पुलिस दाउद की तलाश मेंपूर्व एसपीओ बुधु दास हत्याकांड में रांची पुलिस बिना किसी आधार के दाउद तिर्की नाम के युवक की तलाश में है। पुलिस को आशंका है कि इस हत्याकांड में दाउद का हाथ है। लेकिन पुलिस को पिछले तीन से दाउद कौन है, कहां रहता है कुछ भी जानकारी नहीं है। रांची पुलिस दावा करती है कि हर इलाके में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। इसके बाद भी हत्यारे कैमरा में कैद नहीं हो पाएं। पूरे शहर में 613 सीसीटीवी इससे स्पष्ट होता है कि पुलिस जो दावा करती है वह कितना सत्य है।
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