Ranchi Air Pollution: दिवाली पर हुई आतिशबाजी से बिगड़ी रांची की आबो-हवा, इन जगहों पर छाया धुंध; सांस लेना हुआ मुश्किल
Ranchi Air Pollution रांची में दिवाली पर जमकर आतिशबाजी हुई जिसकी वजह से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया। राजधानी के कई इलाकों में सुबह-सुबह धुंध भरी रही। प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रांची के बिरसा चौक और एल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदूषण निर्धारित मानक से अधिक था। सबसे ज्यादा प्रदूषित बिरसा चौक की हवा हुई है।
By Manoj SinghEdited By: Shashank ShekharUpdated: Mon, 13 Nov 2023 09:57 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। रांची में दीपावली पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की है, जिसकी वजह से ध्वनि के साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ गया है। राजधानी के कई क्षेत्रों में सुबह धुंध भरी रही। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, रांची के बिरसा चौक और एल्बर्ट एक्का चौक पर हवा में प्रदूषण निर्धारित मानक से अधिक था।
सबसे ज्यादा बिरसा चौक की हवा प्रदूषित हुई है। यहां की हवा में पीएम 10 197.05 प्रति क्यूबिक मीटर था, जबकि इसे 100 प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। इसी तरह पीएम 2.5 77.88 था, जबकि इसे 60 होना चाहिए।
इसी तरह अल्बर्ट एक्का चौक पर पीएम10 143.45 और पीएम2.5 35.41 था। हवा में एनओटू की भी मात्रा बढ़ी पाई गई। इस तरह ध्वनि प्रदूषण को मापने के लिए बोर्ड ने रांची को तीन जोन में बांटा हैं, जिसमें साइलेंस जोन, कामर्शियल जोन और रेसीडेंशियल जोन शामिल हैं।
ज्यादा ध्वनि प्रदूषण साइलेंस जोन में ही हुआ
बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण साइलेंस जोन में ही हुआ है। डोरंडा का पुराना हाईकोर्ट और रिम्स को साइलेंस जोन घोषित किया गया है।
इस जोन में दीपावली के दिन दोपहर तक ध्वनि का स्तर 52.8, लेकिन देर रात यह 55.6 डेसीबल हो गया। मानक के अनुसार, साइलेंस जोन में सुबह के समय ध्वनि का स्तर 50 डेसीबल होना चाहिए और शाम में 40 डेसीबल होना चाहिए।
इसी तरह रिहायशी और आवासीय क्षेत्र में दीपावली के दिन के समय में ध्वनि का स्तर 64.8 डेसीबल था और रात में 67.9 डेसिबल होगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।