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Ranchi: राजधानी पहुंचा कोल्हान में बलिदान जवानों का पार्थिव शरीर, CM हेमंत सोरेन और राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कोल्हान में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। नक्सलियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान बलिदान हो गए। दोनों बलिदानी जवानों पुलिस सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार के पार्थिव शरीर को चॉपर के जरिए राजधानी रांची लाया गया। देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल राधाकृष्णन बलिदान हुए जवानों के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Tue, 15 Aug 2023 10:23 PM (IST)
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जवानों के पार्थिव शरीर श्रद्धांजलि अर्पित करते मुख्यमंत्री व राज्यपाल। (जागरण फोटो)

रांची, जागरण टीम: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कोल्हान के जंगलों में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। नक्सलियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान बलिदान हो गए। दोनों बलिदानी जवानों पुलिस सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार के पार्थिव शरीर को चॉपर के जरिए राजधानी रांची लाया गया।

देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल राधाकृष्णन बलिदान हुए जवानों के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने बलिदान हुए झारखंड जगुआर के पुलिस सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

क्या बोले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

दोनों जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "नक्सल ऑपरेशन के दौरान, झारखंड जगुआर के दो जवान वीर गति को प्राप्त हो गए हैं। राज्य में नक्सली गतिविधियों पर काबू करने का प्रयास चल रहा है, जो भी घटना हुई वह दुखद है। हमारी और सरकार की तरफ से पीड़ित परिवारों के प्रति संवदेना है। हम किसी भी हालात में उनके मनोबल को गिरने नहीं देंगे।"

राज्यपाल ने बलिदानियों को किया नमन

वहीं, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ट्वीट करते हुए बलिदानियों को नमन किया। उन्होंने लिखा, "पश्चिमी सिंहभूम में नक्सली मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान अमित तिवारी एवं गौतम कुमार के शहीद होने की दुखद सूचना है। इनके अदम्य साहस व शौर्य को कोटिशः नमन। ईश्वर इनके परिवारजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।"

पलामू के रहने वाले थे बलिदान एसआई

बलिदान हुए एसआई पलामू के रहने वाले थे। तीन दिन पहले ही उनके बेटे का जन्म हुआ था। वे नक्‍सल अभियान खत्‍म होने के बाद छुट्टी लेकर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। वहीं, सिपाही गौतम कुमार बिहार के आरा जिले के रहनेवाले थे।

घंटेभर चली मुठभेड़

सूत्रों के अनुसार, टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका से लेकर सरजमबुरु तक रास्ता क्लियर करने के लिए सीआरपीएफ और झारखंड जगुवार की टीमों की तैनाती इलाके में की गई है।

सोमवार को यह टीम रास्ता क्लियर करने का काम कर रही थी। इसी दौरान रात करीब 7 बजे पहले से घात लगाकर बैठे एक करोड़ इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के दस्ते ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवान अपने आप को बचाने के लिए जंगलों की आड़ में छुप गए। कुछ जवानों ने भी अपनी पोजीशन लेते हुए जवाबी फायरिंग की।

करीब एक घंटे चली मुठभेड़ के बाद नक्सली मौके से भाग निकले। इस बीच 5 जवान नहीं मिल रहे थे। मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था।

चलाया गया सर्च ऑपरेशन

देर रात सीआरपीएफ के अन्य कैंप से अतिरिक्त फोर्स मुठभेड़ स्थल भेजी गई। इसके बाद रात में ही पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान झारखंड जगुआर के दो जवानों का शव जंगल में बरामद हुआ। तीन जवान सुरक्षित मिल गए।

11 अगस्‍त को भी हुई थी मुठभेड़

मालूम हो कि 11 अगस्त को इसी इलाके में एक करोड़ की इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई थी। इसमें एक जवान सुशांत कुमार बलिदान हो गए थे। इसके साथ ही पुलिस ने इस इलाके में नक्सलियों के 11 बंकर ध्वस्त कर दिए थे।