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अब तक नहीं बदली कार्गो टर्मिलन की तस्वीर

रांची : रांची एयरपोर्ट का कार्गो टर्मिनल निकट भविष्य में कार्गो का हब बननेवाला है, लेकिन

By JagranEdited By: Updated: Sat, 03 Feb 2018 05:43 PM (IST)
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अब तक नहीं बदली कार्गो टर्मिलन की तस्वीर

रांची : रांची एयरपोर्ट का कार्गो टर्मिनल निकट भविष्य में कार्गो का हब बननेवाला है, लेकिन जरूरी संसाधन अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाया है। टर्मिनल बने एक साल पूरा होने को है। वर्ष 2017 के जनवरी माह से कार्गो का ट्रायल शुरू हो गया था। फरवरी में इसका विधिवत उद्घाटन भी हुआ। वर्तमान में प्रत्येक माह छह सौ मीट्रिक टन कार्गो की आवाजाही होती है, टर्मिनल में न कोल्ड स्टोरेज बना है ,न ही ट्रक डक निर्माण हो पाया है। इन कमिंग कार्गो क्षेत्र में स्ट्रांग रूम का निर्माण तो हुआ, लेकिन आउट गोइंग में स्ट्रांग रूम नहीं है। इससे परेशानी हो रही है।

कार्गो में अभी तक फर्श भी नहीं बन पाया है। टर्मिनल के फर्श पर कोटास्टोन लगाने की अथॉरिटी की योजना थी। वह भी ठंडे बस्ते में चली गई। टर्मिनल में कार्गो को सुरक्षित रखने के लिए अगल से गोदाम भी नहीं है। आवक और जावक कार्गो को टर्मिनल के फर्श पर ही सलटा दिया जाता है। इस कारण कई बार कार्गो खराब हो जाता है है।

कुरियर अधिकारियों की ओर से कई बार कार्गो प्रबंधक के पास इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन समस्या के समाधान को लेकर प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की।

कार्गो रखने का समुचित इंजताम नहीं

टर्मिनल में गोदाम न होने के कारण कुरियर कंपनियों को विमान के समय में ही टर्मिनल को कार्गो के सिपुर्द आरै रिसीव करने की बाध्यता होती है। रात में आउट गोइंग कार्गो का टर्मिनल में रख-रखाव नहीं होने के कारण कई बार कुरियर कंपनियों को लेनी की देनी पड़ जाती है। शाम का विमान छूटने की स्थिति में कार्गो को पुन: वापस लेकर आना पड़ता है। ट्रक डक नहीं होने से अनलोड-अपलोड किया जाता है। वहां से कार्गो को ट्रॉली के सहारे टर्मिनल तक पहुचाया जाता है। ट्रक डक बनने से टर्मिनल के अंदर ही कार्गो अनलोड और अपलोड होगा।

'कार्गो टर्मिनल में ट्रक डक, कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कुछ माह में हो जाएगा। अन्य सुविधाओं पर भी फोकस किया जाएगा। इस दिशा में पहल हो रही है।'

अनिल विक्रम, निदेशक, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची।

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