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जमशेदपुर के बैंक मैनेजर पर प्राथमिकी दर्ज, रिश्वतखोरी के केस में CBI ने किया था गिरफ्तार; अब होगी यह कार्रवाई

जमशेदपुर के टेल्को शाखा के बैंक मैनेजर पर रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की है। सीबीआई के रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें कि एनपीए हो चुके लोन खाता को नियमित करने को लेकर बैंक मैनेजर ने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसे लेकर खाताधारी ने मामले में सीबीआई से शिकायत की थी।

By Dilip KumarEdited By: Shashank ShekharUpdated: Mon, 11 Sep 2023 08:31 PM (IST)
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जमशेदपुर के बैंक मैनेजर पर प्राथमिकी दर्ज, रिश्वतखोरी के केस में CBI ने किया था गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, रांची: रिश्वत लेते गिरफ्तार टेल्को शाखा के बैंक मैनेजर पर सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी सीबीआई के रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में दर्ज की गई है।

बताया जा रहा है कि एनपीए हो चुके लोन खाता को नियमित करने के एवज में 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। इसी मामले में बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया गया था।

मुकेश प्रसाद जमशेदपुर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की टेल्को शाखा के प्रबंधक हैं। शिकायतकर्ता अरुण कुमार सिंह के पारिवार के सदस्यों के नाम पर उस बैंक में लोन खाता है। मामले में जांच की जिम्मेदारी सीबीआई रांची के पुलिस निरीक्षक चंदन कुमार सिंह को सौंपी गई है।

सीबीआई में 23 अगस्त को की गई थी शिकायत

सीबीआई की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में अरुण कुमार सिंह ने लिखित शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि वे जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के नीलगिरी कॉलोनी के रहने वाले हैं।

उनके पारिवार के सदस्यों में उनकी पत्नी अनीता बाला सिंह, मेसर्स न्यू प्रतीक इंटरप्राइजेज, जिसकी संचालिका नंदनी सिंह व मेसर्स प्रतीक इंटरप्राइजेज, जिसके संचालक प्रतीक सिंह के नाम से बैंक में अलग-अलग लोन खाता चल रहा था।

क्या है पूरा मामला 

अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सभी लोन सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया टेल्को टाउन शाखा जमशेदपुर में हैं। तीनों खाता को मार्च 2022 में तत्कालीन शाखा प्रबंधक मुकेश कुमार ने एनपीए घोषित कर दिया था।

इसके बाद अरुण कुमार सिंह इन तीनों ऋण खाता को नियमित करने के लिए कई बार बैंक में जाकर शाखा प्रबंधक मुकेश कुमार से मिले।

अरुण कुमार सिंह ने कहा कि 21 अगस्त को जब वे बैंक में मुकेश प्रसाद से मिले तो उन्होंने बताया कि लोन खाता तभी नियमित होगा, जब रिश्वत के तौर पर 10 हजार रुपये हमें दोगे। इसके बाद उन्होंने सीबीआई में इसकी लिखित शिकायत की थी।

CBI के इंस्पेक्टर ने किया था शिकायत का सत्यापन

अरुण कुमार सिंह की शिकायत का सत्यापन 24 अगस्त को सीबीआई की एसीबी रांची के पुलिस इंस्पेक्टर सुमन कुमार सिंह ने किया था। उन्होंने सत्यापन में पाया कि शिकायत सही है।

इसके बाद ही आरोपित शाखा प्रबंधक मुकेश प्रसाद उर्फ मुकेश कुमार को सीबीआई ने आठ सितंबर की रात गिरफ्तार किया था। अब सीबीआई इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

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