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कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजे गए गिरफ्तार रांची के पूर्व IAS छवि रंजन, रिमांड की अवधि पर शनिवार को सुनवाई

रांची में जमीन घोटले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने गिरफ्तार रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन की शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत में पेशी हुई और यहां से वह जेल भेज दिए गए।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 05 May 2023 04:51 PM (IST)
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रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि रंजन को गिरफ्तार कर ले जाती ईडी की टीम।
राज्य ब्यूरो, रांची। रांची में जमीन घोटले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने गिरफ्तार रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन को शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया। ईडी की विशेष अदालत के आदेश पर आइएएस अधिकारी छवि रंजन को ईडी ने रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया है।

रिमांड के बिंदुओं पर शनिवार को होगी सुनवाई

ईडी ने विशेष अदालत से दस दिनों के लिए छवि रंजन को रिमांड पर लेने का आग्रह किया है। रिमांड के बिंदु पर शनिवार को सुनवाई होगी। अब कोर्ट से रिमांड के लिए कितने दिनों की अनुमति मिलती है, यह शनिवार को स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल, आइएएस छवि रंजन जेल पहुंच चुके हैं। ईडी ने उन्हें गुरुवार करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद रात नौ बजकर 55 मिनट पर गिरफ्तार किया था।

जमीन घोटाले के मामले में आठवें आरोपित छवि रंजन

जमीन घोटाले के मामले में छवि रंजन आठवें आरोपित हैं, जिन्हें ईडी ने जेल भेजा है। इनसे पहले बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी रैयत प्रदीप बागची, अफसर अली, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान व सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर गत माह ही जेल भेजा है।

बरियातू थाने में दर्ज केस की जांच के मामले में जेल भेजे गए छवि

रांची के बरियातू थाने में चार जून 2022 को कांड संख्या 141/2022 दर्ज किया गया था। यह केस रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्टर दिलीप शर्मा ने प्रदीप बागची नामक व्यक्ति पर कराया था, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज पर रांची नगर निगम से दो-दो होल्डिंग ले ली थी। इन्हीं फर्जी होल्डिंग के आधार पर प्रदीप बागची ने सेना के कब्जे वाली बरियातू की 4.55 एकड़ जमीन को जगतबंधु टी इस्टेट के संचालक दिलीप घोष को बेच दी थी।

इसी मामले में ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत छानबीन की तो रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की भी फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले का खुलासा हुआ। जालसाजों ने जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर उक्त जमीन की खरीद-बिक्री की। इसमें तत्कालीन रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने भी पूरा सहयोग किया। यही उनकी गिरफ्तारी का मूल कारण बना।

ईडी ने राज्य सरकार को दी छवि रंजन की गिरफ्तारी की जानकारी

ईडी ने राज्य सरकार को आइएएस छवि रंजन की गिरफ्तारी की लिखित जानकारी दे दी है। मुख्य सचिव के नाम से भेजे गए पत्र में आइएएस छवि रंजन पर लगे आरोपों की जानकारी दी गई है और बताया गया है कि मनी लांड्रिंग के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। अब राज्य सरकार के स्तर से छवि रंजन के निलंबन की कार्रवाई होगी।

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