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REPORT: राजकीय पालीटेक्निक रांची में शिक्षकों के अभाव में प्रभावित हो रहा पढ़ाई, इतनें पद है खाली

Ranchi Government Polytechnic झारखंड की राजधानी रांची में स्थित राजकीय पालीटेक्निक में शिक्षकों का अभाव है। जिससे पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। एक एक शिक्षक को दो से तीन विभागों का पद भार दिया गया है। राजकीय पालीटेक्निक के प्रिंसिपल इसपर क्या कहना है देखिए...

By Sanjay KumarEdited By: Updated: Tue, 30 Aug 2022 09:00 AM (IST)
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Ranchi Government Polytechnic: राजकीय पालीटेक्निक रांची में शिक्षकों के अभाव में प्रभावित हो रहा पढ़ाई।
रांची, [कुमार गौरव]। Ranchi Government Polytechnic झारखंड की राजधानी रांची में स्थित राजकीय पालीटेक्निक में शिक्षकों का अभाव है। जिससे पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। हालांकि पिछले एक साल से इस संस्थान में गेस्ट फैकल्टी व मौजूद शिक्षकों को अतिरिक्त प्रभार देकर क्लासेस संचालित किए जा रहे हैं। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए राजकीय पालीटेक्निक के प्रिंसिपल विनोद प्रसाद सिन्हा ने जेपीएससी को पत्र भी प्रेषित किया है। ताकि ससमय शिक्षकों की कमी दूर हो सके। लेकिन अब तक इस दिशा में कुछ ठोस नतीजा सामने नहीं आया है।

एक एक शिक्षक को दो से तीन विभागों का पद भार दिया गया है। आलम यह है कि दूरसंचार अभियंत्रण में न तो विभागाध्यक्ष हैं और न ही व्याख्याता हैं। यही हाल कंप्यूटर अभियंत्रण विभाग का है। गैर योजना यानी अराजपत्रित श्रेणी से कर्म प्रमुख व वरीय अनुदेशक का पद खाली है। ड्रेसर सह कम्पाउंडर व सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष का पद भी खाली है।

वहीं अंग्रेजी, अर्थशास्त्र व कर्मशाला अधीक्षक का पद भी पिछले दो तीन वर्षाें से खाली है। लिहाजा, पठन पाठन का कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि इस दिशा में कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए गत दिनों राजकीय पालीटेक्निक विचार विमर्श के बाद विभाग को सूचना भी दी गई है। बता दें कि राजकीय पालीटेक्निक में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रोनिक्स विभाग में कुल 1000 छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं।

28.54 एकड़ परिसर की सफाई के लिए 10 सफाई कर्मी

मजेदार बात तो यह है कि राजकीय पालीटेक्निक के कुल 28.54 एकड़ परिसर की साफ सफाई के लिए सिर्फ 10 सफाई कर्मी ही तैनात हैं। जबकि इन्हीं कर्मियों से आफिस स्टाफ के तौर पर भी काम लिया जा रहा है। जबकि स्वीकृत पद 44 है और 34 पद रिक्त पड़े हैं। कर्मियों के अभाव में परिसर में खासकर हास्टल के आसपास गंदगी का अंबार लगा है। इसकी सफाई नहीं होने से छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

वहीं, हास्टल के छात्रों ने कहा कि साफ सफाई नहीं होने के कारण बीमारी फैलने की संभावना है। शौचालय पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। शिकायत के बाद भी इसकी समुचित साफ सफाई नहीं कराई जा रही है। वहीं दूसरी ओर 200 बेड का गर्ल्स हास्टल भी बनकर तैयार है। लेकिन बाउंड्री नहीं बन पाने के कारण इसे चालू नहीं किया जा रहा है। इस वजह से दूरदराज के क्षेत्रों से आई छात्राओं को शहर के लाज में ही रहना पड़ रहा है।

पदनाम - स्वीकृत पद - भरे पद - रिक्त पद

  • विभागाध्यक्ष दूरसंचार अभियंत्रण -  01 - 00 - 01
  • व्याख्याता यांत्रिक अभियंत्रण - 05 - 03 - 02
  • व्याख्याता विद्युत अभियंत्रण - 05 - 01 - 04
  • व्याख्याता असैनिक अभियंत्रण - 13 - 03 - 10
  • व्याख्याता दूरसंचार अभियंत्रण -  04 - 00 - 04
  • व्याख्याता गणित - 02 - 01 - 01
  • व्याख्याता रसायन -  01 - 01 - 00
  • व्याख्याता भौतिकी - 01 - 01 - 00
  • व्याख्याता अंग्रेजी -  01 - 00 - 01
  • व्याख्याता अर्थशास्त्र - 01 - 00 - 01
  • कर्मशाला अधीक्षक - 01 - 00 - 01
योजना अंतर्गत यानी राजपत्रित: पदनाम - स्वीकृत पद - भरे पद - रिक्त पद

  • विभागाध्यक्ष कंप्यूटर अभियंत्रण -  01 - 00 - 01
  • व्याख्याता कंप्यूटर अभियंत्रण - 03 - 00 - 03
गैर योजना यानी अराजपत्रित: पदनाम - स्वीकृत पद - भरे पद - रिक्त पद

  • कर्म प्रमुख - 04 - 00 -  04
  • वरीय अनुदेशक - 06 - 00 - 06
  • कनीय अनुदेशक - 18 - 01 - 17
  • प्रयोगशाला सहायक - 04 - 01 - 03
  • प्रधान लिपिक - 01 - 01 - 00
  • लिपिक - 13 - 06 - 07
  • ट्रेसर - 01 - 01 - 00
  • ड्रेसर सह कम्पाउंडर - 01 - 00 - 01
  • सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष - 01 - 00 - 01
  • चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी - 44 - 10 - 34
विभाग को किया गया है सूचित

रांची राजकीय पालीटेक्निक के प्रिंसिपल विनद प्रसाद सिन्हा का कहना है कि शिक्षकों के अलावे कर्मियों की नियुक्ति के लिए विभाग को सूचना दी गई है। राजकीय पालीटेक्निक में जेपीएससी के जरिये ही नियुक्ति प्रक्रिया होती है। इस वजह से स्थानीय तौर पर कुछ नहीं किया जा सकता है। हालांकि गेस्ट फैकल्टी की मदद से तत्काल काम चलाया जा रहा है। क्लासेस नियमित रुप से संचालित किए जा रहे हैं। छात्र छात्राओं की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।

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