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Ranchi Land Scam में प्रेम प्रकाश हुआ गिरफ्तार, अब तक छवि रंजन सहित 13 पर ED ने कसा शिकंजा, CM को भी तलब

रांची में जमीन घोटाला केस में ईडी ने शुक्रवार को 14वीं गिरफ्तारी के रूप में प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया है। यह वही प्रेम प्रकाश है जिसे नेताओं व नौकरशाहों का करीबी बताया जाता है। प्रेम प्रकाश को ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन में गत वर्ष 25 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। प्रेम प्रकाश को लेकर यह जमीन घोटाले की 14वीं गिरफ्तारी है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 11 Aug 2023 02:27 PM (IST)
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जमीन घोटाले में अब प्रेम प्रकाश हुआ गिरफ्तार।
राज्य ब्यूरो, रांची। Ranchi Land Scam: Jharkhand News: रांची में जमीन घोटाला केस में ईडी ने शुक्रवार को 14वीं गिरफ्तारी के रूप में प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया है। ईडी ने उसे कोर्ट में प्रस्‍तुत किया। वहां उससे पांच दिनों तक पूछताछ के लिए अनुमति मिली। यह वही प्रेम प्रकाश है, जिसे नेताओं व नौकरशाहों का करीबी बताया जाता है। प्रेम प्रकाश को ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन में गत वर्ष 25 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में पिछले एक साल से बंद प्रेम प्रकाश के अलावा उसका खास सहयोगी कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल भी इसी मामले में जेल में बंद है। इसी मामले में ईडी ने समन कर आगामी 14 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है।

फर्जी कागजातों के जरिए जमीन की अवैध बिक्री

ईडी ने जमीन घोटाला केस में गत तीन व चार अगस्त को जेल में ही प्रेम प्रकाश का बयान लिया था। ईडी को शक है कि फर्जी कागजातों के माध्यम से करोड़ों की जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री में प्रेम प्रकाश भी शामिल था।

रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में ईडी ने जब छानबीन की, तो पता चला कि गलत कागजात के आधार पर प्रेम प्रकाश ने उक्त जमीन को अपने करीबी पुनीत भार्गव के नाम पर कराया था। इसके बाद पुनीत भार्गव से उस जमीन को विष्णु अग्रवाल व उसकी पत्नी अनुश्री अग्रवाल के नाम पर बेचवाया। इसके एवज में उसे डेढ़ करोड़ रुपये मिले थे।

जमीन घोटाले में कब-कब कौन-कौन हो चुके हैं गिरफ्तार

14 अप्रैल: प्रदीप बागची, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान व भानु प्रताप प्रसाद।

चार मई: रांची के पूर्व उपायुक्त निलंबित आइएएस छवि रंजन।

सात जून: दिलीप कुमार घोष व अमित कुमार अग्रवाल।

तीन जुलाई: भरत प्रसाद व राजेश राय।

31 जुलाई: विष्णु अग्रवाल।

11 अगस्त 2023: प्रेम प्रकाश।

अवैध खनन में भी मास्टरमाइंड रहा है प्रेम प्रकाश

नेताओं व नौकरशाहों का करीबी प्रेम प्रकाश गत वर्ष 25 अगस्त को गिरफ्तार हुआ था। वह अवैध खनन का मास्टरमाइंड रहा है। साहिबगंज में पत्थर ढुलाई करने वाली कंपनी सीटीएस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का निदेशक संजय चौधरी प्रेम प्रकाश का करीबी था। संजय चौधरी की कंपनी ने बिना परिवहन व खनन चालान के करीब 100 करोड़ के अवैध पत्थर का परिवहन करवाया था।

अवैध खनन में प्रेम प्रकाश व पंकज मिश्रा ने मिलकर मोटी रकम की उगाही की थी। प्रेम प्रकाश ने अवैध खनन के रुपयों को अपनी कंपनियों में जमा किया। उसने 26 अगस्त 2020 से आठ जनवरी 2021 के बीच अपने पंजाब नेशनल बैंक के खाते से कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल मेसर्स अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के खाते में भी रुपये स्थानांतरित किया।

अमित अग्रवाल भी जमीन घोटाले में जेल में बंद है। ईडी को प्रेम प्रकाश के ठिकानों से छापेमारी में दो एके-47 व विदेशी कछुआ भी मिला था। दोनों एके-47 मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात रांची पुलिस के दो जवानों के थे, जिन्हें प्रेम प्रकाश ने अवैध तरीके से अपने अंगरक्षक के रूप में रखा था। हालांकि, रांची पुलिस ने प्रेम प्रकाश को अंगरक्षक दिए जाने संबंधित तथ्य से इंकार किया था और दोनों जवानों को निलंबित कर दिया था।

रवि केजरीवाल ने प्रेम प्रकाश को बताया था मुख्यमंत्री का करीबी

ईडी ने अवैध खनन में दाखिल चार्जशीट में यह उल्लेख किया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल ने अपने बयान में प्रेम प्रकाश को मुख्यमंत्री का करीबी बताया था। रवि केजरीवाल ने बताया था कि एक दिन वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनके कार्यालय में बैठा था।

वहां हेमंत सोरेन ने पंकज मिश्रा को सीधे तौर पर निर्देशित किया था कि संताल के क्षेत्रों में पत्थर व बालू खनन से आने वाले रुपयों को वह प्रेम प्रकाश को दे। इसके बाद यह तय हुआ कि उक्त राशि लेने के बाद प्रेम प्रकाश उसे व्यवसायी अमित अग्रवाल को देगा।

पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि हैं, जिन्हें गत वर्ष ईडी ने अवैध खनन में गिरफ्तार किया था। अवैध खनन में प्रेम प्रकाश, पंकज मिश्रा जबकि जमीन घोटाले में अमित अग्रवाल की पूर्व में हो चुकी है गिरफ्तारी। ईडी की चार्जशीट के अनुसार प्रेम प्रकाश ने मुख्यमंत्री व अमित अग्रवाल के करीबी होने का लाभ उठाया था।

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