Ranchi News: रिम्स में सशस्त्र ड्यूटी देंगे होमगार्ड के जवान और आर्म्स पुलिस फोर्स! निदेशक ने DGP को लिखा पत्र
Jharkhand News राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए रिम्स निदेशक ने डीजीपी से लेकर प्रशासन तक को पत्रा लिखा है। पत्र में रिम्स में होमगार्ड के जवानों को सशस्त्र तैनात करने की जरूरत बताई है। साथ ही आर्म पुलिस फोर्स की तैनाती की भी मांग की गई है।
अनुज तिवारी, रांची। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। रिम्स में तैनात होमगार्ड के जवान अब सशस्त्र तैनात रहेंगे। साथ ही आर्म पुलिस फोर्स की तैनाती भी करने की तैयारी है। इसे लेकर रिम्स निदेशक ने डीजीपी से लेकर प्रशासन तक को पत्र लिखकर, इसकी जरूरत बताई है।
रिम्स निदेशक डा. राज कुमार ने बताया कि रिम्स की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। रिम्स में लगातार अतिक्रमण का खेल जारी है, इसलिए जरूरी है कि यहां के सुरक्षाकर्मी नियमों के तहत हथियार के साथ तैनात रहें।
इससे उनका प्रभाव भी बढ़ेगा और गलत करने वाले डरेंगे। उन्होंने कहा कि इससे रिम्स में अतिक्रमण दूर करने से लेकर वार्ड में मरीजों की सुरक्षा तक सुनिश्चित की जा सकेगी।
पुलिस प्रशासन ने किया रिम्स की सुरक्षा का मुआयना
रिम्स में 148 जगहों पर अतिक्रमण है, जिसे हटाने के लिए पूरे परिसर में बाउंड्री देने की तैयारी की जा रही है। निदेशक ने बताया कि अगर बाउंड्री देने के बाद भी ये दोबारा अतिक्रमण करते हैं तो इन्हें कैसे हटाया जाए। इसे लेकर डीजीपी को पत्र लिखा गया है।
स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से लोकसभा चुनाव से पहले ही पूरे क्षेत्र का मुआयना किया गया था लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल पाई है। ऐसे में किसी भी काम को बेहतर तरीके से कर पाना थोड़ा मुश्किल है।
रिम्स में अभी करीब 400 होमगार्ड के जवान तैनात हैं, जिनकी ड्यूटी रिम्स के विभिन्न वार्डों से लेकर हास्टल, प्रशासनिक भवन व एकेडमिक भवन में है। इन होमगार्ड जवानों के अलावा सैफ के जवान भी ड्यूटी देते हैं।
इनकी ड्यूटी निदेशक आवास, अन्य अधिकारियों व ट्रामा सेंटर और सुपर स्पेशिएलिटी बिल्डिंग में है। इन सभी जगहों पर फिलहाल होमगार्ड व सैफ के जवान लाठी के साथ ड्यूटी पर तैनात रहते हैं।
रिम्स के अंदर दलाल सबसे बड़ी समस्या
रिम्स के अंदर दलाल सबसे बड़ी समस्या हैं। इन्हें भी यहां तैनात लाठीधारी सुरक्षा कर्मियों का कोई भय नहीं दिखता और उनके सामने ही मरीजों से ठगी कर चंपत हो जाते हैं। इतना ही नहीं ब्लड बैंक में लगातार खून की दलाली के नाम पर हजारों रुपये गरीब व भोलेभाले लोगों से ठग लिया जाता है। कभी-कभी इन्हें पकड़ भी लिया जाता है, लेकिन कानूनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं होती और कुछ घंटे के अंदर थाने से इन्हें छोड़ दिया जाता है।
सैफ जवानों को भी हथियार देने का आग्रह
रिम्स की सुरक्षा पुख्ता बनाने के लिए सैफ जवानों को भी बंदूक देने का आग्रह किया जा चुका है। डीएमएस डा. शैलेश त्रिपाठी के अनुसार अगर जवानों को हथियार उपलब्ध कराया जाए तो इसका असर रिम्स की व्यवस्था पर दिख सकता है। हर चेक प्वांइट पर सुरक्षा पुख्ता होगी और मरीजों की सुरक्षा के प्रति विश्वास बढ़ेगा और मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
यह भी पढ़ें -
Jharkhand Politics: CM हेमंत सोरेन ने सांसद पप्पू यादव से की मुलाकात, सियासी हलचल हुई तेज