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Ranchi News: बालू की किल्लत से शहर के तीन फ्लाईओवर्स का काम प्रभावित, हो सकती है निर्माण में देरी

Jharkhand News राज्‍य सरकार रांचीवासियों को एक साथ तीन फ्लाईओवर की सौगात देने की तैयारी में है। लेकिन बालू की कमी के चलते इनके काम पर असर पड़ रहा है। बालू की किल्लत के कारण विकास के सारे काम रुक हुए हैं। निर्माण से जुड़े लोगों का कहना है कि बालू की कमी से निपटने के लिए सरकारी स्तर पर पहल करनी होगी।

By verendra Rawat Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 28 Jul 2024 04:16 PM (IST)
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बालू के अभाव के कारण शहर के तीनों फ्लाईओवर का काम प्रभावित हो रहा है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार हर स्तर पर प्रयास कर रही है। राजधानीवासियों को एक साथ तीन फ्लाईओवर का सौगात देने की तैयारी में भी है। लेकिन बालू के अभाव के कारण शहर के तीनों फ्लाईओवर का काम प्रभावित हो रहा है। बालू की किल्लत के कारण विकास के सारे काम रुक चुके हैं।

सबसे अधिक परेशानी सरकारी कार्यों में आ रही हैं। कांटाटोली फ्लाईओवर को अगस्त, सिरमटोली-डोरंडा फ्लाईओवर को सितंबर और रातू रोड फ्लाईओवर को नवंबर तक शुरू करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री ने लिया था।लेकिन तीनों फ्लाईओवर का काम अधर में लटक चुका है। निर्माण से जुड़े लोगों का कहना है कि बालू की कमी से निपटने के लिए सरकारी स्तर पर पहल करनी होगी।

कांटाटोली फ्लाईओवर 

कांटाटोली फ्लाईओवर का काम लगभग 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। इसे अगस्त के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य लिया गया है। इसे लेकर जुडको के अधिकारी व इंजीनियर हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जोड़ा पेट्रोल पंप के पास जमीन अधिग्रहण और अब बालू की किल्लत के कारण फ्लाईओवर का कामकाज बाधित हो रहा है।

वहीं अबतक कांटाटोली फ्लाईओवर के सर्विस लेन का काम भी अधूरा पड़ा है। सर्विस लेन पर लोगों का चलना तक मुश्किल हो गया है। कांटाटोली फ्लाईओवर का निर्माण 290 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। जिसमें 462 सेगमेंट चढ़ाने का काम पूरा कर लिया गया है। यह फ्लाईओवर 1.2 किलोमीटर लंबा बनेगा।

सिरमटोली फ्लाईओवर

सिरमटोली-डोरंडा फ्लाईओवर का काम लगभग 85 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। 2.34 किलोमीटर लंबी विश्व स्तरीय फोन लेन के साथ फ्लाईओवर के निर्माण में 327 करोड़ की लागत से इस फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य में आरओबी, बालू की किल्लत एक बड़ी समस्या बन कर सामने आई है।

इस फ्लाईओवर का निर्माण पथ निर्माण विभाग की ओर से किया जा रहा है। पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कच्छप ने बताया कि सितंबर तक किसी भी हाल में फ्लाईओवर का काम पूरा करने का लक्ष्य लिया गया है। लेकिन बालू और आरओबी की समस्या जल्द दूर नहीं हुई तो फ्लाईओवर के निर्माण में देरी हो सकती है।

रातू रोड फ्लाईओवर 

रातू रोड फ्लाईओवर का काम तेजी से चल रहा था, लेकिन अब अचानक निर्माण पर ग्रहण लग चुका है। हालांकि फ्लाईओवर का काम 70 प्रतिशत पूरा किया जा सका है। सांसद संजय सेठ ने बताया कि बालू नहीं मिलने पर यह फ्लाईओवर नवंबर में पूरा नहीं किया जा सकता है।

इस फ्लाईओवर का निर्माण 558 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। फ्लाईओवर के साथ यूटिलिटी रोड का निर्माण भी शामिल है। लेकिन अबतक फ्लाईओवर के निर्माण से जुड़े कई काम अधर में लटके हुए हैं। इसमें दूरदर्शन की ओर से बनने वाली सड़क और जमीन अधिग्रहण भी शामिल है। यह फ्लाईओवर 4.18 किलामीटर लंबा बनाया जा रहा है।

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