Ranchi: बच्चों को अश्लील वीडियो बेचने वाला युवक केरल से गिरफ्तार, टेलीग्राम पर चलाता था अश्लीलता का कारोबार
साइबर अपराध पुलिस ने बच्चों का आपत्तिजनक वीडियो बेचने वाले गिरोह के सदस्य को केरल से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में शिकायतकर्ता चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन के नाम से संचालित एनजीओ के सचिव वैद्यनाथ कुमार हैं। इन्हें सूचना मिली थी कि टेलीग्राम चैनल के माध्यम से चाइल्ड सेक्स वीडियो व स्काट सर्विस के नाम पर एक ओपेन ग्रुप चल रहा है।
राज्य ब्यूरो, रांची: सीआईडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने बच्चों का आपत्तिजनक वीडियो बेचने वाले गिरोह के सदस्य को केरल से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित अरुण बाबू ओपी है, जो मूल रूप से केरल के कन्नूर जिले के कवूमभगम उम्मेनदुरु स्थित हाइमा ओपी हाउस का स्थाई निवासी है।
वर्तमान में वह बेंगलुरु के विद्यानगर पीन्या स्थित बेलमार लेआउट रेड बिल्डिंग में रह रहा था। पुलिस ने उसके पास से दो मोबाइल व बाल यौन शोषण सामग्री से संबंधित फोटो, वीडियो व टेलीग्राम चैनल के लिंक व क्लाउड स्टोरेज सर्विस एमईजीए, टीईआरए से कई फोटो व वीडियो बरामद किया है।
इस मामले में शिकायतकर्ता चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन के नाम से संचालित एनजीओ के सचिव वैद्यनाथ कुमार हैं। इन्होंने सीआइडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने में 30 अगस्त को धोखाधड़ी, जालसाजी व आइटी एक्ट से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इन्हें सूचना मिली थी कि टेलीग्राम चैनल के माध्यम से चाइल्ड सेक्स वीडियो व स्काट सर्विस के नाम पर एक ओपेन ग्रुप चल रहा है।
साइबर अपराध थाने की पुलिस ने गृह मंत्रालय भारत सरकार के इंडियन साइबर क्राइम को-आर्डिनेशन सेंटर से समन्वय स्थापित कर इस कांड के आरोपित को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
ग्रुप का सदस्य बनकर ऐसे किया खुलासा
शिकायतकर्ता वैद्यनाथ कुमार ने एक साल तक काल गर्ल दिल्ली ग्रुप का सदस्य बनकर इस ग्रुप की निगरानी की। इसी बीच इन्हें दिल्ली सेक्स ग्रुप से लड़कियों का अड्डा नामक ग्रुप में जुड़ने के लिए लिंक मिला।
इन्हें चाइल्ड सेक्स पोर्नोग्राफी वीडियो पाने के लिए मैसेज आया। इन्हें एक वीडियो और लिंक भेजा गया जो देखने के बाद स्वत: मिट गया।
इसके बाद इन्हें मैसेज आया कि इसे खरीदने के लिए 220 रुपये देने पर आठ हजार से ज्यादा चाइल्ड सेक्स पोर्नोग्राफी वीडियो मिलेगा।
वैद्यनाथ ने 220 रुपये उनके भेजे गए यूपीआइ आइडी में भुगतान किया। इसपर उन्हें चाइल्ड सेक्स पोर्नोग्राफी से संबंधित पांच लिंक व अन्य वीडियो भी भेजा गया। ये वीडियो देखने से ऐसा लगा है कि ये देश के छोटे-छोटे बच्चों के साथ बनाए गए हैं।
बच्चों पर रखें खास नजर
साइबर अपराध थाने की पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर बच्चों को उनकी सीमाओं की जानकारी दें।
उन्हें इसके जोखिम को समझाएं व फ्राड व अनजान लोगों को ब्लॉक करने के बारे में बताएं। विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म के प्राइवेसी सेटिंग के बारे में भी बच्चों को बताएं।
बाल यौन शोषण सामग्री के हर कोण को समझाएं। आजकल के बच्चे अपनी उम्र में अधिक स्मार्ट हो गए हैं और इंटरनेट मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं। तरह-तरह की चीजें देखते हैं।
जब भी बच्चा अकेला होगा वह इंटरनेट साइट्स पर जाएगा। ऐसे में बच्चों को पोर्नोग्राफी से जुड़ी अपराध की कड़ी के बारे में समझाएं व इसके दुष्प्रभाव को बताएं।
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