रांची स्मार्ट सिटी के बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम अंतिम चरण में, 12 में 4 परियोजनाओं को किया गया पूरा
देश के सौ स्मार्ट शहरों में शामिल रांची स्मार्ट सिटी लगातार अग्रणी पंक्ति में बना हुआ है। जन आकांक्षाओं के अनुरूप शहर विकसित करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। रांची स्मार्ट सिटी क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं का विकास अपने अंतिम दौर में है।
By Ashish JhaEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 22 Feb 2023 12:29 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची: देश के सौ स्मार्ट शहरों में शामिल रांची स्मार्ट सिटी लगातार अग्रणी पंक्ति में बना हुआ है। जन आकांक्षाओं के अनुरूप शहर विकसित करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। रांची स्मार्ट सिटी क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं का विकास अपने अंतिम दौर में है। पहले से चल रहीं 12 परियोजनाओं में से चार पूरी हो चुकी हैं जबकि अन्य 8 परियोजनाओं के शीघ्र पूरा होने की उम्मीद है।
तीन चरण में 11 प्लॉट की हो चुकी है बिक्री
मंगलवार को जुपमी भवन में आयोजित रांची स्मार्ट सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में रांची स्मार्ट के सीईओ अमित कुमार ने कहा कि अब तक तीन चरणों में 11 प्लॉट की सफलता पूर्वक ई-नीलामी की जा चुकी है। इसमें 6 आवासीय प्लॉट, 3 मिक्स यूज, 2 संस्थागत प्लॉट शामिल हैं। अब तक की नीलामी से कुल 421 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में प्राप्त हुआ है।
पिस्का नगड़ी रेलवे स्टेशन को जल्द किया जाएगा विकसित
बैठक में रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि वेस्ट प्लास्टिक के डिस्पोजल का बेहतर इंतजाम और इस्तेमाल की दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि पिस्का नगड़ी रेलवे स्टेशन जल्द ही एक विकसित और बड़ा स्टेशन का रूप लेगा।पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए प्रगति की दी जानकारी
बैठक में महाप्रबंधक तकनीकी राकेश कुमार नंदक्योलियार ने स्मार्ट सिटी के तथ्यों और प्रगति को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए प्रस्तुत किया और सदस्यों को स्मार्ट सिटी एबीडी क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य से रूबरू कराया।
सीईओ अमित कुमार ने सांसद से आग्रह किया कि हटिया स्टेशन से एफएफपी प्लांट जा रहे रेलवे ट्रैक के नीचे से रेल अंडरपास को लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र दिलाने में एचईसी प्रबंधन से बातचीत की जाए।
दो स्मार्ट विद्यालय का होगा निर्माण
सांसद संजय सेठ ने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी में दो विद्यालय होना चाहिए। एक विद्यालय हायर सेकेंडरी के बच्चों के लिए और एक नौनिहाल बच्चों के लिए प्री प्राइमरी स्कूल होना चाहिए।
सीईओ अमित कुमार ने बताया कि पूरे रांची शहर के सॉलिड वैस्ट मैनेजमेंट के लिए 150-150 टन का दो प्लांट गेल के द्वारा तैयार होना है, जिसमें पहला प्लांट निर्माणाधीन है; जो जून से काम करने लगेगा।
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