RSS में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके राजेंद्र गुप्ता का दिल्ली में निधन... झारखंड से इस तरह जुड़ी हैं यादें
Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अनुषांगिक संगठनों को सहारा देने वाले तृतीय वर्ष प्रशिक्षित स्वयंसेवक व लक्ष्मी पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालक 75 वर्षीय राजेंद्र कुमार गुप्ता का नई दिल्ली के दरियांगज स्थित आवास पर हृदयगति रुकने से निधन हो गया।
रांची, [संजय कुमार]। Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अनुषांगिक संगठनों को सहारा देने वाले तृतीय वर्ष प्रशिक्षित स्वयंसेवक व लक्ष्मी पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालक 75 वर्षीय राजेंद्र कुमार गुप्ता का सोमवार अलसुबह नई दिल्ली के दरियांगज स्थित आवास पर हृदयगति रुकने से निधन हो गया। रांची में उनके निधन की सूचना पहुंची तो लोग आपस में उनसे जुड़ी पुरानी यादें साझा करने लगे। विदेश से भी शोक संदेश आने लगे।
राजेंद्र कुमार गुप्ता।
राजेंद्र कुमार गुप्ता दानवीर थे: अशोक श्रीवास्तव
अमेरिका के न्यू जर्सी प्रवास पर गए आरएसएस के झारखंड के सह प्रांत संघचालक अशोक श्रीवास्तव ने दैनिक जागरण से फोन पर बात करते हुए कहा कि वह दानवीर थे। जब जिस संगठन को जरूरत पड़ी हमेशा मदद के लिए तैयार रहे। वनवासी कल्याण केंद्र, सेवा भारती, विहिप सहित कई संगठनों की उन्होंने मदद की।
एक वर्ष तक राजेंद्र गुप्ता गुमला में संघ के प्रचारक रहे
उन्होंने कहा कि बीआइटी मेसरा से 1969 में मेकैनिकल इंजीनियरिंग से डिग्री लेने के बाद एक वर्ष तक राजेंद्र गुप्ता गुमला में संघ के प्रचारक रहे। उन्होंने वहां के लोगों की स्थिति को नजदीक से देखा था, जिसके कारण यहां जनजाति समाज के लोगों के प्रति उनके मन में काफी पीड़ा थी। वहां से लौटने के बाद रांची में एक वर्ष तक एचईसी में नौकरी की फिर अपने पिता के पब्लिकेशन के व्यवसाय को संभालने के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में उन्होंने लक्ष्मी प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड व न्यू एज की स्थापना की। आज इस कंपनी का झारखंड सहित 12 से अधिक राज्यों में कारोबार है।
विश्व के 50 से अधिक देशों में किया भ्रमण, संघ का ध्वज लगा प्रार्थना करने वाले गिने-चुने लोगों में थे शामिल
अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले राजेंद्र गुप्ता विश्व के 50 से अधिक देशों के भ्रमण के दौरान उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव पर जाकर संघ का ध्वज लगा प्रार्थना करने वाले गिने-चुने लोगों में शामिल थे। वह नई दिल्ली के झंडेवालान में बन रहे संघ कार्यालय से संबंधित ट्रस्ट के अध्यक्ष भी थे। सह प्रांत संघचालक ने कहा कि गुमला में वनवासी कल्याण केंद्र की ओर से चल रहे कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र को बनवाने में गुप्ता ने पूरा सहयोग दिया था। अभी खूंटी के तपकारा में भी वनवासी कल्याण केंद्र के छात्रावास के निर्माण में उन्होंने सहयोग किया। 14 अगस्त को उसके उदघाटन में आने वाले भी थे।
सेवा भारती के जोन्हा के प्रकल्प को शुरू करने में था महत्वपूर्ण योगदान
राष्ट्रीय सेवा भारती के पदाधिकारी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि सेवा भारती के काम को झारखंड में आगे बढ़ाने में राजेंद्र गुप्ता का सबसे बड़ा योगदान रहा। आज सेवा भारती का जोन्हा में जो बड़ा प्रकल्प चल रहा है उसकी स्थापना के पीछे उन्हीं की सोच थी। इसमें आर्थिक रूप से भी उन्होंने काफी सहयोग किया। वे कहते रहते थे कि पूरे झारखंड मे प्रकल्प प्रारंभ करो, रुपये की कोई कमी नहीं होगी। उनके जाने से संघ परिवार को बड़ी क्षति हुई है।