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दो महीने में दस फिट कम हुआ हटिया डैम का जलस्तर, अगले महीने से शुरू होगी राशनिंग

राजधानी की लगभग सात लाख आबादी को पानी पिलाने वाला हटिया डैम मई के आखिरी में फिर से सूख रहा है। डैम में पिछले दो महीने में दस फीट पानी कम हुआ है। हटिया जलागार के अधिकारियों के मुताबिक डैम की क्षमता 38 फीट है।

By Vikram GiriEdited By: Updated: Fri, 21 May 2021 12:01 PM (IST)
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दो महीने में दस फिट कम हुआ हटिया डैम का जलस्तर, अगले महीने से शुरू होगी राशनिंग। जागरण

रांची, जासं । राजधानी की लगभग सात लाख आबादी को पानी पिलाने वाला हटिया डैम मई के आखिरी में फिर से सूख रहा है। डैम में पिछले दो महीने में दस फीट पानी कम हुआ है। हटिया जलागार के अधिकारियों के मुताबिक डैम की क्षमता 38 फीट है। मगर इसमें अब केवल 18 फीट पानी बचा है। ऐसे में जून के पहले सप्ताह से राशनिंग शुरू करने की नौबत आ सकती है।

हटिया डैम से हटिया, सिंह मोड़, लटमा, जगरनाथपुर, बिरसा चौक, डोरंडा, शुक्ला कॉलोनी और हिनू इलाके में पानी की आपूर्ति होती है। हटिया डैम से शहर में रोज 8.5 एमजीडी पानी की सप्लाई होती है। डैम का जलस्तर 3.7 फीट पर जाने के बाद पानी की सप्लाई को पूरी तरह से बंद करना पड़ेगा। क्षमता के हिसाब से हटिया डैम रांची का सबसे बड़ा है। रुक्का डैम की क्षमता 36 फीट और कांके डैम की क्षमता 28 फीट जल संग्रह की है।

पिछले वर्ष जून बचा था केवल 4.2 फीट पानी

पिछले वर्ष हटिया डैम में केवल 4.2 फीट पानी रह गया था। ये पिछले चार वर्षों का सबसे कम जलस्तर था। हाल ये था कि लोग पैदल डैम पार कर रहे थे। साथ ही सूख चुके डैम की जमीन पर मवेशी घूम रहे थे। लोग धड़ल्ले से डैम के मध्यम में मोटरसाइकिल चल रहे थे। पिछले कई वर्षों से लगातार सूखने के कारण हटिया डैम के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है।

डैम के लिए काल बना रिंग रोड

रांची में रिंग रोड का निर्माण वर्ष 2010 में कराया गया था। मगर अब ये हटिया डैम के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन गया है। रिंग रोड के निर्माण से पहले हटिया डैम का जलस्तर इतना नीचे नहीं जाता था। लेकिन जब से रिग रोड बना है, इसमें आने वाले पानी का प्रवाह अवरोध हुआ है। रोड के निर्माण से बड़े इलाके से पानी का बहाव डैम की ओर ठीक से नहीं हो पा रहा है। हालांकि बताया जा रहा है कि दूसरे इलाके से पानी आने के लिए नाला बनाया गया है मगर ये पानी के रन ऑफ एरिया में नहीं होने से पानी की बर्बादी हो जाती है।