कोर्ट के आदेश के बाद भी कुरान नहीं बांटेगी ऋचा, जज के खिलाफ वकीलों ने खोला मोर्चा
Jharkhand. रांची की एक अदालत ने सोशल साइट पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में पांच कुरान बांटने की शर्त पर जमानत दी थी। अब ऋचा ने इसे मानने से इन्कार कर दिया है।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Wed, 17 Jul 2019 12:00 PM (IST)
रांची, जासं। धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सशर्त जमानत पर जेल से बाहर निकली रांची के पिठोरिया की ऋचा भारती कुरान नहीं बांटेगी। वह अदालत के कुरान बांटने के आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती देगी। मंगलवार को ऋचा के घर पर उससे मिलने वालों का तांता लगा रहा। भाजपा नेता और हिंदू संगठनों के नेता उससे मिलने पहुंचे। पत्रकारों का भी हुजूम उमड़ा। सबने उससे दनादन सवाल दागे।
इधर ऋचा पटेल के फेसबुक टिप्पणी मामले में न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह के 5 कुरान की प्रति बांटने के अजीबोगरीब आदेश के बाद रांची जिले के वकील आंदोलित हो गए हैं। मनीष कुमार सिंह की अदालत का बुधवार को बहिष्कार किया गया। वकीलों ने जज की ओर से दिए गए इस तरह के आदेश की जमकर मुखालफत की।
इस बीच रांची वीमेंस कॉलेज के बीकॉम थर्ड ईयर में पढऩे वाले ऋचा सवालों से जरा भी घबराई नहीं। बेबाकी सी अपनी बात रखी। कहा, प्रशासन की कार्रवाई एकतरफा है। हमने तो पोस्ट को शेयर किया। पोस्ट करने वाले अभी भी बाहर हैं। दूसरी बात प्रकरण के बाद सोशल साइट पर मुझे काफी गाली दी गई। गाली देना भी गुनाह है तो प्रशासन ने उन पर क्यों नहीं कार्रवाई की।
ऋचा ने कहा कि अदालत के आदेश के खिलाफ वह ऊपरी अदालत में अपील करेंगी। हमने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है। सोशल साइट पर इस तरह के हजारों पोस्ट भरे पड़े हैं। हमने इसे नहीं लिखा, एक ग्रुप से पोस्ट आया तो शेयर कर दिया। हमारी बस इतनी ही गलती है। मुझे कुरान बांटने को कहा गया है लेकिन यह मेरे मौलिक अधिकारों का हनन है। मुझे अपना धर्म मानने का अधिकार है।
शुभचिंतकों से घिरी रही ऋचा : सोमवार की शाम जेल से निकलने के बाद से ही ऋचा के पिठोरिया स्थित घर पर शुभचिंतकों की भीड़ जुट गई। मंगलवार को सुबह से ही गांव वालों के साथ सगे-संबंधी पहुंचने लगे। दिनभर विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से जुड़े नेताओं का आना-जाना लगा रहा। संगठन से जुड़े वकील मामले की तफ्तीश में जुटे रहे। शाम में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव भी ऋचा एवं उसके माता-पिता से मिले। उन्होंने हरसंभव कानूनी सहयोग उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
विवादित पोस्ट पर भेजा गया था जेल : 12 जुलाई को सोशल साइट पर विवादित पोस्ट शेयर करने के आरोप में ऋचा को जेल भेज दिया गया था। सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत ने सशर्त जमानत दी थी। जमानत पर सुनवाई के दौरान न्यायिक दंडाधिकारी ने आरोपित को 15 दिनों के अंदर पांच कुरान बांटने का आदेश दिया था। ऋचा भारती के खिलाफ सदर अंजुमन कमेटी, पिठोरिया द्वारा 12 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अंजुमन कमेटी ने पोस्ट के कारण सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका जताई थी।
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- कहा, यह मेरे मौलिक अधिकारों का हनन, मैंने सिर्फ एक पोस्ट शेयर किया
- सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ टिप्पणी के बाद जेल भेजी गई थी छात्रा
शुभचिंतकों से घिरी रही ऋचा : सोमवार की शाम जेल से निकलने के बाद से ही ऋचा के पिठोरिया स्थित घर पर शुभचिंतकों की भीड़ जुट गई। मंगलवार को सुबह से ही गांव वालों के साथ सगे-संबंधी पहुंचने लगे। दिनभर विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से जुड़े नेताओं का आना-जाना लगा रहा। संगठन से जुड़े वकील मामले की तफ्तीश में जुटे रहे। शाम में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव भी ऋचा एवं उसके माता-पिता से मिले। उन्होंने हरसंभव कानूनी सहयोग उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
विवादित पोस्ट पर भेजा गया था जेल : 12 जुलाई को सोशल साइट पर विवादित पोस्ट शेयर करने के आरोप में ऋचा को जेल भेज दिया गया था। सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत ने सशर्त जमानत दी थी। जमानत पर सुनवाई के दौरान न्यायिक दंडाधिकारी ने आरोपित को 15 दिनों के अंदर पांच कुरान बांटने का आदेश दिया था। ऋचा भारती के खिलाफ सदर अंजुमन कमेटी, पिठोरिया द्वारा 12 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अंजुमन कमेटी ने पोस्ट के कारण सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका जताई थी।