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RIMS Ranchi: रिम्स हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, OPD सेवा हुई ठप; मरीज हुए बेहाल

Ranchi RIMS Junior Doctors Strike मंगलवार को रिम्स रांची की जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने अपने कार्य बहिष्कार किया। ये बहिष्कार कोलकाता के आरजी केएआर मेडिकल कॉलेज की लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर किया गया और डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग भी की। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के कारण सैकडों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

By Anuj tiwari Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Tue, 13 Aug 2024 06:36 PM (IST)
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रिम्स में जूनियर डॉक्टरों की है हड़ताल
जागरण संवाददाता, रांची। कोलकाता के आरजी केएआर मेडिकल कॉलेज की सेकेंड ईयर पीजी की ड्यूटी के दौरान दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के बाद रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने मंगलवार को कार्य बहिष्कार कर दिया।

जिसके बाद रिम्स ओपीडी बंद करवा दिया। जूनियर डॉक्टरों और इंटर्न ने ओपीडी में बैठे सीनियर डॉक्टरों को भी ओपीडी बंद करवाने का आग्रह किया। इस कार्य बहिष्कार में आइएमए झारखंड के डॉक्टरों ने भी हिस्सा लिया।

इसके बाद सभी सीनियर व जूनियर डॉक्टर रिम्स के रेमिनशन हाल में एकजुट हुए और डॉक्टरों की सुरक्षा व कोलकाता में हुई घटना पर आरोपी को सजा दिलाने को लेकर नारेबाजी की।

डॉक्टरों ने रिम्स की सुरक्षा पर भी उठाया सवाल

इस बीच डॉक्टरों ने रिम्स की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया और प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा, जिसमें रिम्स अस्पताल से लेकर हॉस्टल तक की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया। इसके साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है।

मालूम हो कि इससे पहले रविवार को जेडीए ने रिम्स में कैंडल मार्च निकाला था। साथ ही रिम्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने आइएमए के सदस्यों के साथ बैठक कर ओपीडी सेवा ठप रखने का निर्णय लिया था।

कोलकाता में हुई घटना को लेकर पूरे देश में डॉक्टरों के बीच रोष है। जिसके बाद मंगलवार को डॉक्टरों की सुरक्षा व न्याय की मांग को लेकर रिम्स सहित राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी सेवा ठप कर दी गई है।

रूटीन सर्जरी भी बाधित रही

जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल में रूटीन सर्जरी भी बाधित रही। वार्ड में डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं दिखें। जेडीए वाइस प्रेसिडेंट डॉ. अभिषेक ने कहा कि हड़ताल के दौरान गंभीर मरीजों की चिकित्सा में कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। इमरजेंसी सेवा चालू है। उन्होंने कहा कि हमारी मांगें सरकार से है, जब तक वे पूरी नही होती तब तक सभी हड़ताल जारी रहेगी।

निदेशक से मिला जेडीए

निदेशक डॉ. राजकुमार से जेडीए के सदस्यों ने मिलकर अपनी मांग रखी, जिसमें सुरक्षा मुहैया कराने की मांग प्रमुखता के साथ रखी गई। डॉक्टरों ने बताया कि रिम्स परिसर जुआड़ियों का अड्डा बन चुका है, महिला डॉक्टर की सुरक्षा भी नहीं है, बाउंड्री टूटी हुई है जिससे कई बार छेड़खानी करने असामाजिक तत्व अंदर प्रवेश कर चुके हैं।

हॉस्टलों में पीने का पानी तक नहीं है, इस तरह की दिक्कतों की सूची बनाकर निदेशक को दी गई है। जिसके बाद निदेशक ने आश्वास दिया है कि सुरक्षा बढ़ायी जा रही है, इसके लिए प्रबंधन 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर टेंडर जारी होगा और दो पुलिस पिकैट बनाया जाएगा।

चिकित्सकों की मांगें

- निष्पक्ष और गहन जांच के लिए मामले को तत्काल सीबीआई को स्थानांतरित किया जाए।

- डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कार्यस्थल सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए।

- रात्रि पाली में काम करने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए वार्डों और इमरजेंसी में पुरुष, महिला डॉक्टरों के लिए अलग कमरे और शौचालय का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए।

- पूरे कॉलेज और अस्पताल परिसर को कवर करने वाले पूरी तरह कार्यात्मक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए।

- पूरे परिसर और अस्पताल में 24 घंटे सक्षम गार्ड की व्यवस्था हो।

- कॉलेज परिसर में कार्यात्मक स्ट्रीट लैंप लगाई जाए।

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