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RIMS Ranchi: रांची के रिम्स मेडिकल कालेज में मारपीट करने वाले 18 छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया

RIMS Medical College Ranchi Jharkhand News बताया गया कि डिसिप्लिनरी एक्ट के तहत छात्रों पर कार्रवाई हुई है। हालांकि रिम्‍स प्रबंधन ने रैगिंग की बात से इन्कार किया है। प्रबंधन के अनुसार 2019 बैच के छात्र और सीनियर छात्रों में कुछ बात को लेकर हंगामा हुआ था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Wed, 13 Oct 2021 04:34 PM (IST)
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RIMS Medical College Ranchi, Jharkhand News बताया गया कि डिसिप्लिनरी एक्ट के तहत छात्रों पर कार्रवाई हुई है।

रांची, जासं। पिछले महीने चार सितंबर को रिम्स मेड‍िकल कालेज के हॉस्टल में जूनियर और सीनियर छात्रों के बीच जमकर हुई मारपीट की घटना के बाद रिम्स प्रबंधन ने 18 छात्रों को हॉस्टल से निकालने का आदेश जारी कर दिया है। इन सभी छात्रों पर डिसिप्लिनरी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सभी छात्रों को इसी माह तक हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया है। साथ ही हॉस्टल के वार्डन को निर्देश दिया गया है कि छात्रों के खाली कराने के साथ ही इसकी सूचना डीन को दी जाए।

इनमें पांच छात्रों को एक वर्ष के लिए निकाला गया है, जबकि 13 छात्रों को तीन महीने के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया गया है। प्रबंधन के अनुसार 2019 बैच के छात्र और सीनियर छात्रों में कुछ बात को लेकर हंगामा हुआ था। स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डॉ. हीरेन बीरूवा ने बताया कि रैगिंग की बात गलत है। रैगिंग की कोई घटना हुई ही नहीं थी।

यह सिर्फ छात्रों के बीच आपस में मारपीट की घटना है। जबकि घटना वाले दिन जूनियर छात्रों ने रैगिंग का आरोप लगाया था, लेकिन जांच में इस बात की पुष्टि नहीं की गई। साथ ही रैगिंग की बात को लेकर ही प्रबंधन ने जांच कमेटी भी गठित की थी। इसकी रिपोर्ट आने के एक माह के बाद यह कार्रवाई की गई है।

एमबीबीएस के तीन सत्र के 14 छात्रों पर भी कार्रवाई

जिन छात्रों पर कार्रवाई की गई है, उसमें एमबीबीएस 2019 सत्र के 11 छात्र, एमबीबीएस 2016 के दो छात्र, एमबीबीएस 2014 का एक छात्र, बीडीएस 2019 के दो छात्र, एमएस आइ 2018-21 के एक छात्र और डीटीएमएस 2019-21 के एक छात्र शामिल हैं।

क्या थी घटना

चार सितंबर को 2019 बैच की सप्लीमेंट्री परीक्षा खत्म होने के बाद जूनियर छात्र जश्न में डूबे हुए थे। हॉस्टल में शोर-शराबा हो रहा था। वहीं, पीजी के छात्रों की 11 को नीट पीजी की परीक्षा थी। इस कारण सीनियर छात्रों को पढ़ने में दिक्कत हो रही थी। यही शोर-शराबा पीजी के छात्रों को नागवार गुजरा और उसी देर रात पीजी के छात्रों ने जूनियर छात्रों को फटकार लगाई और आरोप लगाया गया कि रैगिंग करवाते हुए जूनियर छात्रों को मुर्गा भी बनाया। इसे लेकर अगले दिन जूनियर डॉक्टर्स पीजी हॉस्टल पहुंचे और जमकर मारपीट हुई।

'इन सभी छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित किया गया है। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि यह किसी दूसरे छात्र के साथ कमरे में नहीं रह सकेंगे और इन्हें मेस व कैंटीन की जो सुविधा है, वह भी बंद कर दी गई है।' - डा. डीके सिन्हा, पीआरओ, रिम्स।

इन पर कार्रवाई हुई

इन्हें 3 माह के लिए निष्कासित किया गया है

आशीष नचिकेता एमबीबीएस 2019

अनुज शंकर कुमार एमबीबीएस 2019

तनेजा एमबीबीएस 2019

अभिषेक कुमार एमबीबीएस 2019

रिषभ राज एमबीबीएस 2019

कुमार पुष्पक एमबीबीएस 2019

मृणाल सागर एमबीबीएस 2019

प्रशांत सिंह एमबीबीएस 2019

आयुष केडिया एमबीबीएस 2019

रेहान कुमार एमबीबीएस 2019

उज्जवल कुमार एमबीबीएस 2019

मृणाल सिंह एमएस आई 2018-21

डॉक्टर अभिषेक वर्मा डीटीएमएस 2019-21

इन्हें एक वर्ष के लिए किया गया निष्कासित

डा. मनोरंजन कुमार एमबीबीएस 2016

डा. पवन कुमार एमबीबीएस 2016

डॉक्टर निशांत कुमार एमबीबीएस 2016

सूरज कुमार साहू वीडियो 2019

रेकझिंग ग्यात्सो भुटिया बीडीएस 2019