Russia Ukraine News: यूक्रेन में RSS का 'सेवा इंटरनेशनल' सिर्फ भारतीयों की नहीं इन देशों के लोगों का भी कर रहे है मदद
Russia Ukraine News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( RSS) के भारतीय मूल के कार्यकर्ता रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के आठ बार्डर व वहां के 15 शहरों में अपनी सेवा दे रहे हैं। RSS भारतीयों के साथ साथ कई देशों के लोगों की भी मदद कर रहे हैं।
By Sanjay KumarEdited By: Updated: Mon, 07 Mar 2022 07:50 AM (IST)
रांची, (संजय कुमार)। Russia Ukraine News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध सेवा इंटरनेशनल यूक्रेन में युद्ध से पीड़ित भारतीयों के साथ-साथ दूसरे देश के लोगों की भी मदद कर रहा है। सेवा के इस काम में 15 देशों के 250 कार्यकर्ता लगे हैं। भारतीय मूल के कार्यकर्ता यूक्रेन के आठ बार्डर व वहां के 15 शहरों में अपनी सेवा दे रहे हैं। अभी तक 3500 लोगों को प्रत्यक्ष और 32 हजार से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से ये लोग मदद पहुंचा चुके हैं। प्रभावित लोगों को यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए गाड़ी के साथ- साथ भोजन, पानी और ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े की भी व्यवस्था कर रहे हैं। सेवा इंटरनेशनल के संपर्क निदेशक सुभम ने नई दिल्ली से फोन पर दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि जिनको भी मदद की जरूरत होती है वे गूगल फार्म के माध्यम से अपनी पूरी जानकारी देते हैं। जिनको जैसी जरूरत पड़ती है, वैसा मदद हमलोग कर रहे हैं।
बार्डर पर भारतीय दूतावास के लिए आंख व कान बने हैं कार्यकर्ता
बतौर सुभम लोगों को निकालने में यूक्रेन के बार्डर पर भारतीय दूतावास के लिए सेवा इंटरनेशनल के कार्यकर्ता आंख-कान बने हुए हैं। दूतावास के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। 250 में से 180 कार्यकर्ता प्रभावित लोगों के साथ लगातार आनलाइन संपर्क में हैं। जो जहां हैं वहां से कैसे निकलेंगे, किस इलाके में कौन सा जगह सुरक्षित है, उनके रहने और भोजन की व्यवस्था कैसे होगी इन सबकी पूरी चिंता कर रहे हैं। जो छात्र बंकर के अंदर फंसे हैं वहां से निकालने की व्यवस्था में हमारे कार्यकर्ता लगे हैं।
भारतीयों के साथ साथ इन देशों के लोगों की भी कर रहे हैं मदद उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास की तरह दूसरे देशों के दूतावास अपने लोगों को निकालने में उतने सक्रिय नहीं हैं, इसलिए हमारे कार्यकर्ता भारतीयों के साथ साथ अफ्रीकन, मलेशिया, सिंगापुर आदि देशों के लोगों की भी मदद कर रहे हैं। सेवा का यह काम अभी लगातार जारी रहेगा। हिंदू स्वयंसेवक संघ के सभी कार्यकर्ता पूरा सहयोग कर रहे हैं।
सेवा इंटरनेशनल का 25 देशों में चल रहा है कामआरएसएस का अनुषांगिक संगठन सेवा इंटरनेशनल एक गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था है। 1991 में नई दिल्ली में इसकी स्थापना की गई थी। अभी 25 से अधिक देशों में संस्था कार्यरत है। विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोग इसके सदस्य हैं। भारत या भारत के बाहर किसी भी तरह की विपदा आने पर संगठन के सदस्य सेवा कार्य में लग जाते हैं। देश विदेश के तीन लाख से अधिक लोगों के आर्थिक सहयोग से संस्था का काम चलता है। कोरोना संक्रमण के समय संस्था ने दवा से लेकर कई अस्पतालों को वेंटिलेटर तक उपलब्ध कराए थे। अभी श्याम परांडे संस्था के काम को देखते हैं।
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