बतौर प्रदेश चुनाव प्रभारी उन्होंने निचले स्तर पर जाकर जहां कार्यकर्ताओं में मनोबल का संचार किया, वहीं उन स्थानों पर जाकर समय रहते बेहतर समन्वय और तालमेल करने में भी सफलता पाई, जहां कुछ कमियां थीं। प्रचार के अंतिम दिन भी उनका कार्यक्रम व्यस्तताओं से भरा रहा।
उन्होंने कई रोड शो में भाग लेने के साथ-साथ जनसभाओं को संबोधित किया। उनका मानना है कि झारखंड में भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगा।
अपने व्यस्त चुनावी कार्यक्रम से समय निकालकर केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख प्रदीप सिंह से विस्तार से खास बातचीत की।
सवाल- विधानसभा चुनाव के दौरान लंबा समय झारखंड में आपने गुजारा है। अपना कामकाज आरंभ करने से पहले और अबतक आप किस स्थिति में भाजपा को पाते हैं?
जवाब- मेरे लिए एक मिशन है झारखंड का चुनाव। सचमुच में यह झारखंड को बदलने का चुनाव है। जो परिस्थितियां झारखंड मे बन रही है इससे रोटी, बेटी पर संकट है। यह कठिन परिस्थिति है।
यह केवल वोट का विषय नहीं है, बल्कि देश का विषय है। देखिए, यहां जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है। आप लोकसभा में भी देखेंगे तो बहुमत में हम थे। हमने नौ सीटें यहां जीती। हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा था।एक माहौल भाजपा के खिलाफ गठबंधन ने बनाया था कि हम जीतेंगे और उस वातावरण में शायद कुछ लोगों को लगता हो कि सरकार फिर से वापस आ जाएगी लेकिन आज अगर आप देखेंगे तो झारखंड की जनता अंदर से धधक रही है। यहां भयानक भ्रष्टाचार है। बिना लिए-दिए कुछ होता ही नहीं।
विदेशी घुसपैठ बड़ा गंभीर विषय है। माता, बहनों और बेटियों के साथ जो हो रहा है झारखंड में, बड़ा चिंताजनक है। 7400 से अधिक बलात्कार की घटनाएं यहां हुई है। युवाओं से रोजगार के वादे किए गए थे।जनता बुरी तरह उबल रही है सरकार को बदलने के लिए। जनता तो तैयार बैठी है। पहले चरण में ही दो तिहाई से ज्यादा सीटें भाजपा सीट रही है। एनडीए हमारा गठबंधन जीत रहा है। दूसरे चरण में भी शानदार परिणाम आएंगे।
सवाल- आप भाजपा की बढ़त कितने सीटों पर देख रहे हैं। एक चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। हर स्तर से फीडबैक भी संगठन ने ले लिया होगा?
जवाब- हमने तो कहा कि हम शानदार बहुमत प्राप्त करेंगे। पूरे विश्वास के साथ मैं यह कह रहा हूं।
सवाल- भाजपा का बहुमत का दावा है। गठबंधन हेमंत सोरेन के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ रहा है। भाजपा किसे बतौर मुख्यमंत्री पेश करेगी?
जवाब- देखिए, हेमंत सोरेन तो अब पांच दिन के मुख्यमंत्री हैं। उनकी विदाई तय है और वे इतिहास में सर्वाधिक भ्रष्ट मुख्यमंत्री के रूप में दर्ज किए जाएंगे। जहां तक भारतीय जनता पार्टी का सवाल है, हम चुनाव के बाद अपना सीएम पार्लियामेंट्री बोर्ड के जरिए विधायकों से सलाह-मशविरा के बाद तय कर लेंगे।
सवाल- झारखंड में मुद्दे बदलते रहे हैं। कोल्हान के मुद्दे अलग थे। संताल परगना में चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। कौन से ऐसे मुद्दे हैं जो लोगों के दिलोदिमाग में उतर रहे हैं? आखिरकार किस आधार पर यहां सत्ता में परिवर्तन होगा?
जवाब- देखिए, बच्चों के लिए तो रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है। इन्होंने धोखा दिया लोगों को कि पांच लाख लोगों को रोजगार देंगे। इन्होंने परीक्षा लिए तो पेपर लीक हुए। इंटरनेट बंद कर पेपर लीक कराए गए। छात्र तो उबल रहे हैं। उन्हें नौकरी और रोजगार चाहिए। माताओं और बहनों को सुरक्षा चाहिए। सशक्तीकरण चाहिए।
किसानों की धान नहीं खरीदी जाती। भारतीय जनता पार्टी की सरकार 3100 रुपये क्विंटल धान खरीदेगी। महिला सशक्तीकरण के लिए कई योजनाएं है, लेकिन गोगो दीदी योजना के तहत 2100 रुपये हर महीने की 11 तारीख को बहनों के खाते में डालने का काम करेगी। दो लाख 87 हजार खाली पड़े रिक्त पदों को हम भरेंगे।परीक्षाओं के लिए कैलेंडेर जारी करेंगे। गैस सिलेंडर बहनों को पांच सौ रुपये में देंगे। दो गैस सिलेंडर मुफ्त देंगे। विदेशी घुसपैठ से रोटी, बेटी, माटी पर संकट है वो बाहर जाएंगे। घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे।
सबसे बड़ा मुद्दा है गवर्नेंस का। हम बेहतर सरकार देंगे। सरकार में सुशासन होगा। बिना लिए-दिए जनता के सारे काम होंगे। सुशासन, बेहतर कानून और सुरक्षा, यह सब एनडीए की सरकार झारखंड की जनता को देने का काम करेगी।
सवाल- मुफ्त वितरण की योजनाओं को भाजपा रेवड़ी बताती है। लेकिन कई प्रांतों समेत झारखंड में भी भाजपा ने ऐसी कई योजनाओं का वादा किया है। क्या इससे आने वाले दिनों में खराब असर नहीं पड़ेगा? क्या चुनाव जीतने के लिए यह बाध्यता है कि ऐसी लुभावनी घोषणाएं की जाए?
जवाब- नहीं, नहीं, ये कतई बाध्यता नहीं है। दोनों तरह की चीजें हैं। हम जो करते हैं, वह पूरा हिसाब-किताब लगाकर करते हैं। देखते हैं कि हमारे पास टोटल बजट क्या है। उस बजट से विकास के लिए और पूंजीगत व्यय के लिए हमें कितना पैसा हमें चाहिए। बचा हुआ पैसा कैसे जनकल्याण में लगाया जाए।
जैसे छत्तीसगढ़ में हम कोई चुनाव के समय बहनों के खाते में पैसा नहीं डाल रहे। सरकार बनने के बाद से तत्काल बहनों के खाते में पैसे डाल रहे हैं। ओडिशा मे साढ़े चार साल के बाद चुनाव है, लेकिन बहनों के खाते में पैसे डाले जा रहे हैं। हम कोई चुनाव देखकर ऐसा नहीं करते, जनकल्याण देखकर करते हैं।लाडली बहना योजना मध्यप्रदेश में चल रही है। जनकल्याण के कई काम हैं। गरीबों को राशन देना इसी का हिस्सा है। 25 करोड़ लोग इससे गरीबी रेखा से बाहर निकले। देखिए, देश के संसाधनों पर गरीब का भी हक है। महिलाओं का भी हक है। हम उनके इसी हक के तहत ही उनको कुछ विशेष सुविधाएं देते हैं। ये सामाजिक न्याय है।
सवाल- आपने भाजपा की दो तिहाई बहुमत का दावा किया। पिछले चुनाव में आदिवासी सुरक्षित सीटों पर भाजपा का कमजोर प्रदर्शन हुआ। लोकसभा चुनाव में भी ऐसी ही स्थिति रही। कैसे इन सीटों पर भाजपा फिर से वापसी करेगी?
जवाब- हमारी चुनावी तैयारी है। आप देखिएगा कि कोल्हान में पिछली बार भाजपा के पास एक भी सीट नहीं थी। हम अब शानदार सफलता प्राप्त कर रहे हैं। आप खुद भी चुनाव देख रहे हैं तो इसका अनुभव कर रहे होंगे।
बीजेपी आदिवासी सीटें जीत रही है। योजना यही है कि हम अपने संकल्प पत्र के आधार पर लोगों के बीच जा रहे हैं। भयानक भ्रष्टाचार है राज्य में। जनता इसे महसूस कर रही है। इन आधारों पर ही हमारे संकल्प पत्र, पंचप्रण, झारखंड की सुरक्षा, यही हमारे मुद्दे हैं। ये जनता के बीच में संताल परगना में भी जा रहे हैं। वहां भी हम जीतेंगे।
सवाल- मतांतरण का विषय भी भाजपा उठा रही है। कई राज्यों में भी इसकी समस्या है। मतांतरण करने वालों को आरक्षण के लाभ से वंचित करने की भी मांग उठ रही है।
जवाब- लोभ, लालच, भय, प्रलोभन देकर मतांतरण-धर्मांतरण गलत है और इसका भाजपा सदैव विरोध करती है। भारतीय जनता पार्टी की कई राज्य सरकारों ने कानून बनाया है। इसके लिए कड़े कानून बने हैं और सजाओं के प्रविधान हैं।
सवाल- भाजपा वंशवाद का विरोध करती है। लेकिन पार्टी ने राज्य में कई नेताओं के बच्चों और करीबी रिश्तेदारों को टिकट दिए हैं।
जवाब- देखिए, वंशवाद है। जैसे नेहरू परिवार चल रहा है आजतक। और कोई परिवार आया नहीं। लालू परिवार हो गया। यहां शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, बसंत सोरेन। ये परिवारवाद है। अगर किसी परिवार का कोई दूसरा सदस्य भी बहुत एक्टिव है, चुनाव लड़ रहा है। वो परिवारवाद नहीं है।ये तो एक के बाद दूसरा, तीसरा एक ही वंश से चला आ रहा है। वह वंशवाद है। अगर कोई एक परिवार में कोई दूसरा सदस्य भी एक्टिव है। राजनीतिक कार्यकर्ता है और पॉपुलर है तो उसको टिकट दिया जा सकता है।
सवाल- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तो कहा है कि भाजपा जहरीला सांप है। इसे मार देना चाहिए। आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब- जाकी रही भावना जैसी, ये नफरत की पराकाष्ठा है। राहुल गांधी कहते हैं कि मैं मोहब्बत की दुकान चलाता हूं। मोहब्बत के दुकान की भाषा यह है कि जहरीला सांप है भाजपा। इसे मार देना चाहिए। यह तो पराकाष्ठा है।नफरत से भरे लोग खुद देश में नफरत फैला रहे हैं। पहले इन्होंने धर्म के आधार पर देश का विभाजन किया। अब जातियों में बांट-बांट कर फिर देश के टुकड़े-टुकड़े करना चाहते हैं। लेकिन भारत की जनता इस नफरत का जवाब देगी। भारत में तो यह कहा है हमारे ऋषियों ने, वसुधैव कुटुंबकम।विश्व बंधुत्व भारत प्रेम का संदेश देता है।लेकिन नफरत से भरी कांग्रेस बार-बार तोड़ने का काम करती है और ये पराजय की मानसिकता है।हरियाणा में कांग्रेस की हवा निकल गई। सोचते होंगे कि हरियाणा में जीतेंगे। अब उन्हें लग रहा है कि महाराष्ट्र और झारखंड भी नहीं जीत रहे तो वे बौखलाई हुई भाषा बोल रहे हैं। खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे।सवाल- आपका लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है। झारखंड गठन के भी 24 साल से अधिक हो गए। इस प्रांत में आप कितनी संभावनाएं देखते हैं?जवाब- यह अमीर धरती है, जिसपर गरीब लोग रह रहे हैं। रघुवर दास की सरकार ने यहां तेजी से काम किया था। जब-जब भाजपा की सरकार रही, यहां तेजी से काम हुए। रघुवर दास की सरकार पांच साल रही। बीच में हमारी सरकारें अस्थिर रहीं। यहां असीम संभावनाएं हैं। यहां भरपूर खनिज, जल और वन संपदा है।भगवान ने भरपूर दिया है झारखंड को। झारखंड बहुत आगे बढ़ेगा। हिन्दुस्तान का नंबर एक राज्य बनने की संभावनाएं झारखंड में है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार झारखंड को नंबर एक राज्य बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।हम यहां के संसाधनों का भरपूर उपयोग करेंगे और नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराकर राज्य को उन्नत बनाएंगे। माताओं-बहनों का सशक्तीकरण करेंगे। बेहतर संसाधन बनाएंगे। यहां निवेश का प्रयास करेंगे।
सवाल- झारखंड में प्रवास के दौरान आपका कैसा अनुभव रहा। आप सुदूर इलाकों में दौरा करते हैं। कुछ ऐसा जो आपके संस्मरण में अंकित हो गया हो।
जवाब- इतने अच्छे लोग हैं कि मन भावुक हो जाता है यहां। इतना प्रेम और स्नेह से लोग स्वागत करते हैं। आदिवासी परिवारों में गया। प्रेम से परंपरागत भोजन कराते हैं। अतिथि के पांव धोते हैं। हमने काफी आग्रह किया कि हमें हाथ में पानी दे दो। अद्भुत प्रेम करने वाले और भोले-भाले लोग हैं।सभी लोग काफी अच्छे हैं। मन में लगता है कि इनकी सेवा करते रहो। एक तरह से कहूं तो यहां थोड़े में लोग संतुष्ट रहते हैं। कृषि मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री होने के नाते मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में झारखंड के लोगों की सेवा करता रहूंगा। मैं भाव से भरकर यह बात आपसे कह रहा हूं।
सवाल- एक आखिरी सवाल, भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए आपके नाम की भी चर्चा होती है। आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब- मुझे तो पहले से ही पार्टी ने काम दे रखा है कृषि मंत्री का, ग्रामीण विकास मंत्री का। यह काम ही बहुत बड़ा है। हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जो काम हमें पार्टी देती है, वही काम हमलोग करते हैं। अपने बारे में नहीं सोचते। जब मध्य प्रदेश में काम करने का आदेश मिला तो वह किया।बाद में कहा गया कि मध्य प्रदेश नहीं, देश में काम करो तो वह कर रहा हूं। एक विनम्र, अनुशासित और कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता ये नहीं सोचता कि फलां काम चाहिए। पार्टी जो काम देती है, वही करता है। तो मेरे पास जो काम है, उसे मैं अच्छे से करने की कोशिश करता हूं।
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