Kalpana Soren: 'सीता सोरेन खुद अलग होना चाहती थीं...', हेमंत की पत्नी कल्पना का दावा; सियासी हलचल तेज
कल्पना सोरेन ने दावा किया कि झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है और हेमंत सोरेन मजबूत होकर उभरेंगे। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और हम इंतजार कर रहे हैं कि हेमंत जमानत पर बाहर आएं और लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करें। वह निर्दोष हैं और केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने उन्हें पूर्व नियोजित साजिश के तहत फंसाया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के मुताबिक सीता सोरेन ने खुद झारखंड मुक्ति मोर्चा से अलग होने का निर्णय किया। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को उन्होंने अप्रत्याशित बताते हुए कहा है कि इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और सोरेन परिवार को झटका लगा।
एजेंसी के साथ बातचीत में कल्पना सोरेन ने दावा किया कि झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है और हेमंत सोरेन मजबूत होकर उभरेंगे। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और हम इंतजार कर रहे हैं कि हेमंत जमानत पर बाहर आएं और लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करें। वह निर्दोष हैं और केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने उन्हें पूर्व नियोजित साजिश के तहत फंसाया है।
'भाजपा एक अत्याचारी ताकत है'
उन्होंने कहा, भाजपा एक अत्याचारी ताकत है, जो विपक्ष पर अत्याचार करने पर तुली हुई है। जब आप गरीबों, आदिवासियों और दलितों के लिए काम करने वाले विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं तो संविधान कैसे बचेगा। वे केवल झूठ बोलते हैं। भगवा पार्टी के चार सौ प्लस के नारे ने यहां के तापमान को 400 प्लस डिग्री से ऊपर पहुंचा दिया है। राज्य के लोग भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्से में हैं और इसे उखाड़ फेंकेंगे।कल्पना की पसंद नहीं राजनीति
उन्होंने सवाल किया कि ईडी की सभी कार्रवाई केवल विपक्ष शासित राज्यों में ही क्यों होती है। कल्पना सोरेन को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं में एक नया जोश भरने का श्रेय दिया जाता है। हालांकि, कल्पना के मुताबिक राजनीति कभी भी उनकी पसंद नहीं रही, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें इसमें धकेल दिया है। वह अन्याय और तानाशाही ताकतों के खिलाफ लड़ेंगी, क्योंकि झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह कोशिश करेंगी कि अत्याचारी ताकतों को करारा जवाब मिले। ईडी द्वारा मेरे पति की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित थी और उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर करने की योजना का हिस्सा थी। उनकी गिरफ्तारी केंद्र सरकार द्वारा उन्हें डराने, धमकाने और अपमानित करने की योजना का हिस्सा है, लेकिन उन्हें करारा जवाब मिलेगा।
कल्पना सोरेन फिलहाल गांडेय से विधानसभा का उपचुनाव लड़ रही हैं। डॉ. सरफराज अहमद के इस्तीफे से यहां उपचुनाव की नौबत आई है।
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