मिशनरी ने सवा लाख में बेच दिया नवजात, एक गिरफ्तार
सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि निर्मल हृदय की सिस्टरों की मिलीभगत से नवजात को 1.20 लाख रुपये में बेच दिया गया।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Thu, 05 Jul 2018 05:52 PM (IST)
जागरण संवाददाता, रांची। मिशनरीज ऑफ चैरिटी की ओर से संचालित 'निर्मल हृदय' आश्रम से नाबालिग अविवाहित मां के दो माह के बच्चे को बेच दिया गया। आश्रम की स्टाफ और सिस्टर की मिलीभगत से इस घटना को अंजाम दिया गया। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा निवासी व्यवसायी सौरभ कुमार अग्रवाल और उनकी पत्नी प्रीति अग्रवाल को 1.20 लाख लेकर नवजात को बेचा गया था। मामला तब खुला, जब आश्रम की स्टाफ ने दंपती को धोखे से रांची वापस बुलाया और बच्चा लेकर फरार हो गई। अविवाहित मां गुमला की रहने वाली है। वह दुष्कर्म पीड़िता है। मामले में रांची बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। निर्मल हृदय में काम करने वाली स्टाफ अनिमा इंदवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दो सिस्टरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि निर्मल हृदय की सिस्टरों की मिलीभगत से नवजात को 1.20 लाख रुपये में बेच दिया गया। इसमें निर्मल हृदय की प्रभारी सिस्टर कांसिलिया सहित अन्य की भूमिका रही है। एक जुलाई को सौरभ कुमार और उनकी पत्नी को कोर्ट परिसर में बुलाकर अनिमा ने धोखे से बच्चे को वापस भी ले लिया। उसने कहा था कि कोर्ट में कुछ कागजी कार्रवाई करनी है। इसके बाद वह बच्चा लेकन गायब हो गई। बार-बार संपर्क करने के बावजूद अनिमा का कुछ पता नहीं चलने पर दंपती सीडब्ल्यूसी पहुंचे और इसकी शिकायत की। आश्रम से पहले भी चार बच्चों की बिक्री की जा चुकी है। गिरफ्तार आरोपित महिला व सिस्टरों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
सदर अस्पताल में डिलीवरी बाद मां ने कहा था, बेच दूंगी सीडब्ल्यूसी के मुताबिक, यूपी के रहने वाले व्यवसायी सौरभ अग्रवाल के फूफा रांची के मेन रोड के निकट रहते हैं। उनके यहां एक महिला दाई का काम करती है, जो सदर अस्पताल में गार्ड का भी काम करती है। उसे मालूम हुआ कि बीते एक मई को नाबालिग अविवाहित मां ने बच्चे को जन्म दिया है। उस महिला गार्ड ने अविवाहित मां से पूछा कि वह बच्चे का क्या करेगी। इस पर मां ने बच्चे को बेचने की बात कही। इस पर महिला गार्ड ने सौरभ के फूफा को सूचना दी। फूफा ने सौरभ को इस संबंध में बताया। इसके बाद वे रांची पहुंचे और महिला गार्ड से मिले। गार्ड ने अनिमा से मिलवाया। अनिमा उन्हें सिस्टर कांसिलिया के पास ले गई। बच्चे के सौदे के लिए 1.20 लाख तय हुए। उसके बाद बच्चे को जून के पहले सप्ताह में बेच दिया गया। इसके एवज में बच्चे को जन्म देने वाली मां को 90 हजार रुपये दिए गए।
निर्मल हृदय आश्रम को कराया खाली सीडब्ल्यूसी ने निर्मल हृदय आश्रम को खाली करा दिया है। वहां रह रहीं 14 गर्भवती पीडि़ताओं को नामकुम स्थित प्रोबेशन होम में शिफ्ट किया गया। सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष रूपा के अनुसार आश्रम को सील करते हुए ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन को आदेश दिया गया है। सीडब्ल्यूसी के मुताबिक, आश्रम में बिना सूचना के गर्भवती पीडि़ताओं को रखा जाता है। इसे नवजातों की बिक्री का अड्डा बना दिया गया है। पुलिस दंपती और पीडि़ता की भूमिका की भी जांच-पड़ताल में जुटी है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।