Jharkhand Crime: झारखंड में नौकरी के लिए बेटे ने दे दी पिता की हत्या की सुपारी, पुलिस ने खोली पोल
धन के लालच में एक बेटा इतना अंधा हो गया कि उसने अपने पिता को ही मारने की सुपारी दे दी। बेटे का नाम अमित कुमार मुंडा और पिता का नाम रामजी मुंडा है। पारी लेने के बाद शूटरों ने रामजी मुंडा को 16 नवंबर को दफ्तर से लौटते समय उनके घर के सामने ही गोली मार दी लेकिन संयोग से उनकी जान बच गई।
जागरण संवाददाता, भुरकुंडा (रामगढ़)। झारखंड के रामगढ़ में रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बेटे ने ही अपने पिता की नौकरी और पुश्तैनी जमीन पाने के लिए उनकी हत्या की साजिश रच डाली, इसके लिए उसने दो पेशेवर शूटरों को चेक के माध्यम से इसकी सुपारी भी दी। बेटे का नाम अमित कुमार मुंडा और पिता का नाम रामजी मुंडा है।
सुपारी लेने के बाद शूटरों ने रामजी मुंडा को 16 नवंबर को दफ्तर से लौटते समय उनके घर के सामने ही गोली मार दी, लेकिन संयोग से उनकी जान बच गई। पुलिस ने मामले की जांच की तो घटना में रामजी मुंडा के बेटे अमित कुमार की संलिप्तता सामने आई। पुलिस ने आरोपित बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गोली लगने से घायल पिता का इलाज चाल रहा है।
घर के पास बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था
रविवार को एक प्रेस वार्ता में मामले की जानकारी देते हुए पतरातू एसडीपीओ डा. वीरेंद्र चौधरी ने बताया सेंट्रल कोल्डफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की बांसगढा खदान में रामजी मुंडा कार्यरत है। उन पर 16 नवंबर की शाम चार बजे घर के पास बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था।
बेटे ने बाप को मारने की दी थी सुपारी
घटनास्थल पर पुलिस को सात एमएम का एक खोखा भी मिला था। रामजी मुंडा के बड़े बेटे अमित कुमार मुंडा ने जमीन व पिता की नौकरी पाने को लिए पिता की हत्या कराने की साजिश रची थी। इसके लिए उसने बदमाशों को चार लाख रुपये की सुपारी दी थी। घटना में अमित ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। अमित ने दोनों शूटरों के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है।
यह भी पढ़ें- झारखंड के जमशेदपुर में बिक रहे हलाल सर्टिफिकेट के मिठाई-नमकीन, योगी सरकार ने यूपी में दिया है सख्त कार्रवाई के निर्देश
शूटरों को पकड़ने का प्रयास कर रही पुलिस
पुलिस दोनों शूटरों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है। पूछताछ में अमित ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का एक महिला से अवैध संबंध था। इसके कारण वह घरवालों का ख्याल नहीं रखते थे। पिता घर का खर्चा–पानी भी नहीं देते थे। इसी कारण से गुस्से में आकर उसने पिता की हत्या की साजिश रची।