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रांची के बुढ़मू में असामाजिक तत्‍वों ने मंदिरों को बनाया निशाना, प्रतिमाओं को किया खंडित; इलाके में तनाव

रांची के बुढ़मू के उमेडंडा गांव में शरारती तत्वों ने तीन मंदिरों को निशाना बनाया है। इससे इलाके में तनाव का माहौल है। घटना रविवार देर रात की है जब उपद्रवियों ने गांव में तालाब किनारे स्थित प्राचीन शिव मंदिर हनुमान मंदिर और भगवती मंदिर में मूर्तियों को खंडित करने का घृणित कार्य किया। इससे गांव के लोगों में आक्रोश है।

By Vikash Kumar Edited By: Arijita Sen Updated: Tue, 12 Mar 2024 09:21 AM (IST)
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बुढ़मू में खंडित की गई मूर्ति की तस्‍वीर।
जागरण संवाददाता, रांची, बुढ़मू। राजधानी में एक बार फिर से शरारती तत्वों ने धार्मिक उन्माद एवं अशांति फैलाने का प्रयास किया। इस बार बुढ़मू के उमेडंडा गांव में प्राचीन शिव मंदिर समेत तीन मंदिरों में मूर्तियों को खंडित करने का घृणित कार्य किया गया है। घटना रविवार देर रात की है।

पूजारी की पड़ी खंडित मूर्तियों पर पहली नजर

प्रखंड के उमेडंडा गांव में तालाब किनारे तीन मंदिर स्थित हैं, जिनमें प्राचीन शिव मंदिर, हनुमान मंदिर और भगवती मंदिर। इन मंदिरों के पुजारी सिधेश्वर मिश्रा प्रतिदिन की भांति सोमवार सुबह लगभग 4.30 बजे पूजा करने गये तो उन्होंने देखा की तीनों मंदिरों में मूर्तियों को असमाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया है। बदमाशों ने शिव मंदिर में शिवलिंग एवं नंदी, हनुमान मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा तथा भगवती मंदिर में पिंडी एवं भगवती त्रिशूल को तोड़ दिया है।

बुढ़मू में खंडित की गई मूर्ति।

आक्रोशित गांववालों ने किया विरोध प्रदर्शन

पुजारी ने ग्रामीणों को इसकी सूचना देते ही खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैली और ग्रामीण आक्रोशित हो गये। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए उमेडंडा चौक को जाम कर दिया।

सूचना पाकर बुढ़मू पुलिस के साथ साथ डीएसपी रामनारायण चौधरी, खलारी इंस्पेक्टर विजय सिंह, मांडर इंस्पेक्टर जयप्रकाश राणा, मैकलुस्कीगंज थानेदार गोविंद कुमार, मांडर,चान्हो थानेदार समेत भारी संख्या में पुलिस बल उमेडंडा पहुंच गये। दूसरी ओर घटना की सूचना पर उग्र ग्रामीणों ने ठाकुर गांव बैंक मोड़, बुढ़मू चौक, नगड़ू चौक, उमेडंडा हिंदगीर छापर पथ को जाम कर दिया।

बुढ़मू में ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे विधायक समरीलाल।

सांसद व विधायक पहुंचकर धरने पर बैठे

घटना की सूचना पाकर सुबह सात बजे सांसद संजय सेठ और विधायक समरी लाल उमेडंडा पहुंचे एवं ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गये। आक्रोशित ग्रामीण अविलंब मंदिरों में तोड़फोड़ करनेवालों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

सांसद ने मौके पर कहा की राज्य सरकार हिन्दू विरोधी है और धर्म विरोधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। उन्होंने 48 घंटे तक धरना में बैठने तक की प्रशासन को चेतावनी भी दिया। वहीं सूचना पाकर हिंदूवादी नेता भैरव सिंह भी उमेडंडा पहुंचकर धरनास्थल पर हनुमान चालीसा के पाठ के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक आंदोलन की बात कही।

प्रशासन के किसी आश्वासन को ग्रामीण सुनने, मानने को तैयार नहीं थे। दोपहर लगभग बारह बजे एडीएम राजेश्वर नाथ आलोक धरनास्थल पर पहुंचे व सांसद, विधायक समेत ग्रामीणों से वार्ता किया। इसी दौरान भैरव सिंह ने रांची से हनुमान जी एवं नंदी की मूर्ति उमेडंडा लाया गया, जिसे मंदिर परिसर में रखने एवं प्रशासन की ओर से एडीएम राजेश्वर नाथ आलोक व डीएसपी रामनारायण चौधरी द्वारा ग्रामीणों, सांसद, विधायक को 36 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी तथा भव्य तरीके से मंदिर में नये मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के आश्वासन के बाद ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ।

असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी के लिए ज्ञापन सौंपते विधायक व अन्य।

अगर मूर्ति बदलना था तो इसका निर्णय ग्रामीण लेते

मंदिर में मूर्ति रखने के बाद जाम हटाने की बात कह सांसद विधायक तो चले गये परंतु इसके बाद पूर्व जिप उपाध्यक्षा पार्वती देवी, पूर्व प्रमुख रामेश्वर पाहन, मुखिया दशमी देवी एवं ग्रामीणों के साथ सड़क जाम कर धरने में बैठ गयी।

पार्वती देवी ने प्रशासन के सामने अविलंब आरोपियों की गिरफ्तारी एवं घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग पर अड़ गयी। उन्होंने कहा कि यह मंदिर 86 मौजा के 110 गांवो के लोगों का धार्मिक स्थल है। अगर मूर्ति बदलना था तो इसका निर्णय ग्रामीण लेते। प्रशासन द्वारा काफी समझाने और आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद दो बजे धरना समाप्त हुआ।

सुरक्षा को लेकर पुलिस बलों की तैनाती

सुरक्षा के मद्देनजर उमेडंडा में भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है। घटना के बाद एफएसएल की टीम ने मंदिरों में जाकर नमूने इकठ्ठा किया, वहीं पुलिस सीसीटीवी समेत अन्य माध्यमों से घटना के उद्भेदन में लगी हुई है। डीएसपी रामनारायण चौधरी ने शीघ्र ही मामले का खुलासा कर लिये जाने की बात कही है। इसके साथ ही ग्रामीणों से धैर्य और शांति बनाये रखने की अपील किया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सह पूर्व सांसद सुबोध कांत सहाय ने घटना की निंदा करते हुए कहा की यह सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने का असामाजिक तत्वों का कुत्सित प्रयास है जिसे विफल किया जायेगा।

इसके साथ ही मंदिरों का भव्य जीर्णोद्धार के साथ मूर्तियों की स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। घटना के संबंध में बुढ़मू थाना में पंडित सिधेश्वर मिश्रा के बयान पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

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