सुखदेव सिंह व अलका तिवारी मुख्य सचिव की रेस में, अरुण सिंह व खंडेलवाल के नाम की भी चर्चा
Jharkhand. झारखंड में नए मुख्य सचिव की तलाश हो रही है। झारखंड कैडर के उन अधिकारियों को मौका मिलेगा जिनकी सेवानिवृत्ति में अभी लंबा वक्त बाकी हो।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Thu, 06 Feb 2020 10:20 AM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। वर्तमान मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और उन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त के लिए आवेदन भी कर दिया है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनकी सेवा आगे बढ़ाने की संभावना नहीं है। ऐसे में नए मुख्य सचिव को लेकर विकल्पों की तलाश तेजी से चल रही है। सूत्रों की मानें तो ऐसे किसी अधिकारी को मुख्य सचिव बनाने की तैयारी की जा रही है, जिनकी सेवानिवृत्ति अभी दूर हो। ऐसे में सुखदेव सिंह और अलका तिवारी का नाम सबसे आगे है।
इसके अलावा कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल और अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह का नाम भी चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार मार्च में मुख्य सचिव की सेवानिवृत्ति के पूर्व ही नए मुख्य सचिव की तलाश पूरी कर लेनी होगी और इसके लिए सरकार के स्तर से मंथन का दौर चल रहा है। सूत्रों के अनुसार सरकार ऐसे अधिकारी को मुख्य सचिव बनाना चाहती है जिसकी सेवानिवृत्ति में अभी समय हो। तालमेल के साथ लंबे समय तक काम किया जा सके।
राज्य में फिलहाल अपर मुख्य सचिव स्तर के 11 अधिकारी हैं, जिनमें से दो इसी वर्ष सेवानिवृत्त हो रहे हैं जबकि दो की सेवानिवृत्ति 2021 में है। अमित खरे और राजीव गौबा फिलहाल केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाल रहे हैं और उनके वापस झारखंड आने की संभावना कम है। शेष बचे अधिकारियों में इंदुशेखर चतुर्वेदी 2022 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं तो नागेंद्र नाथ सिन्हा 2024 में।
सिन्हा अभी केंद्र में है और चतुर्वेदी ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन दे रखा है। शेष बचे अधिकारियों में अलका तिवारी और सुखदेव सिंह के पास लंबा कार्यकाल है। इन दोनों के अनुभवों को देखते हुए सरकार भी इन्हें पसंद कर रही है। 2022 में सेवानिवृत्त होनेवाले केके खंडेलवाल और अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के नामों की भी चर्चा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।