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Ranchi News: कैदियों को मदद पहुंचा होटवार जेल अधीक्षक व जेलर ने जमकर कमाया काला पैसा, जल्द गिरफ्तार कर सकती है ED

राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रबंधन कटघरे में है। झारखंड में घोटाले के विभिन्न मामलों में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक बड़ा मामला पकड़ा है। जांच के क्रम में ही ईडी को यह जानकारी मिली है कि केंद्रीय कारा में कैदियों को मदद पहुंचाने के एवज में जेल अधीक्षक व जेलर ने अवैध कमाई की है।

By Dilip KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Fri, 17 Nov 2023 09:05 PM (IST)
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ईडी ने जांच में दोनों के विरुद्ध पाया आय से अधिक संपत्ति का मामला। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। रांची का होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रबंधन कटघरे में है। राज्य में घोटाले के विभिन्न मामलों में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक बड़ा मामला पकड़ा है। जांच के क्रम में ही ईडी को यह जानकारी मिली है कि केंद्रीय कारा में कैदियों को मदद पहुंचाने के एवज में जेल अधीक्षक व जेलर ने अवैध कमाई की है।

ईडी ने जांच में दोनों के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला भी पकड़ा है और अब दोनों के विरुद्ध चार्जशीट करने की तैयारी में है। ईडी के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो दोनों ही पदाधिकारियों की गिरफ्तारी भी संभव है।

ईडी ने दोनों ही पदाधिकारियों व उनके परिवार से जुड़े चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा खंगाला है, जिसमें ईडी को अवैध कमाई के कई सबूत मिले हैं। इतना ही नहीं, ईडी के हाथों गिरफ्तार कई आरोपित पूर्व में जेल गए हैं, जिन्हें मदद पहुंचाने के एवज में रुपयों के लेन-देन की भी जानकारी ईडी को मिली है।

ईडी का कहना है कि जेल अधीक्षक व जेलर पर कार्रवाई के लिए किसी दूसरे केस की कोई जरूरत नहीं है, पहले से चले आ रहे केस में ही इनपर कार्रवाई करने का पुख्ता आधार है।

साजिश रचने के मामले में ईडी ने जेल में की थी छापेमारी

हाल ही में ईडी के विरुद्ध साजिश रचने के मामले में ईडी ने जेल में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में जेल प्रशासन के विरुद्ध डिजिटल साक्ष्य से लेकर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी ईडी को मिले थे।

ईडी ने जेल का डीवीआर भी जब्त किया था, जिसकी जांच की जा चुकी है। इतना ही नहीं, ईडी ने तीन दिनों तक जेल के अधीक्षक हामिद अख्तर, जेलर नसीम खान व बड़ा बाबू दानिश रिजवान से पूछताछ भी कर चुकी है।

ईडी के विरुद्ध साजिश रचने में शामिल होने की भी पुष्टि

ईडी की जांच में जेल प्रशासन के दोनों ही अधिकारियों पर रांची में जमीन घोटाला व राज्य में अवैध खनन मामले में जेल में बंद पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के सिंडिकेट में शामिल होने की भी पुष्टि हो चुकी है।

ईडी को नुकसान पहुंचाने के लिए गवाहों को धमकाने, रुपयों का लालच देने, नक्सलियों से संपर्क कराने तक में जेल प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका उजागर हो चुकी है। इन्हीं सभी बिंदुओं पर जांच के क्रम में ईडी ने जेल अधीक्षक व जेलर के अवैध कमाई के अर्थ तंत्र को पकड़ा है।

जेल में बंद हैं ईडी के हाथों गिरफ्तार ये कैदी

जमीन घोटाले में निलंबित आइएएस अधिकारी छवि रंजन, रांची के बड़गाईं अंचल का राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, प्रेम प्रकाश, जगतबंधु टी इस्टेट का संचालक दिलीप घोष, कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, इम्तियाज अहमद, प्रदीप बागची, तल्हा खान, फैयाज खान, मोहम्मद सद्दाम हुसैन, भरत प्रसाद, राजेश राय, कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल भगत, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम, उनका चचेरा भाई आलोक रंजन, हरीश यादव, भानु कंस्ट्रक्शन केस में संजय तिवारी व राजू कुमार तथा शराब घोटाले में योगेंद्र तिवारी।

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