झारखंड में शिक्षा विभाग का ताबड़तोड़ एक्शन, अब फंसे उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य; अफसरों पर भी गिरी गाज
झारखंड में शिक्षा विभाग की टीम लगातार स्कूलों की निरीक्षण कर रही है। बुधवार को भी जांच के दौरान कई खामियां उभरकर सामने आई। इस दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर एक प्रिसिंपल को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं शिक्षा विभाग की टीम ने कई अधिकारियों और एक जूनियर इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की। शिक्षा विभाग लगातार गड़बड़ी के खिलाफ एक्शन ले रहा है।
राज्य ब्यूरो, रांची। प्रोजेक्ट इंपैक्ट की समीक्षा को लेकर अधिकारियों की राज्य स्तरीय टीमों का जिलों में भ्रमण तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। स्कूलों के औचक निरीक्षण के क्रम में तीसरे दिन भी कई गड़बड़ियां पकड़ी गईं। लापरवाही व गड़बड़ी के मामले में जहां एक प्रभारी प्राचार्य को निलंबित किया गया है।
वहीं कई अधिकारियों तथा एक जूनियर इंजीनियर के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। इस अनुशंसा पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है। वहीं, टीम ने स्कूलों को एक हफ्ते के अंदर कार्य प्रगति से पदाधिकारियों को अवगत कराने का निर्देश दिया है। कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने की स्थिति में संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के वेतन को रोकने की अनुशंसा की गई है।
प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र राजहंस निलंबित
राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, दुमका में लापरवाही बरतने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र राजहंस को निलंबित कर दिया है। उनके स्थान पर वरीय सहायक शिक्षक बबन कुमार को स्कूल का प्रभारी प्राचार्य नियुक्त किया गया है।इससे पहले टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि विद्यालय का पुस्तकालय बेहद ख़राब स्थिति में था। उसे शिफ्ट करने का आदेश दिया गया था, लेकिन इस पर प्रभारी प्राचार्य ने कोई कार्रवाई नहीं की। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के आदेशों की अवहेलना के आरोप में उक्त कार्रवाई की गई।
देवघर के तमाम समग्र शिक्षा पदाधिकारियों को शोकॉज
इसी तरह देवघर में खेल सामग्री के क्रय के लिए दी गई राशि स्कूलों को देने में लापरवाही बरतने के मामले में राज्य परियोजना निदेशक ने देवघर के तमाम समग्र शिक्षा पदाधिकारियों को शोकाज जारी किया है।उन सभी से पूछा है कि जिले में खेल सामग्री के क्रय के लिए जो राशि स्कूलों को दी जानी थी, वह अबतक क्यों नहीं दी गई? उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सभी अधिकारियों को वेतन रोकने का आदेश दिया है। राज्य स्तरीय टीम ने जिले के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों एवं झारखंड बालिका आवासीय विद्यालयों को अबतक राशि नहीं दिए की रिपोर्ट परिषद को भेजी थी। इसी तरह,
जवाहर बालिका आवासीय विद्यालय, टुंडी में ड्रेनेज एवं जल प्रबंधन के मामले में जूनियर इंजीनियर की लापरवाही सामने आई है। टीम ने उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जिसके आलोक में उसे शोकाज नोटिस भेजा गया है। विद्यालय के निरीक्षण के दौरान टीम ने शौचालय को क्षतिग्रस्त पाया था। साथ ही स्कूल में वाटर लीकेज और ड्रेनेज की भी समस्या रिपोर्ट की थी।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।तीन शिक्षक पाए गए अनुपस्थित
इसी तरह भूली नगर उच्च विद्यालय, धनबाद में निरीक्षण के लिए गए राज्यस्तरीय पदाधिकारियों ने स्कूल के 20 शिक्षकों में से तीन को स्कूल में अनुपस्थित पाया। पूछे जाने पर स्कूली बच्चों ने स्कूल की लचर व्यवस्था की शिकायत पदाधिकारियों से की। इस पर तीनों शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। उनसे पूछा गया है कि बच्चों की शिक्षा में लापरवाही बरतने पर क्यों नहीं उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाए।ये भी पढ़ें- Jharkhand News: पुलिस के शिकंजे में राजकिशोर बाउरी हत्याकांड का आरोपित, ऐसे जाल बिछा कर किया गिरफ्तार'देवर-देवरानी ने कुछ नहीं किया...', सीता सोरेन ने झारखंड के हाल को लेकर बोला हमला; दे डाली चेतावनी