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रांची में निर्दयी मां ने डेढ़ माह की बच्‍ची को जिंदा जलाया, हैरान कर देगी वजह Ranchi News

Heartless Mother Jharkhand Crime News बताया गया कि बच्‍ची को बोरे में बंद कर मां ने उसे जिंदा जला दिया। महिला पति के प्रेम प्रसंग से गुस्से में थी। घर आकर बेटी के लापता होने की बात कह हल्ला गुल्ला की।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Thu, 18 Mar 2021 08:14 PM (IST)
रांची में निर्दयी मां ने डेढ़ माह की बच्‍ची को जिंदा जलाया, हैरान कर देगी वजह Ranchi News
Jharkhand Crime News बच्‍ची के माता और पिता। जागरण

रांची, जासं। Jharkhand Crime News रांची से एक दर्दनाक खबर सामने आ रही है। जिले के राहे प्रखंड के भेलवाटिकर गांव में गुरुवार को एक निर्दयी मां ने अपने ड़ेढ माह लगभग 45 दिन की बच्ची को जिंदा जला दिया। राहे थाना क्षेत्र की सताकी पंचायत के भेलवाटीकर गांव गांव के भुवनेश्वर महतो की पत्नी सुनीता देवी ने अपनी 42 दिन की बेटी को सोई अवस्था में जिंदा जला दिया। बताया जाता है कि वह पति के प्रेम प्रसंग से परेशान थी। घटना लगभग 9.45 बजे की है। घटना के बाद वह लगातार पुलिस व ग्रामीणों को गुमराह करने का प्रयास करती रही। शाम में पुलिस के द्वारा कड़ाई से पूछने पर अपना जुर्म स्वीकार किया।

सुनीता ने पुलिस को बताया कि उसका पति भुवनेश्वर महतो रांची के लोवाडीह में काम करता है। वहां उसका किसी महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। काफी मना करने के बाद भी वह नहीं माना। इससे दोनों में हमेशा झगड़ा होता रहता था। इससे वह तनाव में रहने लगी। गुरुवार को गुस्से में लगभग पौने दस बजे वह सोई हुई दुधमुंही बच्ची को जूट के बोरे में लपेटकर घर से 150 मीटर की दूरी पर ले गई और एक गड्ढे में रखकर लकड़ी रखकर आग लगा दी। बच्ची का शव जब आधा जल गया तो वह वहां से घर आई और बच्ची के लापता होने की जानकारी ग्रामीणों व स्वजनों को दी।

इसके बाद लगभग 11.30 बजे उसने इसकी जानकारी अपने पति भुवनेश्वर को फोन के माध्यम से रांची में दी। इधर, ग्रामीणों व स्वजनों ने बच्ची को खोजना शुरू किया। इसी दौरान घर से कुछ दूरी पर स्थित गड्ढे में धुआं उठते देखा गया। वहां पर जाकर सभी ने देखा, तो जला हुआ बच्ची का शव बरामद किया गया। इसके बाद अनगड़ा थाने को इसकी सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच की। इधर, सूचना पाकर भुवनेश्वर महतो लगभग 12.30 बजे गांव पहुंचा। बेटी का शव देखकर वह बिलखने लगा।

दिन भर घुमाती रही महिला

बेटी की हत्यारोपित सुनीता ग्रामीणों व पुलिस को पूरे दिन घुमाती रही। शुरुआत में उसने बताया कि वह बड़ी बेटी खुशी को साथ लेकर गांव के कुएं में नहाने चली गई थी। इस दौरान वह दुधमुंही बच्ची को घर में ही सुलाकर गई थी। नहाकर आने के बाद वह घर में बच्चे को खोजने का दिखावा करने लगी। बाद में उसने चिल्ला-चिल्ला कर लोगों को बुला लिया। इसके बाद सभी लोग बच्ची को खोजने निकले। अनगड़ा थाने की पुलिस के समक्ष भी उसने यही बात बताई। हालांकि, पुलिस को सुनीता पर पहले से ही शक था। शाम लगभग छह बजे अनगड़ा थाने की पुलिस पुन: भेलवाटीकर गांव पहुंची और महिला से कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उसने डीएसपी ख्रीस्टोफर केरकेट्टा के सामने अपना जुर्म स्वीकारा। इसके बाद उसे अनगड़ा थाने ले जाया गया।

घटना के समय सास गई थी बकरी चराने

जिस समय सुनीता ने बच्ची की जान ली, उस समय उसकी सास लालनी देवी बकरी चराने गई थी। आसपास कोई नहीं था। घटना की सूचना पर राहे बीडीओ रवि प्रकाश, एसीओ महेंद्र छोटन उरांव सहित पूर्व विधायक अमित महतो, आजसू नेता प्रकाश सिन्हा, उमेश प्रसाद, माकपा नेता सुफल महतो, बादल महतो, मुखिया प्रतिनिधि सुरेश मुंडा सहित अन्य लोग पहुंचे।