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VHP News: कानून अपने हाथों में नहीं लेना हिंदुओं का स्वभाव है, हिंदू सहनशील है, कमजोर नहीं: विहिप

VHP News झारखंड के लोहरदगा में प्रांत कार्यसमिति की बैठक में विहिप के केंद्रीय प्रन्यासी मंडल के सदस्य जगन्नाथ शाही ने कहा कि कानून अपने हाथों में नहीं लेना हिंदुओं का स्वभाव है। हिंदू सहनशील जरूर है परंतु मजबूर व कमजोर नहीं है।

By Sanjay KumarEdited By: Updated: Mon, 11 Jul 2022 03:00 PM (IST)
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VHP News: झारखंड के लोहरदगा में विहिप का प्रांत कार्यसमिति का बैठक।

रांची, जासं। VHP News विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रन्यासी मंडल के सदस्य जगन्नाथ शाही ने कहा कि देश में तलवारों के भय से मतांतरित समाज सनातन परंपराओं को नष्ट करने की चेष्टा कर रहा है। सरिया कानून लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार की जिम्मेदारी है कि ईसाई और जिहादी गतिविधियों को नियंत्रित करें। हिंदुओं को इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए मजबूर नहीं करे। कानून अपने हाथों में नहीं लेना हिंदुओं का स्वभाव है। हिंदू सहनशील जरूर है, परंतु मजबूर व कमजोर नहीं है। वे लोहरदगा में चल रहे विहिप के तीन दिवसीय प्रांत कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन रविवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा गतिविधि चलाकर हिंदुओं को किया जा रहा है भयभीत, ध्यान दें सरकार

इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। 91 कार्यकर्ताओं के नए दायित्व की घोषणा की गई। शाही ने कहा कि जिन इलाकों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं, वहां जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा गतिविधि चलाकर हिंदुओं को भयभीत किया जा रहा है। सरकार इस पर ध्यान दें। हिदुओं को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर नहीं करें।

इससे पूर्व समापन सत्र का उद्घाटन विश्व हिंदू परिषद के जगन्नाथ शाही, चेन्नई के क्षेत्र संगठन मंत्री आकारपु केशव राजू, पटना क्षेत्र संगठन मंत्री आनंद कुमार, क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, क्षेत्र संयोजक जनमेजय, क्षेत्र धर्म प्रसार प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा व प्रांत मंत्री डा. वीरेंद्र साहू ने संयुक्त रूप से शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रांत मंत्री डा. वीरेंद्र साहू ने कहा कि कार्यकर्ता ही संगठन का रीढ़ होता है।

हिंदू समाज को संगठित करना ही विहिप का लक्ष्य

अकारपु केशव राजू ने कहा, हिंदू समाज को संस्कार देने तथा संगठित करना ही विश्व हिंदू परिषद का लक्ष्य है। आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी ने साधु संतों के सानिध्य में हिंदू समाज के वैश्विक सांस्कृतिक क्षरण को देखते हुए संस्कार को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य ही विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की थी। भारतवर्ष पर सैकड़ों वर्ष तक आक्रांताओं का आक्रमण होता रहा, जिससे भारतवर्ष में घुसपैठ एवं मतांतरण की गतिविधि निरंतर चलती रहे। धर्मो रक्षति रक्षित: अर्थात जो धर्म की रक्षा करते हैं, धर्म उनकी रक्षा करता है के भाव को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता निरंतर समाज के प्रति सजगता से संस्कृति रक्षार्थ कार्य कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अभी तक झारखंड-बिहार के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू थे। उनका स्थानांतरण चेन्नई किया गया है।

बैठक में 293 कार्यकर्तागण थे उपस्थित

बैठक में प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, कार्याध्यक्ष तिलक राज मंगलम, प्रांत उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव एवं सुभाष नेत्रगवांकर, सहमंत्री मनोज पोद्दार, रामनरेश सिंह, वीरेंद्र यादव, रंगनाथ महतो, आरएसएस के प्रांत संघचालक सच्चिदानंद लाल अग्रवाल, मार्गदर्शक मंडल संयोजक स्वामी कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, मार्गदर्शक मंडल प्रांत सदस्य स्वामी दिव्यानंद, गोरक्षा प्रांत सहप्रमुख कमलेश सिंह, सामाजिक समरसता प्रांत प्रमुख मिथिलेश्वर मिश्र, बजरंग दल प्रांत संयोजक दीपक ठाकुर, महिला समन्वयक प्रांत प्रमुख प्रभावती नेत्रगांवर सहित 293 कार्यकर्तागण उपस्थित थे।