Jharkhand News: होटवार जेल में बड़ा खेल, वीआइपी कैदी भोग रहे सुख, ईडी को हाथ लगी सूचना
Jharkhand Latest News झारखंड के जेल में कई चर्चित चेहरे इस समय बंद हैं। ईडी को यह सूचना मिली है कि यह कैदी जेल में संदिग्ध तरीके से संचार उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जेल अधीक्षक शक के दायरे में हैं। अब सीसीटीवी फुटेज की जांच हो सकती है।
By Jagran NewsEdited By: M EkhlaqueUpdated: Tue, 18 Oct 2022 10:39 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक हामिद अख्तर व झारखंड पुलिस मुख्यालय को नोटिस भेजकर कुछ बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। पूरा मामला मनरेगा घोटाला, 1000 करोड़ के अवैध खनन व अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी से संबंधित है, जिसमें जेल प्रशासन व झारखंड पुलिस के कुछ अधिकारियों पर ईडी के आरोपितों को मदद करने का आरोप लगा है। ईडी ने बिंदुवार कई मामलों में जानकारी मांगी है।
सीसीटीवी फुटेज मांगने की चल रही तैयारी
ईडी ने जेल अधीक्षक को भेजे गए नोटिस में बताया है कि ईडी के उपरोक्त मामलों में गिरफ्तार निलंबित आइएएस पूजा सिंघल, उनका चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार, मुख्यमंत्री का बरहेट विधानसभा क्षेत्र का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, नेताओं व नौकरशाहों का करीबी प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल तथा कथित अपराधी बच्चू यादव और झारखंड हाईकोर्ट के वकील राजीव कुमार होटवार जेल में बंद हैं। ईडी को सूचना है कि इनमें से कई आरोपित संदिग्ध तरीके से जेल में जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ाकर संचार उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ईडी इन तथ्यों के सत्यापन के लिए पिछले कुछ महीने का सीसीटीवी फुटेज मांग सकती है।
इस तरह फंसते जा रहे होटवार जेल अधीक्षक
ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक से पूछा है कि जब कोलकाता का व्यवसायी अमित अग्रवाल ईडी की रिमांड पर था, तब उन्होंने गत 12 अक्टूबर को वकालतनामा पर अमित अग्रवाल के हस्ताक्षर का सत्यापन किस परिस्थिति में किया। हालांकि, जेल अधीक्षक ने इसपर तर्क दिया है कि आठ अक्टूबर को अमित अग्रवाल जेल गए थे, उसी अवधि में उन्होंने लिए गए हस्ताक्षर का सत्यापन किया था।
प्रेम प्रकाश मामले में भी मांगी गई जानकारी ईडी ने पुलिस मुख्यालय को भेजे गए नोटिस में यह जानकारी मांगी है कि गत 24 अगस्त को नेताओं व नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश के ठिकाने पर छापेमारी में रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र से दो एके-47 हथियार व 60 कारतूस की बरामदगी हुई थी। तब यह स्पष्ट हुआ था दोनों हथियार रांची पुलिस के दो जवान मुकेश कुमार व श्यामल होरो के हैं, जिनकी तैनाती मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में हुई थी। ईडी ने पुलिस मुख्यालय से मुख्यमंत्री आवास के सुरक्षा प्रभारी का विवरण मांगा है, ताकि यह जानकारी ली जा सके कि किस परिस्थिति में दोनों पुलिसकर्मी एक निजी व्यक्ति प्रेम प्रकाश की सेवा के लिए अवैध रूप से नियुक्त थे।
प्रेम प्रकाश ने भी ईडी के सामने कबूल किया था कि उसे दोनों अंगरक्षक उपलब्ध कराये गए थे। इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई, इसपर ईडी ने रिपोर्ट मांगी है।
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