विश्व हिंदू परिषद आज देश के सभी प्रखंड मुख्यालयों में अखंड भारत दिवस मनाएगी, जानिए इसका महत्व
Akhand Bharat Divas Jharkhand News Vishva Hindu Parishad अखंड भारत दिवस मनाने के दौरान मानचित्र की पूजा के साथ ही लोगों को अखंड भारत के बारे में जानकारी दी जाएगी। हर वर्ष 14 अगस्त को यह आयोजन होता है।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Fri, 13 Aug 2021 11:50 PM (IST)
रांची, जासं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) शनिवार को देश के सभी प्रखंड मुख्यालयों में अखंड भारत दिवस मनाएगी। इस अवसर पर अखंड भारत के मानचित्र की पूजा करने के साथ-साथ लोगों को भारत के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानकारी दी जाएगी। विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू ने कहा कि जिस तरह से भारत मां के टुकड़े किए गए, उसे वर्तमान के साथ-साथ हमारी आने वाली पीढ़ी को जानना चाहिए। इस अवसर पर सभी कार्यकर्ता अखंड भारत का संकल्प भी लेंगे।
विहिप प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को अखंड भारत दिवस मनाती है। केशव राजू ने कहा कि अखंड भारत में आज के अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत, नेपाल, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश और श्रीलंका आता है। पिछले 300 वर्षों में आठ बार भारत को खंडित किया गया। 1876 में रूसी और ब्रिटिश शासकों ने मिलकर अफगानिस्तान के नाम से बफर स्टेट बना दिया। बाद में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से यह इलाका अलग हो गया।
इसके बाद 1904 में नेपाल, 1906 में भूटान, 1914 में तिब्बत, 1935 में श्रीलंका, 1937 में बर्मा, जो बाद में म्यांमार बना, 1947 में पाकिस्तान और 1971 में बांग्लादेश बना दिया गया। कहा कि सन 1800 से पहले के भारत पर नजर दौड़ाएंगे तो देखेंगे कि अभी जो देश हैं, उस समय नहीं थे। केवल स्वतंत्र राजसत्ताएं थीं। सांस्कृतिक रूप से सभी भारतवर्ष के रूप में एक थे।
एक-दूसरे स्थानों पर सभी लोगों का आवागमन था। जैसे-जैसे इन इलाकों में विदेशी शक्तियां आती गईं, स्थिति खराब होती चली गई। वैसे 1947 के बाद भारत ने फ्रेंच के कब्जे से पुडुचेरी, पुर्तगाल के कब्जे से गोवा और दमन और अमेरिका के कब्जे में जाते हुए सिक्किम को मुक्त कराया था।
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