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Ram Mandir दर्शन के लिए गांव-गांव में निमंत्रण देंगे स्वयंसेवक, 1 से 15 जनवरी तक पूरे देश में चलेगा विशेष अभियान

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। जनवरी में प्राण-प्रतिष्ठा होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। देश ही नहीं बल्कि विदेश के रामभक्त राम मंदिर के दर्शन को उत्सुक हैं। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विहिप के कार्यकर्ता घर-घर में निमंत्रण देने पहुंचेंगे। 2021 में आरएसएस की ओर से पूरे देश में निधि-समर्पण अभियान चलाया गया था।

By Edited By: Shashank ShekharUpdated: Thu, 19 Oct 2023 10:41 PM (IST)
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Ram Mandir दर्शन के लिए गांव-गांव में निमंत्रण देंगे स्वयंसेवक
संजय कुमार, रांची। हिंदू समाज के सालों के संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर तैयार हो रहा है। नवनिर्मित मंदिर में अपने भगवान राम को देखने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेश के भी करोड़ों रामभक्त आतुर हैं।

संभवतः अगले साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में प्राण-प्रतिष्ठा होना तय है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद मंदिर को देखने और भगवान राम के दर्शन के लिए घर-घर निमंत्रण देने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विहिप सहित सभी अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता पहुंचेंगे।

RSS ने चलाया था निधि-समर्पण अभियान 

बता दें कि जिस तरह 2021 में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से सहयोग मांगे जाने पर आरएसएस की ओर से पूरे देश में 15 जनवरी से 27 फरवरी तक निधि-समर्पण अभियान चलाया गया था। उसी तरह एक जनवरी से 15 जनवरी 2024 तक भगवान राम के दर्शन के लिए निमंत्रण देने को विशेष अभियान चलाया जाएगा।

एक बार फिर संघ परिवार की टोली शहर से लेकर गांवों तक दिखेंगी। इस अभियान में लगे कार्यकर्ता घर- घर जाकर लोगों को मंदिर का चित्र, निमंत्रण पत्र और अयोध्या से आया अक्षत लोगों को देंगे।

वे लोग कहेंगे कि आपका मंदिर बनकर तैयार है, आप दर्शन के लिए पहुंचे। अक्षत (पीले चावल)लेने के लिए सभी प्रांतों से विहिप के दो कार्यकर्ताओं को अयोध्या बुलाया गया है। पांच नवंबर को सभी प्रांतों को पांच किलो अक्षत दिया जाएगा, जिसे जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक पहुंचाया जाएगा। फिर पोटली बनाने का काम होगा।

सभी प्रांतों से संघ व विहिप के पदाधिकारी शामिल होंगे

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन मंदिर परिसर की क्षमता से ज्यादा हो रही संख्या को ध्यान में रखते हुए सभी प्रांतों से कुछ प्रमुख लोगों को ही आमंत्रित किया गया है।

उस दिन आरएसएस के सभी प्रांत संघचालक, प्रांत कार्यवाह, विहिप के प्रांत अध्यक्ष व प्रांत मंत्री एवं कुछ विशेष अतिथि को ही जिसमें उस प्रांत के प्रमुख संत या और कोई प्रमुख व्यक्ति होंगे को अयोध्या बुलाया जा रहा है।

वैसे 22 जनवरी को शहरों से लेकर गांवों तक बड़े स्क्रीन पर सीधा प्रसारण की व्यवस्था की जा रही है। आरएसएस व विहिप ने अपने स्तर से इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है।

27 जनवरी से 22 फरवरी तक दर्शन को बुलाया जाएगा

प्राण प्रतिष्ठा के बाद 27 जनवरी से 22 फरवरी तक सभी प्रांतों से अलग-अलग तिथि को संघ एवं अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी एवं उस प्रांत के प्रमुख लोगों को अयोध्या दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

प्रत्येक प्रांत की अलग-अलग तिथि और संख्या तय की गई है। उसकी व्यवस्था देखने के लिए सभी प्रांतों से 10-10 कार्यकर्ताओं को जिसमें दो महिलाएं भी हो, बुलाया जा रहा है। निर्धारित तिथि को रेलवे से विशेष ट्रेन भी सभी प्रांत मुख्यालयों से चलाने की बातचीत चल रही है।

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