Ranchi: गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस MLA अंबा की मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने? अपनी ही पार्टी से चल रही हैं नाराज
गृहमंत्री अमित शाह से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद की शुक्रवार को हुई मुलाकात के बाद झारखंड की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। दोनों के बीच बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में मुलाकात हुई। अंबा प्रसाद और अमित शाह ने हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया। दोनों के बीच बातचीत भी हुई। हालांकि अंबा प्रसाद ने इस मुलाकात को एक शिष्टाचार मुलाकात करार दिया है
By Pradeep singhEdited By: Mohit TripathiUpdated: Fri, 01 Dec 2023 11:20 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद की शुक्रवार को हुई मुलाकात राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है। दोनों के बीच संवाद हजारीबाग के मेरू स्थित बीएसएफ कैंप में हुआ, जहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 59वें रेजिंग डे समारोह में शामिल होने आए थे।
कार्यक्रम स्थल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, हजारीबाग और चतरा के भाजपा सांसद समेत मांडू के विधायक जेपी पटेल अमित शाह से मिलने पहुंचे थे। अंबा प्रसाद की केंद्रीय गृहमंत्री संग मुलाकात ने सबको चौंकाया।
अंबा प्रसाद ने अमित शाह का झुककर अभिवादन किया। दोनों के बीच बातचीत भी हुई। हालांकि ऐसी मुलाकातों को शिष्टाचार मुलाकात की संज्ञा दी जाती है। यही बात अंबा प्रसाद ने भी कही, लेकिन इससे कांग्रेस नेताओं के कान खड़े हो गए हैं।
पार्टी से क्यों नाराज हैं अंबा प्रसाद
हाल ही में ऐसे कई मौके आए हैं, जब अंबा प्रसाद की नाराजगी सामने आई है। ताजा मामला हजारीबाग में खासमहल की एक जमीन का विवाद भी है, जिसमें अंबा प्रसाद और उनके पिता राज्य सरकार के पूर्वमंत्री योगेंद्र साव का नाम सामने आया। प्रशासन ने उक्त जमीन पर बनी दीवार को हटा दिया।
राजनीतिक षड्यंत्र रचने का लगाया है आरोप
अंबा प्रसाद ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया था। उनका इशारा एक माननीय की ओर भी था। बिना नाम लिए उन्होंने कहा था कि सबकुछ उनके इशारे पर हो रहा है। प्रशासन के रूख पर भी उन्होंने नाराजगी जताई थी।बताया जाता है कि अंबा प्रसाद के पिता योगेंद्र साव की इच्छा हजारीबाग संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की है। ऐसे में अमित शाह से मुलाकात के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
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