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नेटवर्क आएगा तो ही पूरा परिवार भरपेट खाएगा, जानिए झारखंड के इस गांव के लोगों की पीड़ा

Garhwa Samachar Jharkhand News झारखंड के गढ़वा जिले में डिजिटल इंडिया अभियान परवान नहीं चढ़ रहा है। राशन के लिए सात किलोमीटर पहाड़ चढ़कर अंगूठा लगाते हैं। लाभुकों ने सरकार से ऑफलाइन राशन दिए जाने की मांग की है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Tue, 23 Mar 2021 05:04 PM (IST)
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Garhwa Samachar, Jharkhand News लाभुकों ने सरकार से ऑफलाइन राशन दिए जाने की मांग की है।

गढ़वा, [दीपक/संकेत श्रीवास्तव]। Garhwa Samachar, Jharkhand News झारखंड के गढ़वा जिले के खरौंधी प्रखंड में नेटवर्क की समस्या के कारण डिजिटल इंडिया अभियान परवान नहीं चढ़ रहा है। आलम यह है कि मझिगावां और राजी गांव के जनवितरण प्रणाली दुकान के लाभुक राशन लेने के लिए सात किलोमीटर ऊंचा रोहिनिया पहाड़ चढ़कर पॉस मशीन पर अंगूठा लगाने जाते हैं। नेटवर्क नहीं होने के कारण कई बार घंटों इंतजार कर घर लौट आते हैं। किस्मत अच्छी रही और नेटवर्क ने साथ दिया तो अंगूठा का निशान लगाते हैं और राशन लेकर आते हैं। तब स्वजनों का पेट भरता है।

इस प्रक्रिया से राशन लेने में वृद्ध और बीमार लाभुकों को खासी परेशानी हो रही है। लिहाजा लाभुकों ने सरकार से ऑफलाइन राशन दिए जाने की मांग की है। मझिगावां की कार्डधारी चिंता देवी, प्रमिला देवी, मीरा देवी, कुलिंदा देवी, प्रभा देवी, समुंद्री देवी, शकुंतला देवी के अलावा कुलदीप सिंह, संजय विश्वकर्मा, सुरेंद्र यादव व अनिल कुमार कहते हैं कि राज्य सरकार ने तो ऑनलाइन व्यवस्था कर दी है, लेकिन कई गांवों में अब भी नेटवर्क की व्यवस्था नहीं है। जितने का राशन नहीं मिलता, उससे ज्यादा समय अंगूठा लगाने में बर्बाद होता है।

कभी-कभी तो एक माह का राशन लेने में चार से पांच दिन बर्बाद हो जाता है। यह व्यवस्था लाभुकों के लिए मुसीबत बन गई है। ऑनलाइन व्यवस्था पर राज्य सरकार को तत्काल विराम लगा देना चाहिए। पूर्व की भांति ऑफलाइन ही राशन वितरण की व्यवस्था होनी चाहिए। जनवितरण प्रणाली के विक्रेता कुलदीप सिंह कहते हैं कि राज्य सरकार ने जब से ऑनलाइन व्यवस्था के तहत पॉस मशीन उपलब्ध कराई है, तब से नेटवर्क बड़ी समस्या बनी हुई है।

मशीन में नेटवर्क के लिए कभी छत तो कभी पहाड़ी पर जाकर कार्डधारियों का फिंगर प्रिंट लेना पड़ता है। ऐसे में लाभुकों से बकझक भी होती रहती है। कई बार प्रखंड कार्यालय व विभागीय अधिकारी को नेटवर्क समस्या की लिखित जानकारी दी गई। लेकिन इस पर विभाग ने कोई पहल नहीं की। फोर जी के दौर में भी सरकार टू जी नेटवर्क से काम ले रही है।

'लाभुक और डीलर की परेशानी की जानकारी मिली है। वहां जीओ कंपनी का टावर भी लगा है। लेकिन समस्या है कि डीलर को पॉस मशीन में एयरटेल का टूजी का सिम उपलब्ध है। इस परेशानी को जिला आपूर्ति पदाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। जल्द ही समस्या का निदान होगा।' -संदीप अनुराग टोप्पनो, सीओ सह प्रभारी एमओ, खरौंधी।

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