Jharkhand News: कौन हैं IAS अलका तिवारी? बन सकती हैं झारखंड की मुख्य सचिव; पढ़ें इनके बारे में सबकुछ
Jharkhand Chief Secretary झारखंड के मुख्य सचिव के रेस में अलका तिवारी का नाम सबसे आगे आ रहा है। दरअसल अलका तिवारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त होने के बाद झारखंड कैडर में वापस आ गई हैं। अब उनके मुख्य सचिव बनने की संभावना अधिक हो गई है क्योंकि वे वर्तमान अपर मुख्य सचिवों में सबसे वरीय हैं। वर्तमान मुख्य सचिव एल. खियांग्ते 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand News: केंद्र सरकार ने अपर मुख्य सचिव रैंक की अधिकारी अलका तिवारी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त करते हुए उन्हें वापस मूल सेवा में लौटने का निर्देश दे दिया है। इस आदेश के साथ राष्ट्रीय जनजातीय आयोग में सचिव रहीं अलका तिवारी वापस झारखंड कैडर में आ गई हैं।
इसके साथ ही अनुमान लगाया जा रहा है कि वह मुख्य सचिव बन सकती हैं। वर्तमान में जितने भी अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी हैं, उनमें सबसे वरीय अलका तिवारी ही हैं। 1988 बैच की आइएएस अधिकारी अलका तिवारी को एक दिन पहले ही 15 अक्टूबर को विमुक्त किया गया है।
ज्ञात हो कि वर्तमान मुख्य सचिव एल. खियांग्ते 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनकी सेवानिवृत्ति के साथ ही राज्य सरकार तीन अधिकारियों का नाम केंद्रीय कार्मिक विभाग को भेजेगी जिसमें से किसी एक को मुख्य सचिव बनाया जाता है। चुनाव होने के कारण इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को भी देनी होगी।
कौन हैं IAS अलका तिवारी?
अलका तिवारी1988 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह रसायन और उर्वरक मंत्रालय (भारत सरकार) की अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा जनजाति आयोग के सचिव के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
मुख्य सचिव की कितनी होती है पावर?
मुख्य सचिव पूरे सचिवालय के काम को नियंत्रित करता है। वह सचिवालय संगठन का हेड होता है। मुख्य सचिव का काम मुख्यमंत्री के हर काम में मदद करना होता है। मुख्य सचिव राज्य प्रशासन से जुड़े सभी मामलों में CM के प्रधान सलाहकार के रूप में दायित्व निभाता है।
मुख्यमंत्री खुद राज्य के शासन से संबंधित सभी नीतिगत मुद्दों पर मुख्य सचिव से परामर्श करता है। मुख्य सचिव राज्य के मंत्रियों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों से संबंधित प्रशासनिक अड़चनों की जानकारी मुख्यमंत्री को देता है। मुख्य सचिव राज्य मंत्रिमंडल के सचिव के रूप में कार्य करता है।
जमशेदपुर में अधिकारियों को मतदान शपथ दिलाई गई
जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल ने स्वीप कार्यक्रम के तहत समाहरणालय सभागार में सभी प्रशासनिक-पुलिस पदाधिकारियों को मतदाता शपथ दिलाई तथा समावेशी चुनाव प्रक्रिया में सबकी सहभागिता सुनिश्चित हो इसे लेकर जन-जन तक मताधिकार के प्रयोग को लेकर जागरूकता लाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि सुदृढ़ लोकतंत्र हेतु प्रत्येक मतदाता की सहभागिता आवश्यक है। 13 नवंबर को जिले के सभी मतदाता अपने मत का प्रयोग करने बूथों तक जाएं तथा लोकतंत्र की मजबूती में अपना योगदान दें।
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