JSSC News: सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर, एग्जाम में अब ये कैंडिडेट भी होंगे शामिल
JSSC Assistant Professor Recruitment Exam जेएसएससी की असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति परीक्षा में वे 3033 अभ्यर्थी भी शामिल हो सकेंगे जिनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई थी। अमृता कुमारी व अन्य बनाम राज्य सरकार मामले में झारखंड हाईकोर्ट के के आलोक में जेएसएससी ने इन अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी फिर से बहाल कर दी है। इनकी परीक्षा की तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा में वैसे 3,033 अभ्यर्थी सम्मिलित हो सकेंगे, जिनकी पूर्व में उम्मीदवारी रद्द कर दी गई थी।
अमृता कुमारी एवं अन्य बनाम राज्य सरकार के मामले में झारखंड उच्च न्यायालय के 11 जून 2024 को पारित आदेश के आलोक में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने इन अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी फिर से बहाल कर दी है।इनकी परीक्षा की तिथि की घोषणा शीघ्र की जाएगी। हालांकि इनका परिणाम न्यायालय के अंतिम आदेश से प्रभावित होगा।
दरअसल, आयोग ने चार अप्रैल को अर्हता संबंधित किए गए संशोधन के आलोक में इनकी उम्मीदवारी रद कर दी थी। न्यूनतम 50 प्रतिशत अंको के साथ स्नातक (अथवा इसके समकक्ष) तथा एक वर्षीय बीएड/द्विवर्षीय बीएड/ बीएड (विषेष षिक्षा) के अभ्यर्थी को इस शर्त के साथ परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी गई है कि नियुक्ति के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान से अपने खर्च पर छह माह का ब्रिज कोर्स उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।
इधर, झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने झा सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा एवं झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त असैनिक सेवा परीक्षा मुख्य परीक्षा की तिथि टकराने के कारण सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा की तिथियाें में संशोधन किया है। यह संशोधन सिर्फ आवेदन देनेवाले अभ्यर्थियों के लिए किया गया है।
इसके तहत इंटरमीडिट प्रशिक्षित सहायक आचार्य (कक्षा एक से पांच) से संबंधित अभ्यर्थियों द्वारा प्राप्त आवेदन के आलोक में आयोग ने उक्त अभ्यथियों की परीक्षा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी है। ऐसे कुल 13 अभ्यर्थी हैं।
स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य (कक्षा छह से आठ) से संबंधित अभ्यर्थियों द्वारा प्राप्त आवेदन के आलोक में आयोग ने संबंधित अभ्यर्थियों की परीक्षा अब 24 जून के बाद आयोजित करने का निर्णय लिया है। ऐसे अभ्यर्थियों की कुल संख्या 18 है।इसके अलावा, अन्य आवेदनों में दोनों परीक्षा एक ही तिथि में होने के संबंध में साक्ष्य के रूप में मात्र एक प्रवेश पत्र रहने की स्थिति में प्राप्त आवेदन पर कोई कार्रवाई अपेक्षित नहीं समझी गई। आयोग के अनुसार, ऐसे अभ्यर्थियों की परीक्षा समय पर ही होगी।
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