Jharkhand Politics: क्या झारखंड में लगेगा राष्ट्रपति शासन? राज्यपाल की चुप्पी से उठे कई सवाल
Jharkhand News राज्यपाल से मिलने के बाद राजभवन से निकलते हुए चंपई ने मीडिया से कहा कि राज्यपाल ने उन्हें सकारात्मक आश्वासन दिया है। उन्होंने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। कहा कुछ और विधायकों के रांची पहुंचने से उनके पास 45-46 विधायक हो जाएंगे। उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री को नहीं जोड़ा है। उन्होंने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। विधायक चंपई सोरेन सहित पांच विधायकों ने राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दोबारा दावा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि लगभग 20-22 घंटे में भी सरकार के गठन को लेकर राज्यपाल द्वारा निर्णय नहीं लिए जाने से राज्य में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्यपाल इसपर अविलंब निर्णय लें। राज्यपाल ने विधायकों को आश्वस्त किया कि वे सरकार बनाने के उनके दावे पर जल्द ही निर्णय लेकर उन्हें सूचित करेंगे। हालांकि, राज्यपाल ने इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई।
राज्यपाल से मिलने के बाद राजभवन से निकलते हुए चंपई ने मीडिया से कहा कि राज्यपाल ने उन्हें सकारात्मक आश्वासन दिया है। उन्होंने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। कहा, कुछ और विधायकों के रांची पहुंचने से उनके पास 45-46 विधायक हो जाएंगे। उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री को नहीं जोड़ा है। उन्होंने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं और सरकार बनाने को लेकर संकल्पित हैं।इससे पहले, मुख्यमंत्री के पद से हेमंत सोरेन के इस्तीफा तथा चंपई सोरेन द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के बाद यह उम्मीद लगाई जा रही थी राज्यपाल इसपर शीघ्र निर्णय लेते हुए उन्हें सरकार बनाने का न्योता देंगे, लेकिन राजकीय अतिथिशाला में जमे आइएनडीआइए के विधायक दिनभर राज्यपाल के बुलावे का इंतजार करते रहे। अपराह्न दो बजे तक राजभवन से कोई बुलावा नहीं आने तथा किसी तरह का संदेश नहीं मिलने के बाद चंपई ने अंत में राज्यपाल को पत्र लिखकर शाम तीन बजे मिलने का समय मांगा।
43 विधायकों का वीडिया जारी किया
43 विधायकों वाला वीडियो भी जारी किया गया, जिसमें सभी गिनती करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद चंपई सहित पांच विधायकों के साथ शाम साढ़े पांच बजे मिलने का समय दिया गया। राजभवन ने जिन विधायकों को मिलने का समय दिया था उनमें विधायक दल के नेता चंपई सोरेन, माले विधायक विनोद सिंह, झाविमो विधायक प्रदीप यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता सम्मिलित हैं। इधर, राजभवन की अबतक की चुप्पी ने राष्ट्रपति शासन सहित कई आशंकाओं को जन्म दिया है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि कहीं राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर तो नहीं बढ़ रहा है।
शीघ्र मुख्यमंत्री मनोनीत कर नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करें राज्यपाल- चंपई
चंपई ने राज्यपाल को भेजे अपने पत्र में कहा कि वर्तमान में पिछले लगभग 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार अस्तित्व में नहीं है। इस कारण राज्य में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। संवैधानिक प्रमुख होने के नाते वे सभी विधायक गण एवं राज्य की जनता राज्यपाल से उम्मीद करते हैं कि शीघ्र ही वे एक लोकप्रिय सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त कर राज्य को भ्रम की स्थिति से बाहर निकालेंगे।उन्होंने सरकार गठन के उनके दावे को स्वीकार करते हुए उन्हें शीघ्र मुख्यमंत्री मनोनीत कर नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने का अनुरोध किया। कहा कि वे मिलकर यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि बहुमत उनके साथ है तथा वे राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम हैं। उन्होंने बुधवार को 47 विधायकों के समर्थन के दावे एवं 43 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त समर्थन पत्र सौंपने का हवाला भी देते हुए कहा कि ये आंकड़े बहुमत के आंकड़े से अधिक हैं। कहा कि बुधवार को उनके साथ सभी 43 विधायक भी राजभवन के लिए गए थे, लेकिन वे गेट पर ही रूके रहे, उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिल पाया।
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