Jharkhand News: अनाज नहीं बांटने पर गिर सकती है गाज! डीलरों की हड़ताल के बीच इस पदाधिकारी ने दे दी चेतावनी
बीपीएल कार्डधारियों को प्रति कार्ड एक किलो चना दाल जनवरी माह से मिलने जा रहा है। इसके लिए जिला आपूर्ति विभाग को आवंटन प्राप्त हो चुका है। राज्य सरकार द्वारा जिला को दो लाख 28 हजार 286 किलो यानि 2282 क्विंटल चना उपलब्ध हो चुका है। जांच का नमूना रांची भेजा गया है। रिपोर्ट मिलते ही पीडीएस दुकान के माध्यम से राशन कार्डधारियों को चना दाल मिलना शुरू हो जाएगा।
जागरण संवादादाता, साहिबगंज। बीपीएल कार्डधारियों को प्रति कार्ड पर एक किलो चना दाल जनवरी माह से मिलने जा रहा है। इसके लिए जिला आपूर्ति विभाग को आवंटन प्राप्त हो चुका है। राज्य सरकार द्वारा जिला को दो लाख 28 हजार 286 किलो यानि 2282 क्विंटल चना उपलब्ध हो चुका है। जांच का नमूना रांची भेजा गया है।
रिपोर्ट मिलते ही पीडीएस दुकान के माध्यम से राशन कार्डधारियों को चना दाल मिलना शुरू हो जाएगा। उक्त बातें जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमर प्रसाद ने कही।
एक जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर 150 डीलर
अब ऐसे में सवाल यह है कि आखिर चावल, गेंहू या चना दाल कैसे कार्डधारियों को मिलेगा। क्योंकि, जिले के करीब 150 से अधिक पीडीएस डीलर एक जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। फेयर प्राइस एसोसिएशन के बैनर तले जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के करीब 150 से अधिक डीलर हड़ताल पर है। ई पास मशीन को बंद कर दिया है।इनकी मांग है कि कोरोना काल में 14 माह का बकाया कमीशन दिया जाए। एक रुपया कमीशन है इसे बढ़ाया जाए। अनाज वितरण के बाद बोड़ा डीलर का होता है, विभाग इसे गिनती से ले लेती है। इसका भी राशि दिया जाए। डीलर का 60 साल पर मौत हो जाती है तो अनुकंपा पर आश्रितों को दुकान आवंटन कराया जाए। मशीन को चलाने के लिए इंटरनेट सेवा, बिजली बिल का खर्च सहित अन्य मांग सरकार के समक्ष रखा गया है।
पदाधिकारी व डीलर अध्यक्ष ने क्या कुछ कहा
राशन कार्डधारियों को चना दाल राज्य सरकार निशुल्क वितरण करने की योजना है। जिला को आवंटन प्राप्त हो चुका है। चना दाल का सैंपल रांची जांच के लिए भेजा गया था, सोमवार की शाम इसकी रिपोर्ट मिल चुकी है। इस सप्ताह से मिलना शुरू हो जाएगा। राशन डीलर हड़ताल पर है। समीक्षा की जा रही है। वितरण नहीं करता है तो कार्रवाई की होगी।- अमर प्रसाद, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, साहिबगंजराज्य सरकार को बार-बार अपनी समस्या को लेकर रु-ब-रु कराते आ रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी एक नहीं सुनी और न प्रस्ताव पर विचार किया। अंत में बाध्य होकर संगठन के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल चले गए। हमारा भी परिवार है। हम भी समाज में सम्मान से जीना चाहते है। इस बार सरकार जब तक हमारी मांग मान नहीं लेती और पूरा करने का लिखित रूप से आश्वसन नहीं देती है तब तक हड़ताल जारी रखेंगे।- जय प्रकाश सिन्हा, अध्यक्ष, जिला फेयर प्राइस एसोसिएशन
ये भी पढ़ें: जनरल कोटा की 50 साल की महिलाओं को पेंशन देगी हेमंत सरकार! चुनाव से पहले आज कैबिनेट में लग सकती है मुहर
ये भी पढ़ें: Gumla में नक्सलियों ने एक दर्जन वाहनों को जलाकर किया राख, पर्चा छोड़कर खनन व परिवहन का काम बंद करने का सुनाया फरमान
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।ये भी पढ़ें: Gumla में नक्सलियों ने एक दर्जन वाहनों को जलाकर किया राख, पर्चा छोड़कर खनन व परिवहन का काम बंद करने का सुनाया फरमान