Sahebganj Crime: आदिवासी युवती की हत्या करने वाले अरबाज ने स्वीकारे कई अपराध, पत्नी भी करती थी सहयोग
झारखंड में आदिवासी युवती की हत्या मामले में गिरफ्तार देवघर जिले के माथाडंगाल निवासी अरबाज आलम ने हत्या के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने कई अपराध स्वीकार किए हैं। आरोपी कई लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर अलग-अलग शहरों में बेच चुका है।
साहिबगंज, राज्य ब्यूरो। झारखंड में आदिवासी युवती की हत्या मामले में गिरफ्तार देवघर जिले के माथाडंगाल निवासी अरबाज आलम ने हत्या के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने कई अपराध स्वीकार किए हैं।
आरोपी कई लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर अलग-अलग शहरों में बेच चुका है। गौरतलब है कि दो दिन पहले उसे साहिबगंज जिले के बरहेट के संजौली गांव निवासी आदिवासी युवती सुशीला हांसदा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सुशीला को भी वह 50 हजार में बेचना चाह रहा था और विरोध करने पर पत्नी व दो अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। अबतक की पूछताछ में सामने आया है कि अरबाज खुद को आदिवासी बताकर लड़कियों को झांसे में लेता था।
खुद को आदिवासी बताकर फंसाता था आरोपी
वह लड़कियों को अपना नाम आर्यन मुर्मू, आर्यन सोरेन, आर्यन हेंब्रम आदि बताता था। सुशीला की खोज में जुटी बरहेट की पुलिस ने दो अन्य युवतियों को भी मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। इनमें एक युवती गोड्डा तो दूसरी दुमका की है। दोनों को उत्तर प्रदेश के बरेली ले जाकर अधिक उम्र के पुरुषों से उनकी शादी करा दी गई।
गांव की कई युवतियों को बेचने का आरोप
उस गांव में संताल परगना की कई युवतियों को बेचने की बात सामने आई है। अरबाज आलम ने एक आदिवासी युवती मिसलता टुडू से प्रेम विवाह किया। बाद में उसका नाम रेहिना रख दिया। पहले पति व बच्चे को छोड़कर उसने अरबाज से शादी की है। मिसलता भी मोबाइल चोरी करने के मामले में आरोपित रही है।