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अश्विनी चौबे साहिबगंज आठ घंटे लेट पहुंचे, पीएम के संबोधन के बाद मेगा इवेंट में किया परिसंपत्तियों का वितरण

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे आज पीएम जनमन योजना के मेगा इवेंट में लेट पहुंचे। उन्‍हें सुबह करीब 4.10 बजे साहिबगंज पहुंचना था लेकिन उनकी ट्रेन लेट रही। वह दोपहर 12.45 बजे साहिबगंज पहुंची। वह जब तक पहुंचे तब तक पीएम मोदी का संबोधन खत्‍म हो चुका था। करीब 2.15 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर उन्‍होंने लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया।

By Jagran News Edited By: Arijita Sen Updated: Mon, 15 Jan 2024 03:06 PM (IST)
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केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पहुंचे साहिबगंज, लाभुकों में किया परिसंपत्तियों का वितरण।

जाटी, साहिबगंज/तीनपहाड़/तालझारी। पीएम जनमन योजना के तहत तालझारी प्रखंड की बड़ा दुर्गापुर पंचायत भवन में सोमवार को हुए मेगा इवेंट में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी शामिल हुए। वैसे फरक्का एक्सप्रेस के विलंब होने की वजह से केंद्रीय मंत्री करीब 2.15 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। तब तक प्रधानमंत्री का संबोधन समाप्त हो चुका था।

केंद्रीय मंत्री ने लाभुकों में किया परिसंपत्ति का वितरण

केंद्रीय मंत्री ने लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का वितरण किया। केंद्रीय मंत्री की ट्रेन सुबह करीब 4.10 बजे साहिबगंज पहुंचने वाली थी, लेकिन वह दोपहर 12.45 बजे साहिबगंज पहुंची।

यहां भाजपा जिलाध्यक्ष रामदरश यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर डा. सुरेंद्र तिवारी भी मौजूद थे। यहां करीब 20 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। मंत्री उसी ट्रेन से तीनपहाड़ चले गए। वहां से सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल पहुंचे।

आदिम जनजाति समुदाय को विभिन्न योजनाओं का लाभ

मेगा इवेंट में डीआरडीए, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई गवर्नेंस, कृषि, स्वास्थ्य, कल्याण, बाल विकास परियोजना, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा एसबीआई व अन्य बैंकों का स्टाॅल लगाया गया था। इस दौरान आदिम जनजाति समुदाय के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया।

इससे पूर्व आदिम जनजाति बहुल गांवों में चार जनवरी से नौ जनवरी तक शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया गया। कुछ समस्याओं को सूचीबद्ध भी किया गया। अब उन समस्याओं को दूर करने की कवायद की जा रही है।

इवेंट में चार जिले किए गए शामिल

राज्य के चार जिलों को इस इवेंट के लिए चुना गया था, जिनमें साहिबगंज, खूंटी, गुमला व गोड्डा शामिल हैं। 2002-2003 में हुए सर्वे के अनुसार जिले में करीब चार सौ पहाड़िया गांव थे तथा उनकी आबादी करीब 41 हजार थी।

वैसे आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के अनुसार राशन कार्ड में कुल 47688 सदस्यों का नाम दर्ज है। इधर, एक बार पुन: गांवों का सर्वे कराया जा रहा है।

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