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बंपर धान उपजाकर भटक रहे किसान

जागरण संवाददाता साहिबगंज इस साल मौसम अनुकूल रहने से साहिबगंज के किसानों ने बंपर धान उपजाया है। बावजूद सरकर की ओर से धान खरीद नहीं शुरू करने से किसान कर भटक रहे हैं।

By JagranEdited By: Updated: Mon, 07 Dec 2020 05:24 PM (IST)
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बंपर धान उपजाकर भटक रहे किसान

जागरण संवाददाता, साहिबगंज: इस साल मौसम अनुकूल रहने से साहिबगंज के किसानों ने बंपर धान उपजाया है। बावजूद सरकर की ओर से धान खरीद नहीं शुरू करने से किसान कर भटक रहे हैं। जिले में किसान धन कटनी 15 नवंबर से शुरू करते हैं और 15 दिसंबर तक होती है। सरकार की धान खरीद को लेकर जारी लेटलतीफी किसानों के लिए सरदर्द बनता जा रहा है। लैंपस में लगे ताले बताते हैं कि सरकार किसानों को लेकर कितनी संजीदा है। 10 हजार किसानों के निबंधन का लक्ष्य हासिल करने में जिला प्रशासन का पसीना छूट रहा है।

जिले में 43 हजार हेक्टेयर में पिछले साल ढाई लाख क्विंटल के करीब धान का उत्पादन किया गया था। इस साल 46700 हेक्टेयर में तीन लाख क्विंटल से ज्यादा धान की उपज हो रही है। बावजूद 35 हजार क्विटल धान ही खरीदने का लक्ष्य है और अब तक शुरू नहीं हुआ है। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। पिछले साल चार हजार किसानों से 30 हजार क्विटल धान की खरीद का लक्ष्य था। इस साल 10 हजार किसानों के निबंधन का लक्ष्य है। पिछले साल से एक सौ ज्यादा होने की बात बताई जा रही है।

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भाड़े के भवन में सकरीगली लैंपस का संचालन

साहिबगंज जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर छोटी भगियामारी गांव है। यहां सकरीगली लैंपस है। इस लैंपस का अपना भवन नहीं है न ही गोदाम है। महाराजपुर लैंपस के भवन में भाड़े पर चल रहा है। लैंपस में कोई हलचल नहीं है। एक मोटरसाइकिल लगी है। यहां दोपहर बाद एक बजे के करीब महाराजपुर लैंपस के सदस्य सचिव सकलदीप यादव बैठे हैं। महाराजपुर से आए हैं। वे बताते हैं कि जिस लैंपस से धान की खरीद होनी है वह भवनहीन है। दो किसान आए थे। मोबाइल पर सकरीगली लैंपस के सदस्य सचिव ने बताया कि मेहंदीपुर गांव के मंगल सोरेन एवं परताबाड़ी गांव से रंजीत यादव आए थे धान बेचने का निबंधन कराने के लिए बाकी धान की खरीद की जानकारी नहीं है। बताते हैं कि धान अभी कट रहा है। 15 दिसंबर के बाद धान की खरीद की बात महाराजपुर लैंपस के सदस्य सचिव ने बताया। छोटी भगियामारी गांव में अंदर जाने पर पता चला कि गांव के किसी भी किसान को लैंपस से धान खरीद की जानकारी नहीं है। किसान औने पौने दाम पर धान बेच रहे हैं।

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छोटी भगियामारी गांव के किसानों की जुबानी

सरकार की ओर से धान खरीद की जानकारी नहीं है। धान कट रहा है। हमारे पास 15 बीघा जमीन है। धान काट कर जरूरत पड़ने पर बाजार में एक हजार से 12 सौ रुपये प्रति क्विंटल बेचते हैं। कोई अबतक नहीं बताया है कि सरकार धान खरीद रही है।

कुंदन कुमार किसान, छोटी भगियामारी, साहिबगंज

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धान कटनी चल रही है। किसान धान लैंपस में बेचेंगे तो दो हजार रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा जानकारी नहीं है। लैंपस के कर्मचारी भी इसकी जानकारी नहीं देते हैं। निबंधन के बारे में भी जानकारी नहीं है।

सुनीता मरांडी, किसान, छोटी भगियामारी, साहिबगंज

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सरकार अगर ज्यादा कीमत पर धान खरीदेगी तो बिचौलिया को नहीं बेचेंगे। परंतु कुछ धान तो 12 सौ रुपये क्विंटल बेच दिया है। 20 बीघा जमीन पर धान की खेती किए हैं। धान कट गया है। अब सरकार को देंगे।

चैतु हांसदा किसान, छोटी भगियामारी

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अपने खेत में धान कट गई है। दो दिन पहले ही 12 सौ रुपये क्विंटल के हिसाब से धान बेचा है। इस साल धान बंपर हुआ है। हमें पता नहीं है कि सरकार धान खरीद रही है। अब सरकार को लैंपस में देंगे।

मानिक शर्मा किसान, अंबाडीहा, साहिबगंज

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इस साल धान की फसल अच्छी हुई है। जमीन से धान काट रहे हैं। सरकार को दो हजार रुपये क्विंटल धान देने की जानकारी नहीं है। अब आपसे पता चल गया है। अभी तो दूसरे को बेचते थे।

ढेना हेंब्रम, किसान छोटी भगियामारी, साहिबगंज

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