जागरण पड़ताल: विधवा पेंशन के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण का इस्तेमाल, मामले की निष्पक्ष जांच हुई तो फसेंगे कई लोग
Sahebganj सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली विधवा व वृद्धावस्था पेंशन की जांच के दौरान नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि राजमहल प्रखंड में विधवा पेंशन के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र का सहारा लिया गया है।
By Pranesh KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Fri, 10 Feb 2023 09:37 PM (IST)
जागरण संवाददाता, साहिबगंज: सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली विधवा व वृद्धावस्था पेंशन की जांच के दौरान नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि राजमहल प्रखंड में विधवा पेंशन के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र का सहारा लिया गया है।
राजमहल मध्य नारायणपुर के पंचायत सेवक अब्दुल खबीर ने गुरुवार को जांच करने पहुंचे सामाजिक सुरक्षा कोषांग के उपनिदेशक शंकर प्रसाद को बताया कि मैमुल शेख, नेताजुल शेख, मो. नूर व कलाम शेख का मृत्यु प्रमाणपत्र उसके यहां से निर्गत ही नहीं हुआ है। उसपर मौजूद हस्ताक्षर उसका नहीं है। इसके अलावा पंचायत की जन्म मृत्यु रजिस्टर में उनलोगों का नाम नहीं है। मैमुल शेख की पत्नी नहर बीबी, नेताजुल शेख की पत्नी सरजहांतून बीबी, मो. नूर की पत्नी नसीमा बीबी व कलाम शेख की पत्नी बेदुरा बीबी को विधवा पेंशन का लाभ मिल रहा है। ये सभी लाभुक कछुआकोल गांव के हैं।
नहीं मिला दो लाभुकों का रिकार्ड
मजहर टोला के राहुल शेख की पत्नी कुसुम बीबी व आलमगीर शेख की पत्नी रूबीना बीबी का पेंशन संबंधी कोई रिकॉर्ड ही राजमहल प्रखंड कार्यालय में नहीं मिला। बिना आवेदन के ही पोर्टल पर लाभुक की इंट्री कर दी गई और उसे लगातार राशि का भुगतान किया जाता रहा। पूर्व में सामाजिक सुरक्षा के तहत विभिन्न प्रकार की पेंशन की स्वीकृति अंचल कार्यालय से होती थी, लेकिन विगत कुछ साल से यह जिम्मेदारी प्रखंड कार्यालय को दे दी गई। ऐसे में सामाजिक सुरक्षा कोषांग के उपनिदेशक शंकर प्रसाद ने गुरुवार को राजमहल प्रखंड कार्यालय में जाकर रिकार्ड की जांच की थी। जांच पड़ताल के लिए वे संबंधित पंचायत में भी गए थे। बताया जाता है कि उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है। आज-कल में वे अपनी रिपोर्ट उपायुक्त रामनिवास यादव को सौंप देंगे।संबंधित लोगों पर कार्रवाई तय
इसके बाद संबंधित लोगों पर कार्रवाई तय है। राजमहल, उधवा, बरहड़वा आदि प्रखंडों में सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली पेंशन योजनाओं की जांच भी कराई जा सकती है। गौरतलब हो कि राजमहल में फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र का निर्माण धड़ल्ले से किया जाता है। करीब दो माह पूर्व नौ फर्जी जन्म प्रमाणपत्र हस्ताक्षर के लिए अनुमंडल अस्पताल में लाया गया था। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डा. उदय टुडू ने राजमहल थाने में प्राथमिकी भी कराई थी।
उपायुक्त के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन के कुछ मामलों की जांच की गई है। रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही वह उन्हें सौंप दी जाएगी। उनके निर्देश के आलोक में आगे की कार्रवाई की जाएगी। - शंकर प्रसाद, उपनिदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग साहिबगंज
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