'30 लाख दे दो वरना...', अगवा युवक की पटना के मरीन ड्राइव में मिली लोकेशन, पुलिस ने झटपट की घेराबंदी और फिर...
साहिबगंज के जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के केलाबाड़ी पोखरिया निवासी प्रदीप सिंह का पटना में बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। पुलिस ने बुधवार को इसका खुलासा करते हुए न केवल अपहरणकर्ताओं के चंगुल से उन्हें छुड़ाया बल्कि अपराधियों को भी धर दबोचा। बदमाश प्रदीप के घरवालों से 30 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। प्रदीप 17 फरवरी को पटना के लिए निकला था।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। पटना से 19 फरवरी को अपहृत जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के केलाबाड़ी पोखरिया निवासी प्रदीप सिंह को पुलिस ने छापामारी कर पटना से बरामद कर लिया। कुछ अपहर्ता भी पकड़े गए हैं। पुलिस उनसे पटना में ही पूछताछ कर रही है। देर रात तक सभी को यहां लेकर लौटने की उम्मीद है।
बुधवार शाम को पटना गई पुलिस की टीम
केलाबाड़ी पोखरिया निवासी संदीप सिंह ने बुधवार को जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी प्रणीत पटेल को अपने भाई प्रदीप कुमार सिंह के अपहरण की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की।
एएसआइ नवीन सिंह के नेतृत्व में एक टीम को बुधवार की शाम पटना भेजा। गुरुवार की सुबह पुलिस ने वहां छापामारी कर अपहृत को बरामद कर लिया और अपहर्ताओं को भी धर दबोचा।
30 लाख की मांग रहे थे फिरौती
संदीप सिंह ने पुलिस को बताया था कि अपहर्ता उससे फिरौती के रूप में 30 लाख रुपये मांग रहे हैं। अपहर्ता प्रदीप सिंह के मोबाइल नंबर से ही उसके स्वजनों को काॅल भी कर रहे थे। बताया जाता है कि प्रदीप सिंह किसी एनजीओ में काम करता था। इस सिलसिले में वह अक्सर पटना जाता आता था।
17 फरवरी की रात वह पटना के लिए निकला था। 19 फरवरी को प्रदीप सिंह के नंबर से ही काॅल आया। काॅल करने वाले ने अपना नाम उत्सव आनंद बताया और कहा कि तुम्हारा भाई मेरे कब्जे में है। उसे छुड़ाने के लिए 30 लाख रुपया देना होगा।
अपहर्ताओं ने कई बार संदीप सिंह को काॅल किया। जमीन बेचकर या किसी तरह से भी पैसे का इंतजाम कर देने को कहा। बुधवार की शाम जब पुलिस ने उक्त मोबाइल नंबर का लोकेशन निकाला तो वह पटना का मेरिन ड्राइव बता रहा था। हालांकि, काॅल करने वाले ने अपने को उत्तर प्रदेश में होने की बात कही थी और कहा था कि वह प्रदीप सिंह को लेकर गुजरात जा रहा है।
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