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रूबिका हत्‍याकांड: आखिरकार पकड़ा ही गया मैनुल अंसारी, 64 दिनों से चल रहा था फरार, दिल्‍ली जाकर कर रहा था नौकरी

रूबिका के शव को टुकड़ों में काटने वाले दिलदार के मामा मैनुल अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह अभी 15 दिन पहले ही दिल्‍ली जाकर एक कागज की फैक्‍ट्री में काम कर रहा था। पुलिस ने उसे वहीं से दबोचा।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 22 Feb 2023 11:50 AM (IST)
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रूबिका पहाड़िन और मैनुल अंसारी की फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। साहिबगंज में हुई रूबिका हत्‍याकांड की घटना एक बार फिर से सुर्खियों में है क्‍योंकि घटना के फरार मुख्‍य आरोपी मैनुल अंसारी को पुलिस ने पकड़ लिया है। आज बुधवार को पुलिस कोर्ट में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए आवेदन कर सकती है, जिस पर फैसला आने के बाद अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

मैनुल से दोबारा पूछताछ करेगी पुलिस

बोरियो थाना क्षेत्र के गोंडा पहाड़ की रहने वाली रूबिका पहाड़िन हत्याकांड के मुख्य आरोपित मैनुल अंसारी को लेकर पुलिस शुक्रवार देर रात यहां पहुंची। शनिवार की सुबह जिरवाबाड़ी ओपी में उससे गहन पूछताछ की गई। इसके बाद कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। चूंकि अब तक उससे की गई पूछताछ में कोई खास जानकारी नहीं मिली है इसलिए अब उसे दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की बात सामने आई है।

दिल्‍ली में कागज की फैक्‍ट्री में काम करने लगा था मैनुल

मैनुल ने पुलिस को बताया कि उसे शव को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी मिली थी और इसके लिए उसे 15 हजार रुपए मिले थे। इस घटना में शामिल एक-दो और लोगाें का नाम उसने बताया है जिसका सत्यापन पुलिस कर रही है। उसने बताया कि उसे शव के टुकड़ों को दो बोरे में भरकर दिया गया था जिसे उसने ठिकाना लगा दिया। घटना के बाद काफी दिनों तक वह इधर-उधर घूमता रहा। करीब 15 दिन पहले वह दिल्ली पहुंचा और वहां एक कागज की फैक्ट्री में काम करने लगा, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।

नई दिल्‍ली से पुलिस ने मैनुल को धर दबोचा

उसकी गिरफ्तारी नई दिल्ली के कोटलामुबारक थाना क्षेत्र से हुई। शनिवार को पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि पुलिस मैनुल को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। एसपी ने मैनुल को गिरफ्तार करने में बड़ी भूमिका निभाने वाले पुलिस कर्मियों को प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया। मौके पर एसडीपीओ राजेंद्र दूबे, बोरियो थाना प्रभारी जगरनाथ पान, एसआई निरंजन कच्छप, आरक्षी वीरेंद्र भोक्ता, सुनील शर्मा, अभिषेक व सुमित मौजूद थे।

क्या है मामला

17 दिसंबर को बोरियो में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी के पास से एक महिला का पैर बरामद किया गया था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मानव शरीर के 18 टुकड़े मिले। पता चला कि बोरियो के दिलदार अंसारी की दूसरी पत्नी रुबिका पहाड़िन की हत्या के बाद शव को टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिया गया है।

इस मामले में दिलदार अंसारी, उसके पिता मुस्तकीम अंसारी, मां मरियम निशा, पहली पत्नी सरैजा खातून, बहन गुलेरा खातून, भाई महताब अंसारी व आमिर अंसारी, स्टैंड किरानी मैनुल हक मोमिन, उसकी पत्नी शहर बानो, मैनुल अंसारी की पत्नी जरीना बीबी को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

मैनुल अंसारी है हत्‍याकांड का मास्‍टरमाइंड

मैनुल अंसारी दिलदार का मामा है और इस कांड का मास्टर माइंड है। वह दिल्ली में रहता था। घटना को अंजाम देने के लिए ही वह यहां आया था और पुन: लौट गया। घटना के बाद से वह फरार था। पुलिस उसकी तलाश में दिल्ली गई थी, लेकिन वह नहीं पकड़ा जा सका था। उधर 10 आरोपितों के जेल में होने की वजह से उन सभी के खिलाफ 17 फरवरी को चार्जशीट दायर कर दिया गया। बताया जाता है कि 2500 पेज का चार्जशीट दायर किया गया है।

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