Jharkhand News: साहिबगंज जिले में मलेरिया से हाहाकार, इस माह अब तक मिले 228 मरीज; बढ़ी चिंता
Jharkhand News झारखंड के साहिबगंज जिले में मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया है इस माह में 228 मरीज मिल चुके हैं। बोरियो के दपानी गांव में सबसे अधिक 76 मरीज मिले हैं। इस साल कुल 322 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग चिंतित है और नियंत्रण के लिए तैयारियों में जुटा है लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। साहिबगंज जिले में मलेरिया का विस्फोट हो गया है। इस माह में अब तब इसके 228 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से सबसे अधिक 76 मरीज बोरियो के दपानी गांव में मिले हैं। इस साल अब तक कुल 322 मरीज मिल चुके हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
इससे निबटने की तैयारियों में विभाग जुटा हुआ है। हालांकि, इसपर काबू पाने में विभाग सफल नहीं हो पा रहा है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। विगत कई साल से मलेरिया नियंत्रण में था लेकिन अचानक से इसमें वृद्धि हो गई। साहिबगंज से पूर्व पड़ोसी जिले गोड्डा के सुंदरपहाड़ी में बड़ी संख्या में इसके मरीज मिले थे।
निबटने पर सालोंभर काम
मलेरिया, कालाजार, डेंगू आदि की रोकथाम के लिए विभाग सालोंभर काम करता है। जागरूकता कार्यक्रम पर हर साल लाखों रुपये खर्च होते हैं। नियमित रूप से दवा का छिड़काव कराया जाता है। मच्छरदानी का भी वितरण किया जाता है। इसके बाद भी विभाग इसपर काबू नहीं पा रहा है।जानकारों की मानें तो इन बीमारियों से निबटने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की ठीक से जांच पड़ताल हो तो बड़ा खुलासा हो सकता है। नौ सितंबर को मंडरो प्रखंड के सिमरिया गांव की एक पहाड़िया बच्ची की मौत कथित रूप से मलेरिया से होने के बाद यह बीमारी चर्चा में आई।
हालांकि, विभाग ने अब तक बच्ची की मौत का कारण मलेरिया नहीं माना है। उधर, इस मामले के सामने आने के बाद जांच पड़ताल तेज हुई तो 228 मरीज अब तक मिल गए। इससे पूर्व इक्का-दुक्का मरीज ही मिलते थे। इस वजह से विभाग अपनी पीठ थपथपाते रहता था।
जिले में अब तक 90 गांव में शिविर लगाकर संदिग्ध लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। इस दौरान 322 मरीज मिले। अगस्त तक 23 साधारण मलेरिया व 66 ब्रेन मलेरिया के मरीज मिले थे। विभागीय कर्मियों के अनुसार वैसे 14 गांव को चिन्हित किया गया है जिसमें दो से अधिक मरीज मिले हैं।
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