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Shaibganj News : ED ने पूछा- किस पुलिस पदाधिकारी ने कराया हस्ताक्षर

आर्म्स एक्ट के मामले में साहिबगंज जेल में बंद विजय हांसदा से ढाई घंटे तक हुई पूछताछ। जेल अधीक्षक की मौजूदगी में ईडी टीम ने उनके कक्ष में पूछे सवाल। बोरियो स्थित रोहित के क्रशर गई टीम और वहां फोटोग्राफी कराई गई पूरे मामले में पूछताक्ष अधीक्षक के यहां हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Gautam OjhaUpdated: Fri, 02 Dec 2022 08:29 PM (IST)
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साहिबगंज मंडल कारा से निकलते ईडी पदाधिकारी। जागरण
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : आर्म्स एक्ट में साहिबगंज मंडल कारा में बंद मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के भवानी चौकी निवासी विजय हांसदा से ईडी अधिकारियों ने शुक्रवार को करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की। ईडी के सहायक निदेशक देवव्रत झा व इनफोर्समेंट अधिकारी अनुपम कुमार ने हांसदा से जेल अधीक्षक प्रेम कुमार दास की मौजूदगी में उनके कक्ष में पूछताछ की। ईडी अधिकारियों ने पूछा- किस पुलिस पदाधिकारी ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया? उस दौरान कौन-कौन मौजूद था? विष्णु यादव से उसकी मुलाकात कब हुई? उसने केस वापस लेने के लिए कौन सा प्रलोभन दिया? हांसदा ने सभी बातों का स्पष्टता से जवाब दिया। उसने पूरी साजिश में शामिल कुछ पुलिस पदाधिकारियों के अलावा अन्य लोगों के नाम भी बताए। ईडी अधिकारी सुबह ठीक 11.50 बजे मंडल कारा पहुंचे। वहां पूछताछ की पहले से ही तैयारी की गई थी। कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद हांसदा को जेल अधीक्षक कक्ष में लाया गया।

ईडी अधिकारी दोपहर 2.40 बजे जेल से बाहर निकले और साक्षरता चौक होते हुए बरहेट की ओर निकल गए। ईडी अधिकारी बोरियो स्थित रोहित साह के क्रशर प्लांट भी गए और फोटोग्राफी की। उधर ईडी के अधिवक्ता सुबह करीब 11 बजे राजमहल सिविल कोर्ट पहुंचे और जज इंचार्ज से मुलाकात की। उन्होंने बरहड़वा थाने में 22 जून, 2020 को पाकुड़ के टोल कारोबारी शंभु भगत व तालझारी थाने में 14 दिसंबर, 2021 को रमेश पासवान द्वारा एससी-एसटी एक्ट के तहत कराए गए केस के बारे में जानकारी ली। बरहड़वा थाना में दर्ज केस प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी प्रतीक रंजन के यहां चल रहा है तो रमेश पासवान वाला केस साहिबगंज स्पेशल कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो ईडी प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी प्रतीक रंजन के कोर्ट में चल रहे केस को ईडी की विशेष कोर्ट में ट्रांसफर कराने की तैयारी में है।

विजय हांसदा का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया जबकि रिकार्ड के अनुसार उसने शपथपत्र के माध्यम से अपनी बातें कही हैं। शपथपत्र अधिवक्ता तैयार करते हैं और नोटरी पब्लिक उसपर मुहर लगाते हैं। शपथकर्ता की मौजूदगी में ही यह प्रक्रिया पूरी होती है। ऐसे में इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए ईडी संबंधित अधिवक्ता व नोटरी पब्लिक से भी पूछताछ की तैयारी में है। ईडी ने साहिबगंज एसडीओ आफिस के पास स्थित स्वीटी पैलेस की उपरी मंजिल को सील कर दिया है। उधर, राजमहल पहुंची ईडी की टीम ने वहां के सब रजिस्ट्रार से मुलाकात की और कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कराया।

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