Rajmahal Vidhan Sabha Result 2024: राजमहल सीट पर पलट सकत है बाजी, क्या BJP के अनंत ओझा हार जाएंगे?
Rajmahal Assembly Seat Result 2024 झारखंड की राजमहल सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला होता दिख रहा है। यहां से बीजेपी के अनंत कुमार ओझा तो जेएमएम से एमटी राजा मैदान में हैं। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र होने के साथ ही साहिबगंज जिले का मुख्यालय भी इसी क्षेत्र में होने से यह इलाका राज्य की सियासत का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
डिजिटल डेस्क, राजमहल। Rajmahal Seat Winner 2024: झारखंड की राजमहल सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला होता दिख रहा है। यहां से बीजेपी के अनंत कुमार ओझा तो जेएमएम से एमटी राजा मैदान में हैं। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र होने के साथ ही साहिबगंज जिले का मुख्यालय भी इसी क्षेत्र में होने से यह इलाका राज्य की सियासत का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
2000 में बिहार से अलग होकर बने झारखंड में पहली बार 2005 में विधानसभा चुनाव कराए गए। तब यहां से कांग्रेस के नेता थॉमस हंसदा विजेता बने। इस चुनाव में उनको बराबर की टक्कर देने वाले निर्दलीय प्रत्याशी अरुण मंडल को थॉमस हंसदा ने हराया और विधायक बने।
2009 के दूसरे विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा के अरुण मंडल ने जीत हासिल की और विधायक बने। 2014 के चुनाव में भाजपा के अनंत कुमार ओझा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा मोहम्मद ताजुद्दीन को हराया और विधायक बने। 2019 में इस सीट पर 2014 की कहानी दोहराई गई। इस बार भी भाजपा के अनंत कुमार ने मोहम्मद ताजुद्दीन को शिकस्त दी।
हालांकि इस बार ताजुद्दीन ने आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ा था। पहाड़ों और सघन वनों से घिरे इस इलाके में प्रकृति ने खूब सौंदर्य बिखेरा है। यहां की राजमहल हिल पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। इस इलाके में संथाल समुदाय और सौरिया पहाड़िया समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं।
गंगा नदी के दाहिने किनारे पर स्थित यह इलाका ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है। 1592 में इस क्षेत्र पर राजा मान सिंह की हुकूमत चलती थी। मुगलकाल के दौरान राजमहल को बंगाल की राजधानी भी बनाया गया था। उस दौरान के सिंह दलान, अकबरी मस्जिद, मैना-बीबी की कब्र और मिरान की कब्र जैसे कई प्राचीन प्राचीन स्मारक आज भी इस इलाके में पर्यटकों के बीच खासे लोकप्रिय हैं।
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